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    लग्जरी टाउनशिप के बीच टूटी सड़कें, गुरुग्राम का डीएलएफ अंडरपास दे रहा हादसों को न्योता

    Updated: Thu, 23 Oct 2025 03:00 AM (IST)

    गुरुग्राम के डीएलएफ इलाके में लग्जरी टाउनशिप के बीच बना अंडरपास जर्जर हालत में है, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ गया है। सड़क में बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं, जिससे वाहन चालकों को परेशानी हो रही है। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से इसकी मरम्मत कराने की मांग की है, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।

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    जागरण संवाददाता, नया गुरुग्राम। करोड़ों के फ्लैट और गगनचुंबी इमारतों से घिरी गोल्फ कोर्स रोड की चमक के बीच डीएलएफ फेज-5 के अंडरपास की सड़क अब खतरा बनती जा रही है।

    देश-विदेश की बड़ी एमएनसी कंपनियों और लग्जरी टाउनशिप के बीच स्थित यह अंडरपास इस समय टूट-फूट और सड़क उबड़-खाबड़ की वजह से दुपहिया चालकों के लिए जोखिम भरा वाला हो चुका है। इसके साथ ही महंगी गाड़ियों में लोगों को झटके खाने पड़ रहे हैं।

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    स्थानीय निवासियों ने इसकी शिकायत गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) में की है लेकिन जिम्मेदारी के सवाल पर अब भी गेंद इधर-उधर लुढ़क रही है।

    करीब 700 करोड़ रुपये की लागत से एचएसवीपी और डीएलएफ लिमिटेड ने मिलकर साढ़े आठ किलोमीटर लंबी गोल्फ कोर्स रोड का निर्माण कराया था। बाद में इसका रखरखाव जीएमडीए के पास चला गया।

    हालांकि, दिसंबर 2023 में जीएमडीए और डीएलएफ के बीच मरम्मत से जुड़ा समझौता समाप्त हो गया था। डीएलएफ ने इस सड़क के रखरखाव को दस साल के लिए निशुल्क करने का प्रस्ताव दिया है, लेकिन बिजली बिल और अन्य संचालन व्ययों को लेकर सहमति न बनने से मामला अटका हुआ है।

    सेक्टर-43 निवासी नरेंद्र मेहता का कहना है कि डीएलएफ फेज-5 अंडरपास में जगह-जगह से सड़क की रोड़ियां निकल चुकी हैं। बाइक सवारों के फिसलने के कई मामूली हादसे भी हो चुके हैं। निर्धारित गति सीमा 50 किमी प्रति घंटा है, लेकिन कई वाहन चालक 80-90 किमी की रफ्तार से गुजरते हैं, जिससे दुर्घटना का खतरा और बढ़ जाता है।

    जीएमडीए के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार वर्तमान में इस सड़क की देखरेख डीएलएफ लिमिटेड के पास है। डीएलएफ के एक अधिकारी ने कहा कि सड़क की मरम्मत अतिशीघ्र कराई जाएगी।

    गुरुग्राम की सबसे महंगी सड़कों में शुमार गोल्फ कोर्स रोड पर जहां 100 करोड़ तक के फ्लैट और दुनिया की शीर्ष कंपनियों के दफ्तर मौजूद हैं, वहां अंडरपास की यह स्थिति शहर के स्मार्ट सिटी दावों पर सवाल खड़े कर रही है।

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