दिल्ली धमाके के बाद और ज्यादा अलर्ट हुई गुरुग्राम पुलिस, नियमित तौर पर वेरिफिकेशन के निर्देश
दिल्ली में धमाके के बाद गुरुग्राम पुलिस सतर्क हो गई है। सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है और नियमित सत्यापन के निर्देश जारी किए गए हैं। संदिग्धों पर नज़र रखी जा रही है और चेकिंग अभियान तेज कर दिया गया है। पुलिस सभी संभावित खतरों से निपटने के लिए तैयार है।

गुरुग्राम पुलिस आयुक्त विकास अरोड़ा। फोटो सौजन्य- जागरण
विनय त्रिवेदी, गुरुग्राम। दिल्ली में धमाके के बाद केंद्रीय एजेंसियों ने गुरुग्राम, फरीदाबाद, दिल्ली, हापुड़, कानपुर समेत देश के कई शहरों से आतंकियों से कनेक्शन होने पर लोगों को पकड़कर पूछताछ की। गुरुग्राम में भी कई दिनों तक सघन तलाशी अभियान चलाया गया। लेकिन अभी भी आशंकाओं के बादल घिरे हुए हैं।
आगे नया साल और फिर गणतंत्र दिवस की तैयारियां होंगी। इस बीच कोई अनहोनी न हो, इसके लिए गुरुग्राम पुलिस कितनी चौकन्नी है, क्या कुछ सुरक्षा व्यवस्था की जा रही है। किसी भी परिस्थितियों से निपटने के लिए क्या तैयारियां हैं। इन सभी सवालों को लेकर दैनिक जागरण के वरिष्ठ संवाददाता विनय त्रिवेदी ने गुरुग्राम पुलिस आयुक्त विकास अरोड़ा से बातचीत की। पेश हैं प्रमुख अंश:
अभी पूरी तरह से आशंकाओं के बादल छंटे नहीं हैं, इसके लिए गुरुग्राम में सुरक्षा की दृष्टि से क्या-क्या उपाय किए गए हैं?
गुरुग्राम पुलिस पूरी तरह से चौकसी बरत रही है। वैसे तो हर दिन पुलिसकर्मी अपने-अपने इलाके में गश्त करते हैं, नाकेबंदी की जाती है। लेकिन दिल्ली में धमाके के बाद जिला पुलिस पहले से ज्यादा अलर्ट हो गई है। सभी थाना क्षेत्रों में नाकेबंदी नियमित तौर पर करने के निर्देश दिए गए हैं।
खासकर संवेदनशील एरिया में गहनता से जांच के आदेश हैं। गुरुग्राम पुलिस के जवानों को सादी वर्दी में जगह-जगह तैनात किया गया है। सीआइडी टीम और मुखबिर तंत्र को और एक्टिव होने के लिए कहा गया है। संदिग्धों पर पैनी नजर बनाने और तत्काल प्रभाव से कार्रवाई करने के निर्देश भी सभी थाना क्षेत्र की पुलिस को दिए गए हैं।
सुरक्षा की दृष्टि से सभी पुलिसकर्मियों को दिशानिर्देश दिए हैं। जोनल पुलिस के साथ ट्रैफिक पुलिस के जवान भी हाईवे पर जगह-जगह तैनात रहेंगे। पुलिसकर्मियों को होटल, गेस्ट हाउस, पब्लिक ट्रांसपोर्ट समेत भीड़भाड़ वाली जगहों पर नियमित तौर पर तलाशी अभियान चलाते रहने के निर्देश दिए गए हैं। किसी भी सूरत पर कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
किरायेदारों और कामगारों के वेरिफिकेशन के लिए क्या व्यवस्था की गई है?
