39वां सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय मेला 2026: मेघालय बनेगा थीम स्टेट, पूर्वोत्तर के आठ राज्यों की दिखेगी झलक
39वां सूरजकुंड अंतर्राष्ट्रीय मेला 2026 में मेघालय थीम स्टेट होगा। इस मेले में पूर्वोत्तर के आठ राज्यों की संस्कृति और कला का प्रदर्शन किया जाएगा। मेघालय को थीम स्टेट बनाने का मुख्य उद्देश्य राज्य की अनूठी संस्कृति को दुनिया के सामने लाना है।

फाइल फोटो
अनिल बेताब, फरीदाबाद। नववर्ष 2026 में लगने वाले 39वें सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेले में यूपी की तरह मेघालय की भी थीम स्टेट के रूप में भागीदारी रहेगी। पूर्वोत्तर के आठ राज्य सांस्कृतिक पार्टनर होंगे। इस तरह मेले में मेघालय के साथ ही अरुणाचल, सिक्किम, नागालैंड, असम, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के शिल्पियों और कलाकारों का जलवा दिखाई देगा।
वर्ष 2024 में 7 से 23 फरवरी तक लगाए गए 38वें सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेले में पहली बार दो राज्यों को थीम स्टेट बनाए जाने की पहल की गई थी। इस वर्ष ओडिशा और मध्य प्रदेश को थीम स्टेट बनाया गया था। अब नए वर्ष में 31 जनवरी से 15 फरवरी तक लगाए जाने वाले मेले में भी दो थीम स्टेट होंगे। मिस्र सूरजकुंड मेले का पार्टनर कंट्री रहेगा। इसकी घोषणा के साथ ही मेले की तैयारी तेज की गई है।
पर्यटन निगम की ओर से एक-दो दिन में मेला परिसर में नई हट्स बनाए जाने का काम शुरू किया जाएगा। इसके तहत...
- मेले में अब इस बार 100 नई हट्स बनाई जाएंगी।
- पहले से ही यहां लगभग 1200 हट्स बनी हैं।
- नए वर्ष में लगने वाले मेले में देश-विदेश के पर्यटक एक साथ मिश्र, उत्तर प्रदेश, मेघालय के साथ ही अन्य राज्यों की सांस्कृतिक समृद्धि की झलक देख सकेंगे।
मेला प्रबंधन की ओर से तीन चौपालों पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। मुख्य चौपाल पर मिस्र और उत्तर प्रदेश के साथ ही अन्य देश-प्रदेश कलाकार प्रस्तुति देगें। दिल्ली गेट के पास बड़ी चौपाल और छोटी चौपाल पर भी सांस्कृतिक रंग बिखरेंगे।
पूर्वोत्तर राज्य पहली बार 2023 में सांस्कृतिक पार्टनर रहे थे। इन राज्यों की शिल्पकला और सांस्कृतिक समृद्धि से प्रभावित होकर ही इन्हें फिर से मौका दिया जा रहा है। इसके लिए हरियाणा पर्यटन निगम की ओर से पूर्वोत्तर राज्यों के साथ पहले ही एमओयू साइन किया जा चुका है।
पहले भी थीम स्टेट रहा है उत्तर प्रदेश
- 2018, उत्तर प्रदेश
- 2009, व 2017, मिश्र, पार्टनर कंट्री
- 2023 से 2025 तक, पूर्वोत्तर राज्यों की सांस्कृतिक भागीदारी
"विभाग की ओर से पूर्वोत्तर के राज्यों की सांस्कृतिक भागीदारी रहेगी। थीम स्टेट के लगभग 100 शिल्पियों को हट्स दी जाएंगी। मेला परिसर में जल्दी ही नई हट्स बनाने का काम शुरू किया जाएगा।"
-हरविंद्र सिंह यादव, नोडल अधिकारी, सूरजकुंड मेला
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