गणेश उत्सव को लेकर सजे बाजार, लोगों को भा रहे मिट्टी के बने बप्पा; जमकर हो रही खरीदारी
पलवल में गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi) का पर्व उत्साह से मनाया जा रहा है। बाजारों में गणेश जी की मूर्तियों की धूम है और श्रद्धालु अपने घरों में स्थापना के लिए मूर्तियां खरीद रहे हैं। शहर के अग्रसेन पार्क और महाकाली धाम में विशेष आयोजन हो रहे हैं। लोग इको फ्रेंडली मूर्तियों को पसंद कर रहे हैं और घर पर ही विसर्जन करने का आग्रह कर रहे हैं।

अशोक कुमार यादव, पलवल। बुधवार को गणेश चतुर्थी का पर्व है। इस दिन विघ्नहर्ता गणपति भगवान को श्रद्धालु घरों में विराजमान रहेंगे। दस दिन तक गणेश जी की घरों में ही पूजा अर्चना की जाएगी। पर्व को लेकर मंगलवार को बाजारों में भगवान गणेश की मूर्तियों की खूब बिक्री हुई। गणेश जी की भव्य मूर्तियों को श्रद्धालु अपने अपने घर ले जा रहे थे।
बता दे कि गणेश उत्सव महाराष्ट्र का मूल पर्व है। लेकिन पलवल में में भी लोग बेसब्री से विघ्नहर्ता के आगमन का इंतजार करते हैं। शहर में सराय पुख्ता बाजार स्थित अग्रसेन पार्क श्री गणेश उत्सव मंडल कि और से शाम को 7:00 बजे भगवान गणेश की प्रतिमा स्थापित की जाएगी।
वही खेल कला मोहल्ला स्थित महाकाली धाम में भी गणेश उत्सव की तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। मंदिर के महंत महेंद्र राणा ने बताया कि कल शाम को सात बजे भगवान गणेश की प्रतिमा स्थापित की जाएगी। यह मूर्ति उन्होंने फरीदाबाद से मंगवाई है।
इसके अलावा बाहर नगर कैंप में एक दर्जन से अधिक गलियों में भगवान गणेश की प्रतिमा स्थापित की जाती है। वहां भी गणेश उत्सव की धूम देखने को मिलेगी श्रद्धालुगण घरों में विधि-विधान के साथ विघ्नहर्ता गणेश जी की मूर्ति स्थापित कर रहे है।
जवाहर नगर कैंप मार्केट में नरूला आर्ट गैलरी में ईको फ्रेंडली गणेश की प्रतिमाएं कोलकाता से मंगवाई गई हैं। इसके अलावा सेक्टर-दो हुडा चौक पर सड़क किनारे भी एक दो दुकानदार मूर्तियां लेकर बैठे हैं, वर्षा ने उनकी बिक्री पर काफी असर डाला है।
उनकी सारी मूर्तियां पालीथीन से ढकी रखी है, मगर उन्हें कोई खरीददार नहीं मिल रहा है। उन्हें उम्मीद है कि बुधवार को मौसम अगर ठीक रहा तो सारी मूर्तियां बिक जाएंगी।
बाजार में मूर्तियां लेने पहुंची प्रेमलता गांधी, श्रेया, रेयांश ने खुशी जाहिर करते कहा कि उन्हें बड़ी बेसब्री से इंतजार था कि वे 27 अगस्त बुधवार को गणेश चतुर्थी को लोग गणपति जी की मूर्तियों की स्थापना ढोल बजाकर अपने घरों में करेंगे।
मूर्ति खरीदने पहुंचे श्रद्धालुओं ने कहा कि बड़ी श्रद्धा के साथ वह गणेश चतुर्थी का त्योहार मनाते हैं। उन्होंने लोगों से इको फ्रेंडली मिट्टी के बने गणेश जी की मूर्ति ही घर में स्थापित करने को कहा और मूर्ति विसर्जन अपने घर पर ही करने को कहा।
साथ ही कहा कि बाद में मूर्ति विसर्जन वाले पानी को अपने घर के पेड़-पौधों में डालना चाहिए। इससे घर भी शुद्ध होता है और गणेश जी की मूर्ति का अनादर भी नहीं होता।
वहीं, बाजार में बैठे मूर्ति विक्रेताओं ने खुशी जाहिर करते कहा कि लोगों में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है और उनकी मूर्तियों हाथों-हाथ बिक रही हैं। उनके पास एडवांस बुकिंग हो रही है। मूर्ति विक्रेताओं की तरफ से भी 10 इंच से लेकर 5 फीट तक की मूर्तियां तैयार करवाई गई हैं।
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