सभी थाना प्रभारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे कॉलोनियों, सोसाइटियों और अपार्टमेंट काम्प्लेक्स में रहने वाले संदिग्ध व्यक्तियों की जानकारी एकत्रित करें। इसमें किराएदारों, नए आए लोगों, असामाजिक गतिविधियों में लिप्त व्यक्तियों या किसी भी तरह की संदिग्ध हरकत करने वालों की जानकारी करने के बारे में कहा गया है।
किराएदारों की पुलिस वेरिफिकेशन, आईडी प्रूफ और पिछले रिकार्ड की जांच भी करने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं कंपनियों, होटलों, गेस्ट हाउस व अन्य व्यापारिक प्रतिष्ठानों में काम करने वाले लोगों की भी पुलिस वेरिफिकेशन कराने के लिए संबंधित लोगों को कहा गया है।
इसके लिए सभी व्यापारिक प्रतिष्ठानों को कहा गया। अगर जांच के दौरान कोई बिना वेरिफिकेशन पाया गया तो संबंधित के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही जिले में रहने और कामकाज करने वाले कश्मीरी मुस्लिमों का रिकार्ड भी खंगाला गया है। सभी के आधार कार्ड की पहचान एम एप से करने की सलाह दी गई है।
कई बार देखा जाता है कि आतंकी गतिविधियों या अन्य गैरकानूनी गतिविधियों में पुराने वाहनों का इस्तेमाल होता है, इसके लिए जिला पुलिस क्या करेगी?
गुरुग्राम पुलिस ने शहर में पुरानी कारों की खरीद-बिक्री को लेकर भी सख्ती बरतनी शुरू कर दी है। दिल्ली में हुए धमाके के बाद बीते दिनों सभी जोन के डीसीपी को आदेश दिए गए हैं कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में पुरानी गाड़ियों की खरीद और बिक्री पर कड़ी नजर रखें।
सभी थाना प्रभारियों को भी निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने क्षेत्र में वाहन लेन-देन गतिविधियों पर विशेष ध्यान रखें। इस कदम का उद्देश्य अवैध वाहन लेन-देन, आपराधिक गतिविधियों और वाहनों के दुरुपयोग पर अंकुश लगाना है।आरटीए अधिकारियों के साथ मिलकर भी इस पर नजर रखी जा सकती है। पुराने वाहन डीलरों से भी इस बाबत बातचीत करने के निर्देश दिए गए हैं।
सभी से कहा गया है कि कार खरीदते और बेचते समय वेरिफिकेशन का सही तरीके से खयाल रखना है। कार खरीदने वालों के आधार कार्ड का एम एप से वेरिफिकेशन जरूरी है।
सोसाइटियों और गांवों में सुरक्षा व्यवस्था के क्या कुछ उपाय हैं?
सोसाइटियों की आरडब्ल्यूए और गांवों के सरपंचों से मिलकर वहां की सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी की जा रही है। शहर की आरडब्ल्यूए को निर्देश दिए गए हैं कि वह सुरक्षा एजेंसियों को विशेष निर्देश जारी करें कि किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधि दिखने पर तुरंत सूचना दी जाए। सोसायटियों के मुख्य गेटों पर आने-जाने वालों की कड़ी निगरानी करने, विजिटर एंट्री को भी सख्ती से लागू करने के भी निर्देश दिए हैं।
इसके साथ ही सोसायटी में रहने वाले सभी किरायेदारों की सुरक्षा जांच करने के लिए कहा गया है। हालात सामान्य होने तक यह सख्ती जारी रखने के निर्देश हैं। पुलिस हेडक्वार्टर से जारी निर्देशों के बाद थाना प्रभारियों ने मैसेज आरडब्ल्यूए को भेजे हैं। शहर की सभी सोसायटी के आरडब्ल्यूए को मैसेज भेजकर उनसे उनकी सोसायटी में रहने वाले संदिग्ध लोगों की जानकारी मांगी गई है।
धार्मिक स्थलों पर भी क्या किसी प्रकार की तैनाती की गई है?
शहर के धार्मिक स्थानों पर भी पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है। निर्देश दिए गए हैं कि संबंधित पुलिस थाना प्रभारी दिन में कई बार वहां का राउंड जरूर लेंगे। सदर बाजार स्थित जामा मस्जिद, शीतला माता मंदिर, सदर बाजार, रेलवे स्टेशन और बस अड्डा के साथ साथ तमाम मेट्रो स्टेशन पर गश्त बढ़ाई गई है।
जिले के मुस्लिम बाहुल गांवों व अति संवेदनशील इलाकों में पुलिस सघन तलाशी अभियान समय-समय पर चलाएगी। सभी से अपील है कि लोग अगर कहीं भी संदिग्ध गतिविधि देखें तो पुलिस कंट्रोल रूम या 112 पर सूचना दे सकते हैं। गुरुग्राम पुलिस हर समय उनकी सेवा के लिए तत्पर है।

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