द्वारका और दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे पर चलने वाले सावधान, एक गलती पर कटेगा ऑनलाइन चालान; लगाए गए 150 AI बेस्ड कैमरे
द्वारका और दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे पर आधुनिक ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम शुरू हो गया है। 60 किलोमीटर के दायरे में 150 कैमरे लगे हैं जो ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने पर ऑनलाइन चालान काटेंगे। यह सिस्टम ट्रैफिक जाम कम करने और दुर्घटनाओं को रोकने में मदद करेगा। इसे लेकर अगले 15 दिनों तक ट्रैफिक पुलिस लोगों को जागरूक करने का काम करेगी।

आदित्य राज, गुरुग्राम। द्वारका एक्सप्रेसवे व दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे पर एडवांस ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (एटीएमएस) विकसित करने का काम पूरा हो गया। इसे चालू भी कर दिया गया है, लेकिन फिलहाल चालान काटने पर अधिक जोर नहीं दिया जा रहा है। सिस्टम के बारे में अगले 15 दिनों तक ट्रैफिक पुलिस लोगों को जागरूक करेगी। लोगों को बताया जाएगा कि अब ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करते ही ऑनलाइन चालान हो जाएगा।
कंट्रोल रूम द्वारका एक्सप्रेसवे पर बनाया गया है। जैसे ही ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन होगा, जानकारी कंट्रोल रूप में पहुंच जाएगी। यही नहीं सिस्टम के माध्यम से दोनों एक्सप्रेसवे की पूरी गतिविधियों पर भी नजर रखी जाएगी। दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे एवं द्वारका एक्सप्रेसवे आपस में रिंगमेन सिस्टम की तरह जुड़े हुए हैं।
ट्रैफिक जाम से भी मिलेगी राहत
दिल्ली में महिपालपुर के नजदीक एवं गुरुग्राम में खेड़कीदौला टोल प्लाजा के नजदीक द्वारका एक्सप्रेसवे दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे से जुड़ा है। दोनों को मिलाकर 60 किलोमीटर का सर्किल बनता है। 60 किलोमीटर में 150 अत्याधुनिक कैमरे लगाए गए हैं।
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हर गतिविधि पर नजर रखेंगे कैमरे
कुछ आर्टिफिशियल इंटेजिलेंस (एआई) आधारित कैमरे भी लगाए गए हैं जिससे ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करते ही ऑटोमैटिक चालान कट जाएगा। अन्य कैमरों के माध्यम से दोनों एक्सप्रेसवे की पूरी गतिविधियों पर नजर रहेगी।
इससे लाभ यह होगा कि कहीं भी हादसा होते ही सूचना ट्रैफिक पुलिस के पास पहुंच जाएगी। यदि कहीं पर ट्रैफिक जाम लगता है तो तत्काल प्रभाव से ट्रैफिक डायवर्ट किया जा सकेगा। यही नहीं बदमाश वारदात को अंजाम देने के बाद यदि दोनों एक्सप्रेसवे से निकलेंगे तो उनकी पहचान करना आसान होगा।
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण से संबंधित इंडियन हाईवे मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड के द्वारा कैमरे लगाए गए हैं। कंपनी के एक अधिकारी का कहना है कि यह इतना बेहतर सिस्टम है कि दोनों एक्सप्रेसवे पर कहां क्या हो रहा है, सबकुछ पता चल जाएगा। सौ फीसद दोनों एक्सप्रेसवे पर नजर रहेगी।
टेस्टिंग में सिस्टम पूरी तरह सफल
एटीएमएस को विकसित करने के बाद उसकी टेस्टिंग की गई। टेस्टिंग में सिस्टम पूरी तरह सफल निकला है। गुरुग्राम-दिल्ली सीमा पर बनाए गए कंट्रोल रूम में बैठकर भी सिस्टम की जांच की जा चुकी है। कहीं से भी किसी भी स्तर पर कमी सामने नहीं आई है।
सेक्टर-40 निवासी इंजीनियर राजेश नारायण कहते हैं कि बहुत ही बेहतर सिस्टम विकसित किया गया है। इससे हादसों के ऊपर लगाम लगेगी। हादसों के शिकार अधिकतर दोपहिया वाहन चालक होते हैं।
चालान कटने के डर से वे एक्सप्रेसवे की बजाय सर्विस लेन का उपयोग करेंगे। इससे हादसे कम होंगे। द्वारका एक्सप्रेसवे की सर्विस लेन बेहतर है, लेकिन दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे की सर्विस लेन नहीं। इसे भी बेहतर करने पर जोर दिया जाए।
एडवांस ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम चालू हो चुका है, लेकिन अगले 15 दिनों तक लोगों को जागरूक किया जाएगा। एक बार लोगों को सिस्टम के बारे में जागरूक करना आवश्यक है। 15 दिनों के बाद ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करते ही ऑनलाइन चालान कट जाएगा। -सत्यपाल, सहायक पुलिस आयुक्त, ट्रैफिक हाईवे

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