नूंह में पोटाश और डीएपी खाद की मिलावट का भंडाफोड़, मुख्यमंत्री उड़ने दस्ते ने पकड़ा गोदाम
नूंह में मुख्यमंत्री उड़न दस्ते और कृषि विभाग ने एक खाद बीज भंडार पर छापा मारा। उन्होंने 420 पोटाश और 84 डीएपी खाद के कट्टे बरामद किए जिन्हें मिलाकर नकली डीएपी बनाया जा रहा था। खाद उत्तर प्रदेश से लाई गई थी। संचालक न्याज मोहम्मद को गिरफ्तार कर लिया गया है और पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। नकली खाद से किसानों को धोखा दिया जा रहा था।

जागरण संवाददाता, नूंह। रबी की बोआई का समय आते ही क्षेत्र में नकली डीएपी खाद असली बोरों में भरकर बेचने का खेल शुरू हो गया है। इसी क्रम में साेमवार को मुख्यमंत्री उड़ने दस्ते व कृषि विभाग की संयुक्त टीम ने नूंह की अरावली कॉलोनी में बने सरपंच खाद बीज भंडार पर छापामारी की है।
छापे के दौरान टीम ने मौके से 420 पोटाश (एस) व 84 डीएपी के खाद बरामद किया। पोटाश खाद को डीएपी के साथ मिलाकर असली डीएपी के कट्टाें में भरने का काम किया जा रहा था। पोटाश खाद को उत्तर प्रदेश के अलग-अलग शहरों से लाकर यहां पर असली कट्टों में भरकर बेचा जा रहा था।
टीम ने खाद बीज भंडार के संचालक न्याज मोहम्मद को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। मौके पर मिले सभी कट्टों को पुलिस ने कब्जे में ले लिया है।
सोमवार को मुख्यमंत्री उड़न दस्ते की टीम के इंचार्ज सब इंस्पेक्टर सुनील कुमार की टीम को सूचना मिली कि नूंह की अरावली कालोनी में सरपंच खाद बीज भंडार पर नकली डीएपी खाद को मिलाकर कट्टों में भरा जा रहा है।
मुख्यमंत्री उड़ने दस्ते की टीम ने कृषि विभाग के एसडीओ डा अजित सिंह को साथ लेकर मौके पर छापेमारी की। छापे के दौरान खाद बीज की दुकान में 420 पोटाश खाद के कट्टे मिले, इसके अलावा 84 कट्टे डीएपी के पाए गए।
कृषि विभाग के एसडीओ डा अजित कुमार के अनुसार खाद विक्रेता मिलावट करके खाद असली डीएपी के कट्टों में भरने का काम कर रहा था। बताया गया है कि इस खाद को उत्तर प्रदेश के अलग-अलग शहरों से लाकर यहां पर मिलावट करके असली डीएपी खाद बताकर किसानों को बेचा जा रहा था।
टीम ने खाद के सैंपल भी लिए हैं। बरामद सभी खाद के कट़्टों को अपने कब्जे में लेकर आरोपित दुकानदार न्याज मोहम्मद को स्थानीय पुलिस के हवाले कर दिया गया है। टीम की तरफ से केस दर्ज करने के लिए लिखित शिकायत शहर थाने में दे दी गई है।
पुलिस ने केस दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। विदित रहे कि क्षेत्र में सरसों की बोआई का कार्य चल रहा है। ऐसे में किसानों को डीएपी की खाद की जरूरत होती है। आरोप है कि नकली खाद की आड़ में किसानों को डीएपी की खाद के रूप में यह खेल हो रहा था। सीजन के मौसम में अक्सर यहां पर नकली खाद की शिकायतें भी आती रही हैं।
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