गुरुग्राम के काकरोला-भांगरोला में तोड़फोड़ टीम पर लोगों ने किया पथराव, बुलडोजर ऑपरेटर गंभीर घायल
मानेसर के काकरोला-भांगरोला गांव में अवैध वेयरहाउसों पर कार्रवाई के दौरान पथराव हुआ जिसमें एक सहायक घायल हो गया। विभाग ने फरवरी में मालिकों को नोटिस दिया था लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। स्थानीय लोगों ने विरोध किया और कर्मचारियों से हाथापाई की। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

संवाद सहयोगी, नया गुरुग्राम। मानेसर तहसील के काकरोला-भांगरोला गांव में सोमवार को टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग की इन्फोर्समेंट टीम पर अवैध वेयरहाउसों की तोड़फोड़ कार्रवाई के दौरान पथराव किया गया। हमले में बुलडोजर ऑपरेटर सहायक गंभीर रूप से घायल हो गए। मशीन को भी क्षति पहुंची। हालात बिगड़ते ही मौके पर मौजूद पुलिसकर्मी भी वहां से भाग खड़े हुए।
जानकारी के अनुसार विभाग की टीम गांव में लगभग 6.8 एकड़ भूमि पर बनी अवैध वेयरहाउस कालोनी को ध्वस्त करने पहुंची थी। यहां करीब 12-15 अवैध वेयरहाउसों का निर्माण किया गया था। विभाग ने इन मालिकों को फरवरी 2025 में कारण बताओ नोटिस जारी किया था।
इसके बाद रेस्टोरेशन के आदेश भी पारित किए गए थे लेकिन मालिकों की ओर से कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया गया। यह पूरी कालोनी बिना किसी लाइसेंस और स्वीकृति के काटी गई है। हरियाणा अर्बन डेवलपमेंट एक्ट 1975 के नियमों के तहत यह पूरी तरह अवैध है।
कागजी कार्रवाई पूरी करने के बाद ही इन्फोर्समेंट टीम सोमवार सुबह कार्रवाई करने पहुंची थी। जैसे ही तोड़फोड़ शुरू हुई, बड़ी संख्या में स्थानीय लोग मौके पर पहुंच गए और अचानक पथराव शुरू कर दिया। हमले में जेसीबी ऑपरेटर का सिर फट गया और वह गंभीर रूप से घायल हो गया।
भीड़ ने विभागीय कर्मचारियों से हाथापाई की। वीडियो कैमरे के रिकार्डिंग कार्ड को छीन लिया। अफसर और कर्मचारी किसी तरह अपनी जान बचाकर मौके से निकले। इसके बाद ड्यूटी मजिस्ट्रेट एवं एटीपी राहुल डबरा की ओर से खेड़कीदौला थाने में शिकायत दर्ज करवाई गई।
शिकायत में नामजद व्यक्तियों में राकेश यादव, भांगरोला के पार्षद, काकरोला के पार्षद, अजीत, रामावतार और सतबीर शामिल हैं। इन पर सरकारी काम में बाधा डालने, सरकारी कर्मचारियों के साथ हाथापाई करने, जेसीबी ऑपरेटर को गंभीर चोट पहुंचाने और वीडियो कैमरे का रिकार्डिंग कार्ड छीनने जैसे गंभीर आरोप लगाए गए हैं।
खेड़कीदौला थाना प्रभारी इंस्पेक्टर वीरेंद्र कुमार का कहना है कि शिकायत के आधार पर एफआइआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
किसी भी कीमत पर अवैध निर्माण को बख्शा नहीं जाएगा। जल्द ही बड़े स्तर पर तोड़फोड़ अभियान चलाया जाएगा। हमलावरों की पहचान कर उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल एफआइआर दर्ज कराने की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है।
अमित मधोलिया, डीटीपीई, टाउन प्लानिंग
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