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    झज्जर में गाड़ी का टायर फटने से पलटी स्कूल कैब, 8 साल के मासूम की मौत

    Updated: Sat, 09 Aug 2025 03:39 PM (IST)

    झज्जर में एक दुखद घटना में टायर फटने से एक स्कूल कैब पलट गई जिसमें 8 वर्षीय हितांश सिंघल की मौत हो गई। कैब में 10 बच्चे सवार थे जिनमें से एक गंभीर रूप से घायल है। परिजनों ने सुरक्षा मानकों की अनदेखी का आरोप लगाया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

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    गाड़ी का टायर फटने से पलटी स्कूल कैब, 8 साल के मासूम की मौत (जागरण फोटो)

    जागरण संवाददाता, झज्जर। शुक्रवार दोपहर गांव बिरधाना से सिलानी गेट एरिया के बच्चों को लेकर आ रही एक निजी स्कूल कैब का गुढ़ा बाइपास के नजदीक अचानक टायर फट गया, जिससे वाहन बेकाबू होकर पलट गया।

    हादसे में तीसरी कक्षा के छात्र 8 वर्षीय हितांश सिंघल पुत्र संदीप की मौत हो गई, जबकि एक अन्य छात्र पूरू गंभीर रूप से चोटिल है। जिसका निजी अस्पताल में उपचार चल रहा है। हादसे के समय कैब में कुल 10 बच्चे सवार थे, जिनमें हितांश का बड़ा भाई भी शामिल था।

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    संयोग की बात यह रही इसी स्कूल (एस.एफ.एस स्कूल, बिरधाना) की एक गाड़ी कैब के पीछे आ रही थी, जिन्होंने बच्चों को बाहर निकालकर अस्पताल भेजा।

    12 दिन बाद था हितांश का जन्मदिन

    हितांश का जन्मदिन 12 दिन बाद था। स्वजनों ने बताया कि वह पढ़ाई में अच्छा था और रोज़ की तरह अपने बड़े भाई के साथ स्कूल गया था। हादसे के बाद परिवार में मातम का माहौल है।

    इधर, हादसे की सूचना मिलते ही सिविल सर्जन डॉ. जयमाला, एसीपी सिटी और एसीपी बेरी, एफएसएल सहित प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने अस्पताल में घायल बच्चों से मुलाकात की और चिकित्सकों को उचित इलाज के निर्देश दिए।

    पुलिस ने मौका मुआयना करते हुए तथ्य जुटाए है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि टायर फटने के कारण वह पलट गया। वाहन की फिटनेस और सुरक्षा मानकों की भी जांच की जा रही है।

    उधर, पुलिस को दी गई शिकायत में स्वजनों ने यह आरोप लगाया कि गाड़ी चालक और मालिक को पहले भी इसकी सुरक्षा और टायरों को लेकर चिंता जताई थी। लेकिन इस ओर कतई ध्यान नहीं दिया गया।

    सुरक्षा मानकों का हो सख्ती से पालन

    उनका कहना है कि कई बार क्षमता से अधिक बच्चों को बैठाया जाता है और वाहन की स्कूल के स्तर पर भी समय-समय पर जांच नहीं होती। लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि स्कूल वाहनों की नियमित फिटनेस जांच हो और सुरक्षा मानकों का सख्ती से पालन कराया जाए।

    हालांकि, पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों ने लोगों को आश्वस्त करते हुए कहा है कि शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया है। दोषियों को किसी सूरत में छोड़ा नहीं जाएगा।