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    मेवात में नम आंखों से किया गया तशरीफ, साहूनी, अहसान और अरफान को सुपुर्द-ए-खाक; पसर गया सन्नाटा

    Updated: Fri, 07 Nov 2025 01:08 AM (IST)

    मेवात में तशरीफ, साहूनी, अहसान और अरफान के शवों को नम आंखों से सुपुर्द-ए-खाक किया गया। इस घटना के बाद पूरे क्षेत्र में मातम छा गया और सन्नाटा पसर गया। गुरुवार को खूसपुरी गांव के कब्रिस्तान में एक साथ सुपुर्द-ए-खाक किया गया। एक ही परिवार के चार लोगों का जनाजा एक साथ देख लोगों की आंखें नम हो गईं।

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    प्रतीकात्मक तस्वीर।

    संवाद सहयोगी, पिनगवां। जिले के फिरोजपुर झिरका के बींवा मार्ग पर बुधवार को ट्रक की चपेट में आने से एक ही परिवार के चार सदस्यों की मौत हो गई थी। गुरुवार को खूसपुरी गांव के कब्रिस्तान में एक साथ सुपुर्द-ए-खाक किया गया। एक ही परिवार के चार लोगों का जनाजा एक साथ देख लोगों की आंखें नम हो गईं।

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    37 वर्षीय तशरीफ, पत्नी साहूनी और उनके दोनों बेटे 12 वर्षीय अहसान एवं 10 वर्षीय अरफान को कब्रिस्तान में भी एक साथ कब्र खोदकर दफनाया गया। हादसे के गम से गांव में सन्नाटा पसर गया। परिवार में चार ही सदस्य थे, जिनकी चंद मिनट में ही ट्रक ने जिंदगी छीन ली।

    लोगों ने दुख जाहिर करते हुए कहा कि हादसे तो अब से पहले भी कई बडे हुए हैं, जिनमें छह छह लोगों की मौत हो चुकी है। लेकिन यह शायद पहली बार सुनने में आया है कि सड़क हादसे में पूरा परिवार खत्म हो गया।

    खूशपुरी गांव के रहने वाले जमालुद्दीन, मोहम्मद इमरान ने बताया कि तशरीफ बेहद सरल और शांत स्वभाव का एक मिलनसार व्यक्ति था। जिसके दो बेटे हैं। जो ट्रक चलाकर उनका गुजारा करता था। एक दो दिन पहले ही वह ट्रक छोड़कर घर आया था। जो अपनी बीमार सास से मिलने के लिए बुधवार को अपनी पत्नी साहूनी, बेटा अहसान और अरफान को बाइक पर लेकर उनसे मिलने के लिए जा रहा था।

    जैसे ही वह फिरोजपुर झिरका के अंबेडकर चौक से बींवा गांव की तरफ आगे बढ़े तो पीछे से एक ट्रक ने उनकी बाइक में टक्कर मार दी। जिससे चारों टायर के नीचे आकर कुचल गए। हादसे के बाद ट्रक चालक ट्रक को मौके पर ही छोड़कर फरार हो गया। लोगों ने तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी।

    पुलिस ने पहचान कर उनके स्वजन को सूचित किया और शवों का पोस्टमार्टम कराकर स्वजन को सौंप दिया। लेकिन रिश्तेदारियां इकट्ठी नहीं होने के कारण गुरुवार को सुबह उन्हें गांव के कब्रिस्तान में नम आंखों से सुपुर्द ए खाक किया गया।

    गांव में छाया रहा मातम

    हादसे के अगले दिन तक मृतकों के गांव में मातम का माहौल रहा। चारों तरफ इस दर्दनाक हादसे को लेकर लोग गमगीन रहे। हर किसी की जबान पर यह चर्चा थी कि हादसे तो बहुत हुए हैं, लेकिन जिले में ऐसा पहली बार हुआ है। जब परिवार के सभी लोग हादसे में मारे जाएं। हालांकि इससे पहले कई बडे़ ऐसे हादसे हुए हैं। जिनमें एक ही परिवार से कई कई लोगों की सड़क हादसे में मौत हुई है।

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