स्वर्ण पदक विजेता आशीष बडेसरा को उपायुक्त ने किया सम्मानित
जागरण संवाददाता नारनौल कोई भी संस्था या व्यक्ति जब तक सफल नहीं होता तब तक उसकी राह में

जागरण संवाददाता, नारनौल: कोई भी संस्था या व्यक्ति जब तक सफल नहीं होता तब तक उसकी राह में कठिनाइयां नहीं होतीं। गोल्ड मेडलिस्ट खिलाड़ी आशीष ने इसी तरह की बाधाओं को झेलते हुए गांव व जिले का नाम रोशन किया है। यह बात उपायुक्त श्याम लाल पूनिया ने रविवार को खेलो इंडिया कबड्डी प्रतियोगिता के गोल्ड मेडल विजेता आशीष बडेसरा के अपने गांव गहली में पहुंचने पर समस्त ग्राम वासियों व युवा खेल कमेटी की ओर से आयोजित सम्मान समारोह में कही। इस मौके पर ग्रामीणों व खेल समिति ने लाखों रुपए देकर खिलाड़ी की हौसला अफजाई की। उपायुक्त ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। यहां के खिलाड़ियों के लिए गांव में कबड्डी के लिए ढांचागत सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी ताकि युवाओं को अपनी प्रतिभा निखारने का मौका मिले। उन्होंने कहा कि मदर डे पर आशीष ने अपनी मां को गोल्ड मेडल के रूप में बहुत बड़ा तोहफा दिया है। इस मौके पर अनिल पहलवान, विनोद पहलवान, अमित पहलवान, सेठी पहलवान को भी सम्मानित किया गया। मुख्य अतिथि के तौर पर पहुंचे उपायुक्त श्याम लाल पूनिया का घीसाराम नंबरदार, सरपंच नरेश कुमार, राजवीर बडेसरा ने पगड़ी पहनाकर सम्मान किया। इस मौके पर जाट महासभा महेंद्रगढ़ के प्रधान विजयपाल एडवोकेट, जजपा के जिला प्रवक्ता सिकंदर गहली, योगेश महरमपुर, सुरेंद्र सोनी, इनेलो से छोटेलाल प्रधान, बीजेपी से सतवीर बडेसरा, उत्तम सिंह बडेसरा, छोटेलाल, युवा प्रदेश महासचिव नवीन राव, प्रवक्ता धर्म सिंह, मास्टर कुलदीप सिंह, अमरजीत बडेसरा, महेंद्र सिंह साहब, छाजू, पटेल, प्यारेलाल, महिपाल, जगदेव जाखड़, सतपाल मास्टर, भोलाराम, रवि, धर्मपाल, मास्टर सतनारायण, रविद्र डीपी नेताजी, मुख्तियार, रामफल, उमेद सिंह, मालाराम थानेदार, रोहताश सिंह, शमशेर सिंह, आशीष के परिवार से भूपसिंह, सतबीर, अभय सिंह, अजित सिंह, जिले सिंह व दिलावर सिंह, नीरज व अन्य गणमान्य नागरिक मौजूद थे। बाक्स :
पिता की कोरोना से निधन होने पर भी नही मानी हार :
एक साल पहले उनके पिता प्रदीप कुमार का कोरोना के कारण देहांत हो गया था। इस हादसे से उबरते हुए उन्होंने अपने कोच दिलावर से प्रशिक्षण लेते हुए अपनी प्रैक्टिस जारी रखी। उनके चाचा तान सिंह व उसकी माता तथा चाची ने आशीष को आगे बढ़ने में सहयोग किया। आशीष ने यह गोल्ड मेडल अपने स्वर्गवासी पिता प्रदीप कुमार को समर्पित किया। गौरतलब है कि आशीष ने बेंगलुरु में आयोजित खेलो इंडिया कबड्डी प्रतियोगिता में विश्वविद्यालय कोटा की तरफ से खेलते हुए गोल्ड मेडल प्राप्त किया।
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