हरियाणा में खिलाड़ियों की बल्ले-बल्ले, अब साल में एक नहीं दो बार आयोजित होंगे राज्य खेल उत्सव
हरियाणा में अब हर साल दो बार राज्य खेल उत्सव होगा, जिससे खिलाड़ियों को प्रतिभा दिखाने का मौका मिलेगा। अगले नेशनल गेम्स के लिए एक हजार खिलाड़ी तैयार किए जाएंगे। साइबर सिटी में खेलों को बढ़ावा दिया जाएगा ताकि शहर की पहचान बन सके। हरियाणा ओलिंपिक संघ के अध्यक्ष ने बताया कि खिलाड़ियों को आईडी कार्ड दिए गए हैं और चयन में राजनीति नहीं होगी।
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आदित्य राज, गुरुग्राम। प्रदेश में अब हर साल दो बार हरियाणा राज्य खेल उत्सव का आयोजन किया जाएगा। इससे अधिक से अधिक खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिलेगा। अगले वर्ष होने वाले नेशनल गेम्स में प्रदेश से एक हजार खिलाड़ी भाग लेंगे। इसे ध्यान में रखकर तैयारी शुरू कर दी गई है। जिस इलाके में जिन खेलों के प्रति बच्चों में दिलचस्पी है, उन खेलों को बढ़ावा दिया जाएगा। साइबर सिटी के मिजाज के हिसाब से खेलों को बढ़ावा दिया जाएगा ताकि खेल के क्षेत्र में शहर की पहचान बन सके।
यह जानकारी हरियाणा ओलिंपिक संघ (एचओए) के अध्यक्ष कैप्टन जसविंदर मीनू बेनीवाल ने दैनिक जागरण से बातचीत में दी। वह रविवार को ताऊ देवीलाल स्टेडियम में 27वें हरियाणा राज्य खेल उत्सव के शुभारंभ समारोह में भाग लेने पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि राजनीतिक कारणों से 14 साल तक राज्य खेल उत्सव का आयोजन नहीं हो सका। इस कमी की भरपाई करने का प्रयास होगा।
बताया गया कि साल में दो बार खेल उत्सव के आयोजन से काफी खिलाड़ियों को आगे आने का मौका मिलेगा। प्रदेश में सात हजार से अधिक खिलाड़ियों की पहचान कर उन्हें आइडी कार्ड उपलब्ध कराए जा चुके हैं। आईडी में कोड है, जिसके माध्यम से खिलाड़ी के बारे में पूरी जानकारी हासिल की जा सकती है। खिलाड़ी कब-कब किस स्तर पर खेला, वर्तमान में किस स्तर पर खेल रहा है, उसका ब्लड ग्रुप क्या है, वह कहां का रहने वाला है आदि जानकारी कोड से आसानी से पता किया जा सकेगा।
बताया कि अगले एक साल के भीतर इतने खिलाड़ी तैयार हो जाएंगे कि नेशनल गेम्स के लिए उनमें से एक हजार खिलाड़ियों का चयन करना आसान नहीं होगा। हरियाणा खेलों का हब है। यह हब हमेशा बना रहे, इस दिशा में काम किया जा रहा है। गांव से लेकर जिला व प्रदेश स्तर तक खेलने वाले खिलाड़ियों की संख्या हरियाणा में छह लाख से अधिक है। आने वाले समय में खिलाड़ियों की संख्या कई लाख बढ़ जाएगी क्योंकि उत्साह बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है।
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राज्य खेल उत्सव के आयोजन से खिलाड़ियों के भीतर आत्मविश्वास पैदा होगा। उन्हें लगेगा कि उनके पीछे हरियाणा ओलिंपिक संघ है। सरकार उनके पीछे है। खिलाड़ियों के चयन में कहीं भी किसी भी स्तर पर राजनीति न हो, इसका विशेष रूप से ध्यान दिया जाएगा। राजनीति खेल व खिलाड़ी को खराब कर देती है।
खेल में भी साइबर सिटी की बनेगी विशेष पहचान
कई प्रकार के खेल हैं, जिनको बढ़ावा देकर खेलों के क्षेत्र में साइबर सिटी की पहचान मजबूत की जा सकती है। ऐसे कई खेलों का चयन कर लिया गया है। जल्द ही इसके ऊपर तेजी से काम किया जा रहा है। साइबर सिटी प्रदेश के विकास का आइना है। इसकी हर क्षेत्र में पहचान होनी चाहिए। आईटी, टेलीकाम, ऑटोमोबाइल, गारमेंट्स एवं मेडिकल सेक्टर के हब के रूप में पूरी दुनिया में पहचान है। खेलों में भी पहचान बननी चाहिए। इसके लिए क्या-क्या सुविधाएं विकसित करने की आवश्यकता है, इसके ऊपर जोर दिया जाएगा। पुराने खिलाड़ियों से भी समय-समय पर सुझाव लिए जाएंगे।

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