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    चौंकाने वाली रिपोर्ट: हर साल ट्रेनों की चपेट में आने से 100 से ज्यादा मौतें, सामने आया ये बड़ा कारण

    Updated: Tue, 26 Aug 2025 05:35 PM (IST)

    गुरुग्राम जिले में हर साल ट्रेनों की चपेट में आने से सैकड़ों लोगों की मौत हो रही है जिनमें ट्रैक पार करते समय होने वाले हादसे शामिल हैं। लापरवाही और निगरानी की कमी के कारण स्थिति गंभीर बनी हुई है। रेलवे स्टेशन पर निर्माण कार्य और भीड़भाड़ के कारण जोखिम और बढ़ गया है।

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    हर साल ट्रेनों की चपेट में आने से 100 से ज्यादा मौतें। जागरण

    विनय त्रिवेदी, गुरुग्राम। गुरुग्राम जिले में हर साल ट्रेनों की चपेट में आने से सौ से ज्यादा लोगों की मौत हो रही है। कई लोग ट्रेनों के सामने आकर आत्महत्या कर लेते हैं तो कई ट्रैक पार करने के दौरान हादसे का शिकार हो जाते हैं।

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    लोगों की थोड़ी सी असावधानी या लापरवाही के कारण उनके परिवार को इसका खामियाजा जिंदगी भर उठाना पड़ता है। हर साल इतनी बड़ी संख्या में इस तरह से जान जाने के बाद भी न तो लोग सजग हैं, और न तो इसकी जिम्मेदारी उठाने वाली संबंधित जीआरपी या आरपीएफ की टीम।

    गुरुग्राम जिले में इस साल भी अब तक ट्रेनों की चपेट में आने से 90 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी हैं। इनमें अधिकतर वो मामले हैं, जिसमें रात या दिन में ट्रैक पार करने के दौरान ट्रेनों की चपेट में आने से लोगों की जान गई। इस साल अब तक हर महीने औसतन 12 लोगों की जान ऐसे हादसों में गई है।

    गुड़गांव रेलवे स्टेशन की बात करें तो यहां भी प्लेटफार्म पर खड़े होने वाले यात्री कई बार ट्रैक पार कर दूसरे प्लेटफार्म पर चले जाते हैं। यहां इस समय रेलवे स्टेशन पर निर्माण कार्य चल रहा है। इससे जगह-जगह पर लोहे की दीवार लगाई गई हैं।

    कई स्थानों पर जगह भी कम है, इससे इस समय रेलवे स्टेशन पर हादसे की आशंका बनी रहती है। लोगों का मानना है कि अगर जीआरपी या आरपीएफ यहां नियमित रूप से ड्यूटी करेंगे और कड़ी निगरानी रखेंगे तो यात्री ट्रैक पार नहीं करेंगे। फिलहाल रेलवे स्टेशन पर गेट के पास ही एक फुटओवरब्रिज है। यहां से यात्री एक प्लेटफार्म से दूसरे प्लेटफार्म पर आना जाना करते हैं। लेकिन व्यस्ततम समय में फुटओवरब्रिज पर भी भीड़ बढ़ जाती है। कई बार सुबह और शाम जब ट्रेनों में भीड़ अधिक होती है तो कई यात्री सीधा प्लेटफार्म पर उतरकर ट्रेन पकड़ने के लिए चले जाते हैं, जो कि जोखिम भरा होता है।

    इस साल अब तक 50 केस दर्ज

    कोई भी यात्री रेलवे ट्रैक पार न करे, इसका ध्यान हर समय रखा जाता है। टीम तैनात रहती है। लोगों को मना किया जाता है। इस साल अब तक रेलवे ट्रैक पार करने के दौरान पकड़े गए 50 से ज्यादा लोगों पर केस दर्ज किए गए हैं। इन पर मजिस्ट्रेट की तरफ से एक हजार रुपये तक का जुर्माना लगाया जाता है। जुर्माना न भरने की स्थिति में सजा हो सकती है। - इंस्पेक्टर नवल किशोर, आरपीएफ थाना प्रभारी, गुड़गांव

    पिछले तीन सालों में ट्रैक पार करने के दौरान हुई मौतें

    2023 -- 131

    2024 -- 135

    2025 -- 92