गुरुग्राम में खतरनाक इमारतों पर गिरी निगम की गाज, तीन जर्जर मकान किए जमींदोज
गुरुग्राम नगर निगम ने हरियाणा मानवाधिकार आयोग के आदेश पर कार्रवाई करते हुए तीन जर्जर इमारतों को गिरा दिया। ये इमारतें कादरपुर रोड और बड़ा बाजार क्षेत्र में स्थित थीं जो खतरनाक श्रेणी में चिन्हित थीं। निगम की टीम ने सुरक्षा व्यवस्था के साथ इन्हें जमींदोज किया। अधिकारियों का कहना है कि खतरनाक इमारतों पर लगातार निरीक्षण किया जा रहा है।

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम। हरियाणा मानवाधिकार आयोग के आदेशों पर आखिरकार नगर निगम की ओर से कार्रवाई शुरू कर दी गई है। आयोग ने खतरनाक श्रेणी की इमारतों को चिन्हित कर उन्हें तत्काल तोड़ने के निर्देश दिए थे। इसी के तहत बुधवार देर रात निगम की इंफोर्समेंट टीम ने कार्रवाई करते हुए तीन जर्जर इमारतों को जमींदोज कर दिया।
यह कार्रवाई कादरपुर रोड स्थित सरकारी डिस्पेंसरी के नजदीक, बड़ा बाजार क्षेत्र में की गई। निगम के मुताबिक, यहां मौजूद तीन इमारतें काफी समय से खतरनाक श्रेणी में चिन्हित थीं और कभी भी हादसे का कारण बन सकती थीं। निगम के इंजीनियरिंग विंग ने पूरी सुरक्षा व्यवस्था के साथ इन्हें गिराया।
इस कार्रवाई की निगरानी सहायक अभियंता (एई) आरके मोंगिया, कनिष्ठ अभियंता प्रदीप शर्मा ने की। टीम ने सुनिश्चित किया कि तोड़फोड़ के दौरान आसपास के इलाके में किसी भी प्रकार की अव्यवस्था न फैले और सुरक्षा मानकों का पूरी तरह पालन हो।
निगम अधिकारियों का कहना है कि खतरनाक इमारतों को लेकर निगम की ओर से लगातार निरीक्षण किया जा रहा है। जिन भवनों को असुरक्षित श्रेणी में रखा गया है, उन्हें नोटिस देकर गिराने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
देर रात तक चली इस कार्रवाई के दौरान मौके पर भारी पुलिस बल भी तैनात रहा, ताकि किसी तरह की बाधा उत्पन्न न हो। स्थानीय निवासियों का कहना है कि कार्रवाई कि लंबे समय से ये जर्जर मकान हादसे की आशंका बने हुए थे। अब इनके टूटने से क्षेत्रवासियों ने राहत की सांस ली है।
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