बहादुरगढ़ में फर्जी कॉल सेंटर का खुलासा, अमेरिकी लोगों से करते ठगी; 18 शातिर गिरफ्तार
बहादुरगढ़ में साइबर थाना पुलिस ने एक फर्जी इंटरनेशनल कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है जिसमें 18 ठगों को गिरफ्तार किया गया है। ये ठग अमेरिका के नागरिकों को तकनीकी सहायता के नाम पर ऑनलाइन ठगी करते थे। आरोपियों ने बहादुरगढ़ के एक रिहायशी अपार्टमेंट में कॉल सेंटर बना रखा था। पुलिस ने पांच आरोपियों को रिमांड पर लिया है जबकि अन्य को जेल भेज दिया गया है।

जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़। झज्जर जिले के बहादुरगढ़ में शातिर ठगों के एक गिरोह के 18 सदस्यों को साइबर थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया है। ये अमेरिका के नागरिकों को कई तरह की सर्विस देने के नाम पर उनसे ऑनलाइन ठगी करते थे।
बहादुरगढ़ के एक रिहायशी अपार्टमेंट में इन्होंने फर्जी इंटरनेशनल कॉल सेंटर बना रखा था। यहीं से ठगी करते थे। गिरफ्तार आरोपितों में से पांच को पुलिस ने रिमांड पर लिया है। आरोपितों में ज्यादातर दिल्ली के हैं।
झज्जर की साइबर क्राइम पुलिस टीम ने ओमेक्स शुभांगन अपार्टमेंट के टावर नंबर-17 के फ्लैट नंबर 701 में छापेमारी की। साइबर थाना प्रबंधक सोमबीर के नेतृत्व में टीम ने फ्लैट का दरवाजा खटखटाया। जिसे एक युवक ने खोला।
टीम अंदर पहुंची तो दो आरोपित सोफे पर बैठे इयरफोन लगा शार्क पीबीएक्स डीलर के नाम पर अंग्रेजी में बात कर रहे थे। अलग-अलग कमरों में दूसरे शातिर भी इसी तरह लैपटॉप पर हैडफोन लगा विदेशी नागरिकों से ठगी की कोशिश में जुटे थे। सभी को पुलिस ने काबू किया।
आरोपितों में ये हैं शामिल
दिल्ली के लाजपत नगर का नैफी अरसलान, दिल्ली के आंबेडकर नगर का फहाद खान, कर्मपुरा मोती नगर का राजू कनवाल, लक्ष्मी नगर का मयंक उर्फ एरीक, रोहिणी का पुलकित शर्मा, पश्चिमपुरी का पंकज चावला, पूर्वी दिल्ली के खिचड़ीपुर का राहुल चावला, किशनकुंज लक्ष्मीनगर का आशुतोष व भजनपुरा का सन्नी है।
जबकि उत्तर प्रदेश के लखनऊ के इंद्रानगर का अभिनय राज, गाजीपुर के मोहम्दाबाद का मोहम्मद जोहेब, कानपुर के चटाई मुहल्ला का समार खान उर्फ समर, मुजफ्फरनगर के गढ़ी शेखावत का रमन, पंजाब के जीरकपुर के शिवालिक विहार का दमन चंद्रा, लुधियाना के हरचरणनगर का राजीव सोंकर, राजस्थान के जयपुर के बन्नी पार्क एरिया का चेतन सिंह, उत्तराखंड के उधम सिंह नगर के मुहल्ला पट्टी चौहान का गौरव कुमार और हरियाणा के गुरुग्राम के कुतुब एन्कलेव का ध्रुव मोंगरे शामिल हैं।
इनमें से पुलिस ने नैफी अरसलान, फहाद खान, राजू कनवाल, मयंक उर्फ एरिक और पुलकित शर्मा को पांच दिन के रिमांड पर लिया है। बाकी 13 को जेल भेज दिया गया।
ऐसे करते थे ठगी
अमेरिका में किसी नागरिक को कोई तकनीकी सुविधा चाहिए होती थी तो वह गूगल पर कस्टमर केयर नंबर की तलाश करते थे। वहीं से कस्टमर केयर का नंबर लेकर जब कॉल की जाती तो वह कॉल इनके पास आती थी।
फिर नागरिकों को ईमेल लॉगिन इश्यूज, पाप अप इश्यूज व नेटफ्लिक्स और अमेजान की कस्टमर सर्विस देने और डायग्नोस करने, तकनीकी सुविधा देने के नाम पर उनसे कई गुना ज्यादा चार्ज डालर में लेते थे। बाद में किसी प्रकार की सुविधा नहीं देते थे।
किसी को एंटीवायरस लेना, सॉफ्टवेयर बेचना हो या फिर कोई सामान खराब हो गया उसको ठीक करवाना हो तो उसकी सुविधा मुहैया करवाने के नाम पर ठगी करते थे।
पुलिस का कहना है कि गिरोह में करने वाले इन शातिरों को प्रतिमाह वेतन के तौर पर 40 से 50 हजार रुपये मिलते थे।
रिमांड पर लिए आरोपितों से पूछताछ की जा रही है। इनसे कई लैपटॉप बरामद किए गए हैं। आमजन से अपील है कि ऐसी ठगी से बचने के लिए गलत ग्राहक सेवा नंबरों से बचें। जालसाज अक्सर गूगल पर नकली ग्राहक सेवा नंबर देते हैं। किसी भी कंपनी के ग्राहक सेवा नंबर या सहायता के लिए आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं। अगर इस प्रकार की ठगी हो जाती है तो पोर्टल या राष्ट्रीय हेल्पलाइन नंबर 1930 पर शिकायत कर सकते हैं।- डॉ. राजश्री सिंह, पुलिस कमिश्नर, झज्जर
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