नाबालिग के जबरन मतांतरण कराने का सामने आएगा सच, एसपी से मिला प्रतिनिधिमंडल; बनी जांच की तगड़ी योजना
पलवल में नाबालिग के जबरन मतांतरण कराने के मामले में अब सच सामने आएगा। इस संबंध में एक प्रतिनिधिमंडल पुलिस अधीक्षक से मिला, जिसके बाद जांच की एक मजबूत ...और पढ़ें

प्रतीकात्मक तस्वीर।
जागरण संवाददाता, पलवल। सदर थाना क्षेत्र के एक गांव की मस्जिद में नाबालिग लड़की के मतांतरण के प्रयास के मामले में सभी नामजद आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर पंचायती नेता ज्ञान सिंह चौहान के नेतृत्व में 31 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को जिला पुलिस अधीक्षक वरुण सिंगला से मुलाकात की। इससे पहले हिंदू संगठनों ने रविवार को महापंचायत कर प्रशासन को गिरफ्तारी के लिए 15 दिन का अल्टीमेटम दिया था और जिला पुलिस अधीक्षक से मुलाकात के लिए 31 सदस्यीय कमेटी गठित की थी।
जांच के लिए विस्तृत रोड मैप तैयार
बुधवार को मुलाकात के दौरान जिला पुलिस अधीक्षक वरुण सिंगला ने प्रतिनिधियों को अवगत कराया कि प्रकरण की आगे की जांच के लिए विस्तृत रोड मैप तैयार कर लिया गया है।
उन्होंने स्पष्ट किया कि शेष बकाया आरोपितों के पाॅलीग्राफी टेस्ट सहित सभी वैज्ञानिक व फाेरेंसिक तथ्यों को ध्यान में रखते हुए गहन जांच की जाएगी, ताकि किसी भी पहलू को अनदेखा न रहने दिया जाए।
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि वारदात से जुड़े किसी भी आरोपित को बख्शा नहीं जाएगा और प्रत्येक के विरुद्ध उपलब्ध प्रमाण के आधार पर कड़ी व निष्पक्ष कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
एसपी के आश्वासन से संतुष्ट नजर आए
पुलिस अधीक्षक ने यह भी कहा कि ऐसे संवेदनशील मामलों में सामाजिक सौहार्द बनाए रखना सभी की जिम्मेदारी है। पुलिस प्रशासन कानून के दायरे में रहकर पूरी गंभीरता और निष्पक्षता से कार्रवाई कर रहा है। उन्होंने नागरिकों से भी अपील की कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें तथा किसी भी तरह की सूचना तुरंत पुलिस को उपलब्ध कराएं। मुलाकात के बाद प्रतिनिधिमंडल के सदस्य जिला पुलिस अधीक्षक के आश्वासन से संतुष्ट नजर आए।
बेटी के चिल्लाने की आवाज सुनाई दी
बता दें कि सदर थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी व्यक्ति ने शिकायत दर्ज कराई थी कि 25 सितंबर की शाम उसकी 15 वर्षीय नाबालिग बेटी घर पर नहीं मिली। खोजबीन के दौरान उन्हें गांव की बड़ी मस्जिद से बेटी के चिल्लाने की आवाज सुनाई दी।
मस्जिद के अंदर जाने पर उन्होंने देखा कि मौलवी और एक अन्य व्यक्ति उनकी बेटी से झगड़ा कर रहे थे। वहां चार अन्य नामजद व्यक्ति और दो महिलाएं भी मौजूद थीं, जो कुरान लेकर मतांतरण करा रही थीं। शिकायतकर्ता ने बताया कि उन्होंने बच्ची को वहां से छुड़ाया।
लड़की ने रोते हुए बताया कि मौलवी ने उसके हाथ से कलावा और राखियां काट दीं तथा उसके माथे से तिलक मिटा दिया। उस पर नमाज पढ़ने और मतांतरण करने का दबाव बनाया गया। लड़की ने मौलवी पर बदतमीजी और छेड़छाड़ का आरोप भी लगाया था।

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