साउथेम्प्टन यूनिवर्सिटी ने गुरुग्राम में खोला अपना कैंपस, CM सैनी बोले- हरियाणा बना विदेशी निवेशकों की पहली पसंद
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने गुरुग्राम में साउथेम्प्टन यूनिवर्सिटी कैंपस का उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर की उपलब्धता से हरियाणा विदेशी निवेशकों की पहली पसंद बन गया है। केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने कहा कि भारत की उच्च शिक्षा व्यवस्था में ऐतिहासिक परिवर्तन हो रहा है।

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम। प्रदेश के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी एवं केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बुधवार को शहर में साउथेम्प्टन यूनिवर्सिटी कैंपस का शुभारंभ किया। दोनों ने कैंपस का बारीकी से अवलोकन भी किया।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि देश की राष्ट्रीय शिक्षा नीति की दूरदर्शिता के साथ ही वन अर्थ-वन फैमिली-वन फ्यूचर के सिद्धांत पर अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय के रूप में गुरुग्राम में साउथेम्प्टन यूनिवर्सिटी कैंपस की स्थापना देश में उच्च शिक्षा के मानकों को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का सशक्त माध्यम है। आज हरियाणा बेहतर इन्फ्रास्ट्रक्चर की उपलब्धता की वजह से विदेशी निवेशकों की पहली पसंद बनता जा रहा है।
देश की नई शिक्षा नीति के तहत पहली बार किसी अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय को भारत में एक पूर्ण परिसर स्थापित करने के लिए यूजीसी द्वारा मान्यता प्रदान की गई है। यह विश्वविद्यालय राष्ट्रीय शिक्षा नीति की दूरदर्शिता का प्रत्यक्ष प्रमाण होने के साथ-साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के वसुधैव कुटुम्बकम् के सिद्धांत पर भी मोहर है।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने कहा- देश के विश्वविद्यालयों की वैश्विक रैंकिंग में हो रहा सुधार
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की दूरदृष्टिता और नेतृत्व के चलते देश की उच्च शिक्षा व्यवस्था में ऐतिहासिक परिवर्तन हो रहा है। विश्व की प्रतिष्ठित क्वाक्वेरेली साइमंड्स (क्यूएस) रैंकिंग में भारतीय विश्वविद्यालयों की उपस्थिति में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
वर्ष 2014 में क्यूएस रैंकिंग में केवल 11 भारतीय विश्वविद्यालय शामिल थे जबकि वर्तमान में यह संख्या बढ़कर 54 तक पहुंच गई है। यह परिवर्तन भारतीय शिक्षा प्रणाली की गुणवत्ता, नवाचार और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ते विश्वास को दर्शाता है।
शिक्षा के क्षेत्र में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देने और युवाओं को विश्वस्तरीय शिक्षा के अवसर उपलब्ध कराने के उद्देश्य से केंद्र सरकार ने वैश्विक स्तर की 17 प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटीज को भारत में अपने पूर्ण कैंपस स्थापित करने की अनुमति दी है। इनमें से तीन यूनिवर्सिटीज में शैक्षणिक सत्र आरंभ हो चुका है।
देश में आने वाली अंतरराष्ट्रीय स्तर की यूनिवर्सिटीज को एनसीआर (राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र) सहित देश की प्रमुख मेट्रो सिटीज में खोला जाएगा, ताकि देश के अधिक से अधिक युवाओं को उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा उपलब्ध कराई जा सके।
भारत में ब्रिटेन की उच्चायुक्त लिंडी कैमेरून ने कहा कि इंग्लैंड की प्रतिष्ठित साउथेम्प्टन यूनिवर्सिटी के पूर्ण परिसर का हरियाणा में शुभारंभ इस बात का प्रमाण है कि शिक्षा के क्षेत्र में साझेदारी को आधुनिक भारत और आधुनिक ब्रिटेन एक सकारात्मक व सार्थक दिशा में आगे बढ़ा रहे हैं।
गौरतलब है कि फिलहाल साउथेम्प्टन यूनिवर्सिटी कैंपस में चार स्नातक और दो स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम उपलब्ध हैं। इनमें बीएससी. बिजनेस मैनेजमेंट, बीएससी अकाउंटिंग एंड फाइनेंस, बीएससी कंप्यूटर साइंस, बीएससी इकोनामिक्स, एमएससी फाइनेंस और एमएससी इंटरनेशनल मैनेजमेंट शामिल हैं।
समारोह में प्रदेश के उद्योग मंत्री राव नरबीर सिंह, यूजीसी चेयरमैन विनीत जोशी, साउथेम्प्टन यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर लार्ड पटेल, साउथेम्प्टन यूनिवर्सिटी के प्रेसिडेंट मार्क्स स्मिथ, विधायक बिमला चौधरी, विधायक मुकेश शर्मा, विधायक तेजपाल तंवर आदि मौजूद रहे।
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