Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    हरियाणा में बिना डिग्री इलाज कर रहे थे डॉक्टर साहब, पॉपुलैरिटी ऐसी की यूपी तक से आते थे मरीज; फिर एक गलती और...

    Updated: Tue, 16 Sep 2025 08:33 AM (IST)

    हिसार में मुख्यमंत्री उड़नदस्ते और स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त कार्रवाई में घोड़ा फार्म रोड पर बालाजी क्लीनिक पर छापा मारा गया। जांच में पाया गया कि क्लीनिक संचालक सुनील बिना डिग्री के मरीजों का इलाज कर रहा था और बिना लाइसेंस के दवाइयों का स्टॉक रख रहा था। आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। टीम ने मौके से एलोपैथिक दवाइयां जब्त की हैं।

    Hero Image
    हरियाणा में फर्जी डॉक्टर का भंडाफोड़ हुआ है। सांकेतिक तस्वीर

    जागरण संवाददाता, हिसार। मुख्यमंत्री उड़नदस्ते और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए घोड़ा फार्म रोड पर बालाजी क्लीनिक पर सोमवार दोपहर छापा मारा। जांच दौरान सामने आया कि क्लीनिक चलाने वाला व्यक्ति बिना डिग्री के मरीजों का उपचार कर रहा था।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    वहीं, बिना लाइसेंस के दवाइयों का स्टाक रखा था। इस संबंध में आरोपित सुनील के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। सीएम फ्लाइंग टीम की इंचार्ज सुनैना के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग के मेडिकल ऑफिसर डॉ. ज्योति, ड्रग कंट्रोल ऑफिसर डॉ. अजय कुमार, एएसआई सुरेंद्र और एचसी विजय के साथ क्लीनिक पर छापा मारा।

    जांच दौरान क्लीनिक पर लुदास निवासी सुनील मिला। वह मेडिकल प्रैक्टिस कर रहा था। उसने खुद को क्लीनिक का मालिक बताया। जब उससे डिग्री दिखाने को कहा तो कोई डिग्री नहीं मिली। क्लीनिक पर दो मरीज मिले। एक उत्तर प्रदेश के हसनपुरा निवासी दीपक और दूसरा शाहपुर निवासी योगेश था, जिसे ग्लूकोज चढ़ा रहे थे।

    इसके अलावा परिसर में एलोपैथिक दवाइयां, मेडिकल उपकरण मिले। क्लीनिक में दो बेड की व्यवस्था थी। डॉ. अजय कुमार कुमार ने दवाओं के स्टाक की जांच की। आरोपित सुनील किसी भी प्रकार का ड्रग लाइसेंस, बिक्री-खरीद रजिस्टर या दवाओं की आपूर्ति का स्रोत नहीं दिखा पाया।

    उन्होंने बताया कि क्लीनिक पर बीएएमएस डॉ. अजय कुमार विजिटिंग डाक्टर के रूप में आते हैं। वह यह परिसर जगदीश से किराए पर लेकर चला रहा है। टीम ने 12 प्रकार की एलोपैथिक दवाइयां जब्त कर पुलिस के हवाले कर दी।

    टीम ने पुलिस को दी शिकायत में कहा कि आरोपित सुनील बिना किसी वैध दस्तावेजों और डिग्री के मेडिकल प्रैक्टिस कर रहा था और लोगों की जान को खतरे में डाल रहा है।