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    Haryana Flood: एक सप्ताह बाद 15 हजार क्यूसेक से नीचे आई घग्गर, दहशत में जी रहे किसानों और लोगों को मिली राहत

    Updated: Sat, 13 Sep 2025 05:41 PM (IST)

    फतेहाबाद में घग्गर नदी का जलस्तर घटने से लोगों ने राहत की सांस ली। एक सप्ताह बाद जलस्तर 15 हजार क्यूसेक से नीचे आने पर 120 गांवों पर मंडरा रहा बाढ़ का खतरा टल गया। किसानों ने फसलें डूबने के डर से राहत महसूस की। सिंचाई विभाग के अनुसार जलस्तर नियंत्रण में है और प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है।

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    एक सप्ताह बाद 15 हजार क्यूसेक से नीचे आई घग्घर। फोटो जागऱण

    संवाद सूत्र, फतेहाबाद। घग्गर नदी का जलस्तर शनिवार शाम को लगातार कम होता दर्ज किया गया, जिससे पिछले कई दिनों से दहशत में जी रहे किसानों और ग्रामीणों को बड़ी राहत मिली है। एक सप्ताह बाद शनिवार को घग्घर का जलस्तर 15 हजार क्यूसेक से नीचे आया जो जिले के लिए बड़ी राहत की बात है क्योंकि घग्घर ओवरफ्लो होने से जिले के 120 गांवों में बाढ़ का खतरा रहता है।

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    पिछले कुछ दिनों से घग्घर में आए तेज बहाव ने लोगों की चिंता बढ़ा दी थी और खेतों में फसलों को नुकसान पहुंचने का डर सता रहा था। अब पानी का स्तर गिरने से लोगों की चिंता कुछ हद तक कम हुई है। सिंचाई विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार, शनिवार को गुलहा हेड पर जलस्तर 38,189 क्यूसेक (19.6 फुट) दर्ज किया गया, जिसमें लगातार कमी आ रही है।

    इसी तरह, खनौरी हेड पर 13,275 क्यूसेक (749.3 फुट) और चांदपुरा साइफन पर 14,800 क्यूसेक (7.8 फुट) पर पानी का बहाव नियंत्रण में पाया गया। जलस्तर में यह गिरावट ग्रामीणों के लिए सुकून भरी खबर है। किसानों और ग्रामीणों ने ली राहत की सांस गांव के किसान लाभ सिंह, गुरमेल, हरदेव, नसीब और बलकार ने बताया कि पिछले दिनों घग्घर का पानी बढ़ने से उनकी सांसें अटक गई थीं और उन्हें फसलों के डूबने का डर सता रहा था।

    उन्होंने कहा, अब पानी कम होने से थोड़ी राहत मिली है। स्थानीय ग्रामीणों ने भी कहा कि पानी बढ़ने से हालात चिंताजनक हो गए थे, लेकिन अब स्थिति नियंत्रण में है और खतरा काफी हद तक टल चुका है। प्रशासन पूरी तरह अलर्ट सिंचाई विभाग के एसडीओ संजीव सिंगला ने बताया कि जलस्तर अब नियंत्रण में है और प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है।

    उन्होंने कहा कि बाढ़ बचाव के सभी इंतजाम मजबूत कर दिए गए हैं, ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत कार्रवाई की जा सके। उन्होंने आगे कहा कि जल संसाधन विभाग द्वारा नदी के जलस्तर पर लगातार नजर रखी जा रही है और सभी संबंधित विभाग किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं।