Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    रोडवेज कर्मचारियों ने 9 जुलाई को बुलई राष्ट्रव्यापी हड़ताल, चक्का जाम की घोषणा; ये हैं मुख्य मांगें

    Updated: Thu, 03 Jul 2025 06:21 PM (IST)

    Haryana Roadways Strike पलवल डिपो में हरियाणा रोडवेज वर्कर्स यूनियन ने सर्व कर्मचारी संघ और सीटू हरियाणा के साथ मिलकर बैठक की। 9 जुलाई 2025 को देशव्यापी हड़ताल में शामिल होने का ऐलान किया गया जिसमें बसों का चक्का जाम किया जाएगा। कर्मचारियों की मांग है कि सरकार कर्मचारी विरोधी लेबर कोड बिल और हिट एंड रन कानून को रद्द करे।

    Hero Image
    राष्ट्रव्यापी हड़ताल को सफल बनाने के लिए कर्मियों के साथ बैठक करते हुए - यूनियन

    जागरण संवाददाता, पलवल। हरियाणा रोडवेज वर्कर्स यूनियन, सर्व कर्मचारी संघ, और सीटू हरियाणा के संयुक्त प्रतिनिधिमंडल ने पलवल डिपो में पहुंचकर कर्मचारियों के साथ बैठक की।

    डिपो कमेटी द्वारा आयोजित गेट बैठक में हरियाणा रोडवेज वर्कर्स यूनियन के राज्य उप प्रधान जयकुंवार दहिया, सर्व कर्मचारी संघ पलवल के प्रधान योगेश शर्मा, और वरिष्ठ सदस्य गंगाराम सौरोत ने मुख्य वक्ता के रूप में हिस्सा लिया।

    रोडवेज सांझा मोर्चा ने संयुक्त बयान जारी करते हुए ऐलान किया कि 9 जुलाई 2025 को देशव्यापी हड़ताल में रोडवेज कर्मचारी भी पूरे जोश के साथ शामिल होंगे और बसों का चक्का जाम करेंगे। यह हड़ताल कर्मचारियों, किसानों, और मजदूरों के समर्थन में होगी।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    नेताओं ने बताया कि हरियाणा सरकार और अधिकारियों के साथ कई दौर की बातचीत में कर्मचारियों की कई मांगों पर सहमति बनी थी, लेकिन अब तक एक भी मांग पर अमल नहीं हुआ, जिससे कर्मचारियों में भारी रोष है।

    उनकी प्रमुख मांगों में कर्मचारी विरोधी चारों लेबर कोड बिल और हिट एंड रन कानून को रद्द करना, नई ऑनलाइन तबादला नीति रद्द कर चालक-परिचालकों का आपसी स्थानांतरण सुनिश्चित करना, प्राइवेट इलेक्ट्रिक बसों को रोडवेज विभाग में शामिल करना, चालकों और परिचालकों का वेतनमान 52,000 और 35,400 करने समेत अन्य मांगें शामिल हैं।

    जयकुंवार दहिया ने कहा कि सरकार ने बीती 22 मई को महानिदेशक और पूर्व परिवहन मंत्री के साथ हुई बातचीत में मानी गई मांगों को लागू नहीं किया, जिससे कर्मचारी ठगा महसूस कर रहे हैं।

    योगेश शर्मा ने चालक-परिचालकों की ऑनलाइन तबादला नीति का विरोध करते हुए कहा कि यह नीति कर्मचारियों के पारिवारिक जीवन को प्रभावित करती है। गंगाराम सौरोत ने बताया कि हड़ताल की तैयारियों के लिए चार टीमें गठित की गई हैं, जो पूरे प्रदेश में कर्मचारियों को एकजुट करेंगी।

    बैठक में जयसिंह चौहान, जितेंद्र डागर, देवेंद्र, लोकेश, मांगेराम, अनिल कुमार, राजसिंह, गजराज, नरेंद्र हैड, हेमराज, सुखबीर चालक सहित सैकड़ों कर्मचारियों ने हिस्सा लिया और हड़ताल को सफल बनाने का संकल्प लिया।