Mewat News: बूचड़खानों के रास्तों पर जमकर गरजा बुलडोजर, कार्रवाई से मचा हड़कंप
मेवात के नगीना इलाके में वन विभाग ने अवैध बूचड़खानों के रास्तों को बुलडोजर से नष्ट कर दिया। इन बूचड़खानों ने वन विभाग से अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) नहीं लिया था। विभाग ने स्पष्ट किया है कि बिना एनओसी के किसी भी निर्माण या रास्ते के उपयोग की अनुमति नहीं होगी। स्थानीय लोगों ने इस कार्रवाई का समर्थन किया है क्योंकि बूचड़खानों से प्रदूषण की समस्या हो रही है।

संवाद सहयोगी, नगीना (मेवात)। मेवात के नगीना क्षेत्र में निर्माणाधीन बूचड़खानों के लिए जाने वाले रास्तों को वन विभाग की तरफ से मंगलवार को बुलडोजर से खोद दिया गया। यहां पर बन रहे तीन बूचड़खानों के लिए जो रास्ते जा रहे हैं व वन विभाग की जगह से निकल रहें है। जिनकी बूचड़खानों की तरफ से एनओसी तक नहीं ली गई। बुधवार को इस संबंध में वन विभाग दोबारा से कार्रवाई करेगा।
अधिकारियों का कहना है कि जब तक संबंधित बूचड़खाने संचालक वन विभाग से एनओसी (अनापत्ति प्रमाणपत्र) प्राप्त नहीं लेंग, तब तक उन्हें इस रास्ते से आने-जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। जानकारी के अनुसार, कई बूचड़खाने बिना एनओसी लिए ही निर्माण कार्य कर रहे हैं। विभागीय नियमों की अनदेखी कर चल रहे इन कार्यों पर अब रोक लग सकती है।
वन विभाग ने स्पष्ट किया कि क्षेत्र में कोई भी निर्माण कार्य या रास्ते का उपयोग तभी संभव होगा जब सभी आवश्यक कागजी औपचारिकताएं पूरी हों। इस कार्रवाई से उन संचालकों पर बड़ा असर पड़ेगा, जो लंबे समय से बिना एनओसी के काम चला रहे थे।
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वहीं, स्थानीय लोगों का मानना है कि विभाग का यह कदम सही दिशा में है, क्योंकि बूचड़खानों से प्रदूषण और स्वच्छता संबंधी गंभीर समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं। अब देखना यह होगा कि संचालक एनओसी की प्रक्रिया पूरी कर पाते हैं या नहीं, क्योंकि जब तक अनुमति नहीं मिलेगी, तब तक रास्ता बंद रहेगा।
इस कार्रवाई में वन विभाग की तरफ से अधिकारी उमर सैद, असफाक आलम के अलावा कई अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।
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