Haryana News: फतेहाबाद में बारिश से फसलें तबाह, किसानों ने सरकार से की मुआवजे की मांग
फतेहाबाद में भारी बारिश से फसलों को नुकसान हुआ है जिससे किसान परेशान हैं। किसान सभा ने सरकार से नुकसान का आकलन करने और मुआवजा देने की मांग की है। उनका आरोप है कि धान की खरीद ठीक से नहीं हो रही है और मंडियों में धान भीग रहा है। किसान कम कीमत पर फसल बेचने को मजबूर हैं। किसान सभा ने सरकार से कार्रवाई की मांग की है

जागरण संवाददाता, फतेहाबाद। जिले में पिछले दो-तीन दिनों में हुई भारी बरसात से फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है। अखिल भारतीय किसान सभा जिला कमेटी ने प्रदेश सरकार से बारिश से फसलों में हुए नुकसान की गिरदावरी करने की मांग की है।
किसान सभा के जिला प्रधान विष्णुदत्त शर्मा व जिला सचिव राजेन्द्र प्रसाद बाटू ने कहा कि प्रदेश सरकार धान की खरीद को सुचारू रूप से करवाने में पूरी तरह फेल है। मंडियों में पुख्ता इंतजाम व आधी-अधूरी तैयारियों के चलते किसानों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है और बदइंतजामी के चलते मंडियों में खुले में पड़ा धान भीग रहा है।
किसान नेताओं ने कहा कि पहले ही प्रदेश भर में लाखों एकड़ फसल जलभराव के चलते बर्बाद हो चुकी है अभी तक पानी की निकासी नहीं हुई जिसके चलते अगली फसलों की बिजाई का भी संकट है।
पिछले दिनों फतेहाबाद जिले में हुई बारिश ने किसानों की मुसीबतों को और बढ़ा दिया है। किसान सभा जिला कमेटी ने कल हुई बारिश और ओलावृष्टि की गिरदावरी की मांग की है।
साथ ही जलभराव का मुआवजा जल्द किसानों की देने की मांग को भी उठाया है। किसान सभा ने राज्य सरकार पर धान की खरीद को सुचारू रूप से करवाने में फैल रहने का आरोप लगाया और कहा कि सरकार की बदइंतजामी के चलते मंडियों में धान खुले में पड़ा भीग रहा है।
हर वर्ष ऐसे ही होता जिससे सबक लेने के बावजूद भी प्रशासन द्वारा कोई कदम नहीं उठाए जाते। मंडियों में किसानों की फसल की खरीद नहीं हो रही और किसान चक्कर काटने को मजबूर है।
17 प्रतिशत नमी की शर्त के बावजूद भी किसान न्यूनतम समर्थन से कम पर अपनी फसल बेचने को मजबूर है। किसान सभा मांग करती है कि सरकार फसलों की खरीद सुचारू रूप से करवाने और मंडियों में फसल को भीगने से बचाने के लिए पर्याप्त कदम उठाएं अन्यथा किसान सभा प्रदर्शन करेगी।
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