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    हरियाणा-राजस्थान सीमा पर भ्रूण लिंग जांच गिरोह का पर्दाफाश, पोर्टेबल अल्ट्रासाउंड मशीन बरामद

    Updated: Sun, 09 Nov 2025 10:37 PM (IST)

    हरियाणा और राजस्थान की पीसीपीएनडीटी टीमों ने खेतड़ी में भ्रूण लिंग परीक्षण रैकेट का भंडाफोड़ किया। एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया गया और पोर्टेबल अल्ट्रासाउंड मशीन बरामद हुई। एजेंट ने गर्भवती महिला से 50,000 रुपये में सौदा तय किया था। आरोपी के खिलाफ पहले से ही कई मामले दर्ज हैं। टीम ने नांगल चौधरी क्षेत्र में भी ऐसी ही कार्रवाई की थी।

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    हरियाणा और राजस्थान की पीसीपीएनडीटी टीमों ने खेतड़ी में भ्रूण लिंग परीक्षण रैकेट का भंडाफोड़ किया।

    जागरण संवाददाता, नारनौल। हरियाणा और राजस्थान पीसीपीएनडीटी टीमों ने रविवार देर शाम एक संयुक्त अभियान चलाकर भ्रूण लिंग परीक्षण के एक बड़े रैकेट का भंडाफोड़ किया। टीम ने राजस्थान के खेतड़ी क्षेत्र के बडाऊ गाँव में छापा मारकर एक संदिग्ध को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया, जबकि उसका साथी फरार हो गया। मौके से एक पोर्टेबल अल्ट्रासाउंड मशीन और 27,000 रुपये नकद भी बरामद किए गए।

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    पीसीपीएनडीटी टीम के नोडल अधिकारी डॉ. विजय कुमार ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से सूचना मिल रही थी कि सीमावर्ती इलाकों से गर्भवती महिलाओं को भ्रूण परीक्षण के लिए राजस्थान ले जाया जा रहा है। इसी के आधार पर हरियाणा के नारनौल की टीम और राजस्थान के झुंझुनू की टीम ने मिलकर जाल बिछाया। टीम ने एक नकली ग्राहक के ज़रिए यह रणनीति बनाई।

    टीम ने साढ़े पाँच महीने की गर्भवती महिला को नकली ग्राहक बनाया। पचेरी निवासी आरोपी एजेंट सत्येंद्र ने महिला से 50,000 रुपये में सौदा तय किया। टीम के सदस्य अलग-अलग वाहनों में महिला का पीछा करते हुए निगरानी कर रहे थे। बिलवा चौराहे पर, सत्येंद्र महिला को अपनी बोलेरो गाड़ी में खेतड़ी के बडाऊ गाँव स्थित एक घर ले गया, जहाँ अवधेश पांडे नाम का एक व्यक्ति पोर्टेबल अल्ट्रासाउंड मशीन लेकर पहुँचा।

    मशीन को बैग में रखकर कमरे में जांच 

    अवधेश कमरे में गया और जांच करके भ्रूण के लड़की होने की पुष्टि की। एजेंट ने महिला से तय रकम ले ली। पहले से तय संकेत पर टीम ने उस जगह पर छापा मारा। हंगामा होते ही एजेंट सत्येंद्र मौके से भाग गया, जबकि अवधेश पांडे को पकड़ लिया गया। तलाशी में वही 27,000 रुपये बरामद हुए जो कार्रवाई से पहले नकली ग्राहक को दिए गए थे।

    आरोपी पहले से ही सात मामलों में वांछित

    पूछताछ में पता चला कि अवधेश पांडे के खिलाफ नारनौल में दो और राजस्थान में पाँच मामले पहले से ही दर्ज हैं। बरामद पोर्टेबल मशीन अपंजीकृत थी और आरोपी के पास सोनोग्राफी करने के लिए कोई शैक्षणिक योग्यता नहीं पाई गई। उसके खिलाफ पीसीपीएनडीटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया।

    इस कार्रवाई में नारनौल पीसीपीएनडीटी सेल के डॉ. विजय, झुंझुनूं आरसीएचओ के डॉ. दयानंद सिंह, अनीश सोनी, प्रदीप कुमार, एचसी अनिल कुमार, रितेश कुमार, समन्वयक आनंद कुमार और दिनेश कुमार शामिल थे।

    गौरतलब है कि मंगलवार रात को भी पीएनडीटी टीम ने जिले के नांगल चौधरी क्षेत्र के कालबा गांव में अवैध रूप से लिंग परीक्षण करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया था। उस कार्रवाई में एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया था। पिछले एक सप्ताह में टीम की यह दूसरी बड़ी कार्रवाई है।