सावधान! कैथल में लगातार बढ़ रहा कैंसर का खतरा, सामने आए 682 नए केस
कैथल जिले में कैंसर मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है लेकिन स्वास्थ्य विभाग के अस्पतालों में इलाज की पर्याप्त सुविधा नहीं है। मरीजों को पीजीआई रोहतक और चंडीगढ़ रेफर किया जा रहा है। जिले में इस साल 682 कैंसर के मामले सामने आए हैं। नागरिक अस्पताल में हर शनिवार को ओपीडी लगती है जहां मरीजों को जानकारी दी जाती है।

जागरण संवाददाता, कैथल। हरियाणा के कैथल जिले में कैंसर मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। स्वास्थ्य विभाग के अस्पतालों में कैंसर मरीजों की जांच व इलाज को लेकर कोई सुविधा नहीं है। केवल सरकार की तरफ से बस सुविधा फ्री होने के कारण ही विभाग के पास मरीजों का आंकड़ा है।
यहां से मरीजों का इलाज के लिए पीजीआई रोहतक व चंडीगढ़ रेफर किया जाता है। जिले में पिछले साल 812 केस कैंसर के सामने आए थे, इस साल अब तक आठ माह में 682 केस मिल चुके हैं।
बता दें कि नागरिक अस्पताल के साथ-साथ छह सामुदायिक व 22 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चल रहे हैं, लेकिन कैंसर मरीजों के विशेषज्ञ डॉक्टर किसी भी अस्पताल में नहीं है। लक्षण नजर आने के बाद चिकित्सकों की तरफ से जांच के लिए हायर सेंटर रेफर किया जाता है।
कैंसर मरीजों के इलाज की सुविधा जिला मुख्यालय पर न होने के कारण मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। लोगों को महंगा इलाज करवाने पर मजबूर होना पड़ता है।
जिले में कैंसर के मरीज
नए मरीज हैं- 260
पुराने - 440
पुरुष - 425
महिला - 260
किस कैंसर के कितने मरीज
ओरल कैंसर के मरीज - 230
ब्रेस्ट कैंसर के मरीज - 110
सर्वाइकल कैंसर के मरीज - 30
अन्य कैंसर के मरीज - 310
हर शनिवार को लगती है ओपीडी
जिला नागरिक अस्पताल में हर शनिवार को कैंसर के मरीजों की ओपीडी लगती है, जहां उन्हें हर प्रकार की जानकारी दी जाती है। मरीज को जिस किसी दवाई की जरूरत होती है, वो दी जाती है। जिला नागरिक अस्पताल में सेंटर न होने के चलते मरीजों को पीजीआई चंडीगढ़ और रोहतक में रेफर किया जाता है।
ये हैं कैंसर के लक्षण
- थकान होना
- बुखार रात के समय होना
- भूख कम लगना, रात के समय पसीना आना
- लगातार दर्द रहना, त्वचा में बदलाव होना
- वजन का कम होना, खांसी आना
- शरीर में गांठ का पड़ जाना
कैंसर मरीजों को इलाज के लिए नागरिक अस्पताल में सप्ताह के हर शनिवार को ओपीडी लगती है। मरीज में लक्षण नजर आते हैं तो जांच के लिए हायर सेंटर रेफर किया जाता है। लोगों को कैंसर बीमारी से बचाव बारे में जानकारी दी जाती है। लोगों से भी अपील है कि कैंसर के लक्षण नजर आएं तो लापरवाही न बरतें, बल्कि जांच करवाएं, ताकि समय रहते इलाज शुरू हो सके। बीमारी को लेकर किसी भी तरह की लापरवाही न बरतें। -डॉ. रेनू चावला, सिविल सर्जन, कैथल।
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