गूगल का 'डिजीकवच कार्यक्रम': गुरुग्राम में वरिष्ठ नागरिकों को दिया ऑनलाइन धोखाधड़ी से बचने का प्रशिक्षण
गूगल ने गुरुग्राम में 'डिजीकवच कार्यक्रम' के माध्यम से वरिष्ठ नागरिकों को ऑनलाइन धोखाधड़ी से बचने के लिए प्रशिक्षित किया। इस कार्यक्रम का लक्ष्य साइबर अपराध और ऑनलाइन घोटालों से वरिष्ठ नागरिकों को सुरक्षित रखना है। प्रशिक्षण में फिशिंग और फ़र्ज़ी वेबसाइटों से बचाव के उपाय बताए गए। गूगल की यह पहल डिजिटल साक्षरता को बढ़ावा देने में सहायक है।

गुरुग्राम में हुआ डिजीकवच कार्यक्रम का आयोजन।
डिजिटल डेस्क, नोएडा। दैनिक जागरण और विश्वास न्यूज के सहयोग से गूगल के प्रतिष्ठित 'डिजीकवच' पहल के अंतर्गत 'वरिष्ठ नागरिकों की डिजिटल सुरक्षा: सच के साथी' अभियान के तहत शनिवार को गुरुग्राम में कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इस मुहिम का मकसद वरिष्ठ नागरिकों को ऑनलाइन धोखाधड़ी से बचने के तरीके बताते हुए उनको जागरूक करना है।
सेक्टर 17 ए स्थित श्री माधव सेवा केंद्र में आयोजित कार्यक्रम में विश्वास न्यूज के प्रशिक्षकों ने बताया कि साल दर साल साइबर क्राइम बढ़ रहा है। वरिष्ठ नागरिकों को साइबर अपराधी अधिक निशाना बनाते हैं। कार्यक्रम में मौजूद लोगों को बताया गया कि ऑनलाइन स्कैम्स कितनी तरह के होते हैं और उनसे कैसे बचा जाए।
सेमिनार में फेस्टिव सीजन में होने वाली ऑनलाइन धोखाधड़ी के साथ ही लोगों को फिशिंग लिंक्स स्कैम, इन्वेस्टमेंट स्कैम, जॉब स्कैम और इंस्टेंट लोन स्कैम के बारे में जानकारी दी गई। एक्सपर्ट ने बताया कि किस तरह साइबर अपराधी त्योहारों के समय लुभावने संदेशों के साथ फिशिंग लिंक्स भेजते हैं और लोगों को अपने जाल में फंसाते हैं। लोगों को ऐसे किसी भी लिंक्स पर क्लिक नहीं करने की सलाह दी गई।
कार्यक्रम की शुरुआत में जागरण न्यू मीडिया के एडिटर इन चीफ राजेश उपाध्याय ने लोगों को तेजी से बढ़ते साइबर क्राइम और फ्रॉड के बारे में बताते हुए गूगल के 'डिजीकवच' कार्यक्रम की जानकारी दी। उन्होंने डीपफेक के जरिए होने वाले स्कैम का उदाहरण देते हुए इस अभियान के मकसद के बारे में विस्तार से बताया।
इस दौरान जागरण न्यू मीडिया की फैक्ट चेक विंग विश्वास न्यूज की डिप्टी एडिटर पल्लवी मिश्रा ने गूगल अकाउंट को हैक होने से बचाने से लिए मजबूत पासवर्ड बनाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि अपने पालतू जानवर, अपना नाम या बेटे-बेटी के नाम से पासवर्ड बनाने से बचना चाहिए। इसे क्रैक करना हैकर्स के लिए आसान होता है। मजबूत पासवर्ड के लिए किसी गाने या कविता की लाइन का भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
विश्वास न्यूज के डिप्टी एडिटर शरद प्रकाश अस्थाना ने एपीके फाइल के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि अगर बिजली बिल या पानी का कनेक्शन काटने के नाम पर आपसे किसी फाइल को डाउनलोड करने को कहा जाए तो तुरंत सतर्क हो जाएं। इस तरह की फाइल के साथ मैलवेयर इंस्टॉल होने से फोन का एक्सेस साइबर अपराधी के पास चला जाता है।
गुरुग्राम की फेडरेशन ऑफ सीनियर सिटिजन वेलफेयर फोरम्स के सहयोग से हुए इस कार्यक्रम में मौजूद लोगों ने भी बढ़-चढ़कर अपने साथ हुई धोखाधड़ी के कड़वे अनुभवों को साझा किया। फेडरेशन के अध्यक्ष आरके शर्मा ने इस दौरान दैनिक जागरण को धन्यवाद देते हुए इस मुहिम की सराहना की। उन्होंने कहा कि आज के दौर में इस तरह के कार्यक्रम होने से लोग सतर्क होंगे।
कार्यक्रम के बारे में
'वरिष्ठ नागरिकों की डिजिटल सुरक्षा: सच के साथी' अभियान के तहत दैनिक जागरण डिजिटल और विश्वास न्यूज की टीमें देशभर में सेमिनार और वेबिनार के माध्यम से ट्रेनिंग दे रही है। इसके तहत देश के 20 राज्यों के 30 शहरों में प्रशिक्षण दिया जा रहा है। हरियाणा के अलावा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, राजस्थान, महाराष्ट्र, झारखंड, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, पंजाब, उत्तराखंड जैसे 20 राज्यों में इस तरह का कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है।
इसमें लोगों को ऑनलाइन स्कैम को पहचानने और बचने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। गूगल का ‘डिजीकवच’ अभियान भारत में ऑनलाइन धोखाधड़ी के खिलाफ लोगों में जागरूकता बढ़ा रहा है। इस अभियान का लक्ष्य लोगों को फ्रॉड और स्कैम के प्रति जागरूक करना है।
कार्यक्रम के बारे में अधिक जानकारी के लिए विजिट करें:

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