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    Delhi Blast: अल-फलाह से 500 मीटर दूर बनाई थी लैब, यहीं पर बम बनाना सीखते थे डॉ. उमर और डॉ. मुजम्मिल  

    Updated: Tue, 18 Nov 2025 10:32 PM (IST)

    दिल्ली में लाल किले के बाहर धमाका करने वाले आतंकी डाॅ. उमर और डाॅ. मुजम्मिल यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में साजिश रचते थे। वे गोदाम के ऊपर बने कमरे में बम बनाने के तरीके सीखते थे और यू-ट्यूब से प्रशिक्षण लेते थे। पुलिस ने उनके ठिकाने से भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री बरामद की है, जिसकी डिलीवरी कश्मीर से हुई थी। कमरा डाॅ. मुजम्मिल ने किराए पर लिया था।

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    सुशील भाटिया, फरीदाबाद। दिल्ली में लाल किला के बाहर कार में बैठ कर धमाका करने वाले सफेदपोश आतंकी डाॅ. उमर और गिरफ्तार आतंकी डाॅ. मुजम्मिल अल फलाह यूनिवर्सिटी के हाॅस्टल के अपने आवंटित कमरों में तो देश को दहलाने की साजिश रचते थे, जहां उनके साथ जैश की महिला विंग से जुड़ी डाॅ. शाहीन भी होती थी, पर दोनों यूनिवर्सिटी के बाहर 500 मीटर की दूर एक कमरे में बम बनाना सीखते थे।

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    जांच एजेंसी से जुड़े सूत्रों के अनुसार आतंकी 2022 ज्यादा सक्रिय हुए थे। उसके बाद 2024 से विस्फोट करने के लिए विस्फोटक सामग्री इकट्ठा करनी शुरू कर दी थी। सफेदपोश आतंकी डाॅ. मुजम्मिल, डाॅ. उमर ने एक साल पहले बम बनाने की विस्फोटक सामग्री खरीदनी शुरू कर दी थी।

    सूत्रों ने यह भी बताया कि बरामद अमोनियम नाइट्रेट में दूसरे विस्फोटक पदार्थ मिलाने के लिए कश्मीर से खरीद की गई थी। सूत्रों के अनुसार जांच एजेंसियों के हाथ 25 सितंबर 2024 के दो बिल लगे हैं, जिसमें डिलीवरी कश्मीर से दिखाई गई है।

    धौज थाना क्षेत्र के अंतर्गत धौज गांव में यूनिवर्सिटी को जाने वाली रोड पर स्थित सरफराज ट्रेडर्स के नाम से स्थित एक सीमेंट के गोदाम के ऊपर बना यह कमरा एक तरह से दोनों आतंकियों के लिए लैब की तरह था, जिसे डाॅ. मुजम्मिल ने किराये पर लिया था।

    इसी कमरे से ही 30 अक्टूबर को जम्मू-कश्मीर पुलिस और फरीदाबाद पुलिस ने 360 किलो अमोनियम नाइट्रेट, एक असाल्ट राइफल, तीन मैगजीन, 83 कारतूस, एक पिस्टल, दो मैगजीन, आठ कारतूस, आठ बड़े व चार छोटे सूटकेस सहित 20 टाइमर, चार बैटरी वाले टाइमर्स, 24 रिमोट, पांच किलो हैवी मेटल, वाकी-टाकी सेट, इलेक्ट्रिक वायरिंग, वायरिंग व अन्य सामान बरामद किया था।

    पुलिस सूत्रों के अनुसार अमोनियम नाइट्रेट के साथ बैटरी टाइमर्स व इलेक्ट्रिक वायरिंग लगाकर इसका विस्फोट कैसे किया जाना है, यह सब दोनों डाॅक्टर देर रात तक इसी कमरे में यू-ट्यूब के जरिये प्रशिक्षण लेते थे। सूत्रों ने यह भी बताया कि जो सूटकेस बरामद हुए हैं, उनमें यही विस्फोटक सामान ही था। सूत्रों के अनुसार परखनली, जार आदि भी मिले थे।

    यह बता दें कि पंचकूला से सीआईडी मुख्यालय के एसपी जितेश गहलावत अपनी टीम के साथ यहां आकर जांच भी कर चुके हैं। जांच के दौरान कमरे में गद्दे, कंबल व अन्य सामान मौके पर पड़ा मिला था। गोदाम के संचालक ने जांच टीम को रजिस्टर दिखाते हुए बताया था कि यह कमरा डाॅ. मुजम्मिल ने 13 सितंबर को किराए पर लिया था।

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