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    Gurugram News: चिंटेल्स पैराडिसो सोसायटी के 150 फ्लैट मालिकों की बढ़ी टेंशन, जानिए क्या है पूरा मामला?

    Updated: Thu, 12 Jun 2025 12:55 PM (IST)

    गुरुग्राम के सेक्टर-109 स्थित चिंटेल्स पैराडिसो सोसायटी में बिल्डर प्रबंधन की मनमानी से 150 फ्लैट मालिक परेशान हैं जिन्हें किराया नहीं मिल रहा। बिल्डर फ्लैट के बदले फ्लैट देने के करार पर हस्ताक्षर करने का दबाव बना रहा है। धीमी गति से ध्वस्तीकरण के कारण प्रोजेक्ट में देरी हो रही है। फ्लैट मालिकों ने पुनर्निर्माण के लिए सहमति दी है पर करार पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं।

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    चिंटेल्स पैराडिसो सोसायटी : बिल्डर प्रबंधन नहीं दे रहा 150 फ्लैट मालिकों को किराया

    गौरव सिंगला, नया गुरुग्राम। सेक्टर-109 स्थित चिंटेल्स पैराडिसो सोसायटी में बिल्डर प्रबंधन की मनमानी से फ्लैट मालिक बेहद परेशान है। 150 फ्लैट मालिक ऐसे है जिनको बिल्डर प्रबंधन की तरफ से किराया भी नहीं दिया जा रहा है। इतना ही नहीं प्रबंधन अपनी मनमानी शर्तों के आधार पर फ्लैट के बदले फ्लैट देने के करार पर हस्ताक्षर करने का दबाव बना रहा है।

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    यही नहीं बिल्डर जिस गति से टावरों को तोड़ रहा है, इस हिसाब से तो यह प्रोजेक्ट अगले छह साल में भी बनकर तैयार नहीं होगा और इसका खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है। फ्लैट मालिकों का आरोप है कि जिला प्रशासन भी पूरे मामले में बिल्डर प्रबंधन के दबाव में काम कर रहा है।

    आरडब्ल्यूए के पूर्व प्रतिनिधियों के द्वारा उपायुक्त गुरुग्राम के कार्यालय में दी गई शिकायतों पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है, पिछले चार माह से केवल आश्वासन ही दिए जा रहे हैं। आरडब्ल्यूए के पूर्व अध्यक्ष राकेश हुड्डा का कहना है कि बिल्डर प्रबंधन की मनमानी लगातार बढ़ती जा रही है।

    सुप्रीम कोर्ट ने दिए हैं क्या आदेश?

    नौ टावरों के 150 से अधिक फ्लैट मालिकों को किराया नहीं दिया जा रहा है क्योंकि वो फ्लैट मालिक बिल्डर की मनमानी शर्तों वाले करार पर हस्ताक्षर नहीं कर रहे हैं। बिल्डर इस प्रोजेक्ट को रि-डेवलपमेंट में विकसित कर रहा है जबकि सुप्रीम कोर्ट ने दोबारा निर्माण के आदेश दिए हैं।

    फ्लैट मालिकों ने सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार प्रोजेक्ट के दोबारा निर्माण के लिए अपनी सहमति दे दी है, लेकिन करार पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं। लोग अब मजबूरी में अपनी जेब से किराए पर फ्लैट लेकर रहने को मजबूर हैं। रि-डेवलपमेंट में फ्लैट मालिकों को अपनी सोसायटी की कामन जमीन में भागीदारी बढ़ानी पड़ रही है और इसके बाद बिल्डर प्रबंधन को निर्माण की एवज में अतिरिक्त पैसे भी। यह बिल्डर की मनमानी नहीं चलेगी।

    चिंटेल्स लिमिटेड के सीनियर वाइस प्रेजिडेंट जेएन यादव का कहना है कि टावरों की तोड़फोड़ तभी शुरू हो सकी जब वहां मौजूद जेनसेट, पानी की टंकी, पावर पैनल जैसी सेवाओं को सुरक्षित रूप से शिफ्ट किया गया, जिसमें आरडब्ल्यूए की देरी के कारण समय लगा।

    अब काम तेजी से चल रहा है और अक्टूबर तक पूरा हो जाएगा। सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार जिन फ्लैट मालिकों को किराया देना था, उन्हें हम मानवीय आधार पर जनवरी से किराया दे रहे हैं। आरडब्ल्यूए चुनाव में हस्तक्षेप के आरोप बेबुनियाद हैं।

    चार माह से नहीं होने दिए जा रहे आरडब्ल्यूए के चुनाव

    बिल्डर प्रबंधन पर फ्लैट मालिकों का आरोप है कि पिछले तीन माह से सोसायटी में चुनाव के लिए जिला रजिस्ट्रार कार्यालय से प्रशासक नियुक्त है और फिर भी चुनावों को नहीं होने दिया जा रहा। बिल्डर द्वारा खरीदे गए 150 फ्लैटों की एवज में सदस्यता की मांग की जा रही है, फिर भी पता नहीं चुनाव क्यों नहीं होने दिए जा रहे। एक्ट के हिसाब से प्रबंधन 150 फ्लैटों की सदस्यता ले भी लें लेकिन वोट एक ही डाल सकता है।

    कछुए की गति से चल रहा टावर तोड़फोड़ का काम

    राकेश हुड्डा का आरोप है कि बिल्डर प्रबंधन टावरों को तोड़ने का काम बड़ा ही धीमा करवा रहा है। अब तक केवल दो टावर जी और एच टावर ही टूटे है। टावर ए, बी और सी पर अभी कोर्ट से रोक लगी हुई है और टावर डी, ई, एफ, जे पर अभी तोड़फोड़ का कार्य शुरू भी नहीं हुआ है जिससे फ्लैट के नवनिर्माण में ओर देरी होगी। इससे फ्लैट मालिकों का भारी नुकसान हो रहा है।

    चिंटेल्स पैराडिसो सोसायटी के मामले में कमेटी द्वारा विभिन्न मुद्दों पर सहमति बना निर्णय लिए गए हैं। उसी अनुसार संबंधित मुद्दों पर उनका समाधान किया जा रहा है। दोबारा निर्माण और रि-डेवलपमेंट को लेकर भी टाउन प्लानिंग मुख्यालय को पत्र लिखा हुआ है। कुछ मुद्दों पर निर्णय चंडीगढ़ मुख्यालय स्तर पर या कोर्ट में दायर याचिकाओं में लंबित है, लेकिन जिला प्रशासन के स्तर पर कोई निर्णय लंबित नहीं है। आरडब्ल्यूए चुनाव लटकाने को लेकर कोई शिकायत नहीं है। यदि कोई शिकायत मिलती है जो जिला रजिस्ट्रार को समाधान के आदेश दिए जाएंगे। - अजय कुमार, उपायुक्त गुरुग्राम

    इस सप्ताह चिंटेल्स पैराडिसो सोसायटी का निरीक्षण किया जाएगा और टावर गिराने के कार्य की समीक्षा की जाएगी। आरडब्ल्यूए की शिकायत के हिसाब से बिल्डर प्रबंधन को भी तलब किया जाएगा। - अमित मधोलिया, डीटीपीई, टाउन प्लानिंग