हिसार: मरीज की लापरवाही से मौत का आरोप लगाकर मांगा 40 लाख का मुआवजा, जिला उपभोक्ता अदालत का खटखटाया दरवाजा
हिसार के सातरोड़ खुर्द गांव के सुरेंद्र और आशा रानी ने बेटे सदानंद की मौत के बाद दो निजी अस्पतालों के डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया है। उन्होंने बताया कि बुखार होने पर सदानंद को अलग-अलग तारीखों में दो अस्पतालों में भर्ती कराया गया, जहाँ कथित ओवरडोज के कारण उसकी मृत्यु हो गई। दंपति ने जिला उपभोक्ता अदालत में शिकायत दर्ज कराकर 40 लाख रुपये के मुआवजे की मांग की है।
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हिसार: मरीज की लापरवाही से मौत का आरोप लगाकर मांगा 40 लाख का मुआवजा। सांकेतिक फोटो
जागरण संवाददाता, हिसार। गांव सातरोड़ खुर्द निवासी सुरेंद्र व आशा रानी ने बेटे सदानंद की मौत होने पर शहर के दो निजी अस्पतालों के चिकित्सकों पर आरोप लगाया है। शिकायकर्ताओं ने अधिवक्ता हेमंत अरोड़ा के माध्यम से केस दर्ज करवाया है। शिकायकर्ता सुरेंद्र ने बताया कि 21 मार्च को उनके बेटे सदानंद को बुखार हुआ तो उन्होंने शहर के निजी अस्पताल में दाखिल करवाया।
27 मार्च को अस्पताल से छुट्टी हो गई। दो अप्रैल को सदानंद को तबीयत बिगड़ने पर पुन: अस्पताल लेकर गए। तीन अप्रैल को अस्पताल से पुन: छुट्टी हो गई। 12 अप्रैल को तबीयत खराब होने की वजह से कैंप चौक स्थित अस्पताल में दाखिल करवाया।
शिकायकर्ता सुरेंद्र ने आरोप लगाया कि अस्पताल में ओवरडोज की वजह से 14 अप्रैल को सदानंद की मृत्यु हो गई। शिकायतकर्ता ने इस मामले में जिला उपायुक्त को एक शिकायत देकर कार्रवाई व न्याय की मांग की, लेकिन कार्रवाई न होने पर अब जिला उपभोक्ता अदालत का दरवाजा खटखटाया है। अस्पताल प्रबंधन पर 40 लाख रुपये के मुआवजे की मांग की है।

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