पलवल से भी पकड़े गए थे दो जासूस, पाकिस्तानी को भेज रहे थे गोपनीय जानकारी
पलवल में क्राइम ब्रांच ने दो पाकिस्तानी जासूसों को गिरफ्तार किया है। तौफीक पर सैन्य जानकारी पाकिस्तान भेजने का आरोप है, जबकि यूट्यूबर वसीम अकरम भी खुफिया सूचनाएं साझा कर रहा था। दोनों पाकिस्तानी दूतावास के संपर्क में थे। वसीम ने दूतावास के कर्मचारियों को सिम कार्ड भी दिए थे। यह मामला फरीदाबाद में आतंकियों के सुरक्षित ठिकाने की आशंका को उजागर करता है।

अंकुर अग्निहोत्री, पलवल। हाल ही में नूंह जिले से सटे पलवल के हथीन से भी दो पाकिस्तानी जासूसों को क्राइम ब्रांच ने पकड़ा था। पहले क्राइम ब्रांच पलवल की टीम ने पाकिस्तान को गुप्त सूचनाएं भेजने के आरोप में तौफीक को गिरफ्तार किया था। आरोप है कि जिले के आलीमेव गांव के रहने वाले आरोपित तौफीक ने भारतीय सैन्य गतिविधियों से जुड़ी गोपनीय जानकारी पाकिस्तान उच्च आयोग को दी थी।
तौफीक बीते कई वर्षों से हथीन के लघु सचिवालय में लोगों के पासपोर्ट, लाइसेंस समेत अन्य दस्तावेज बनवाता था। राजस्थान की रहने वाली उसकी पत्नी की रिश्तेदारी पाकिस्तान में थी। वर्ष 2022 में वह पाकिस्तान स्थित पत्नी की रिश्तेदारी में गया था। उसी दौरान पाकिस्तान दूतावास में काम करने वाले एक कर्मचारी से उसकी मुलाकात हुई और उसके बाद वे दोनों वॉट्सएप पर बात करने लगे।
आरोपित तौफीक वॉट्सएप के जरिए भारतीय सैन्य गतिविधियों से जुड़ी गोपनीय जानकारी उक्त कर्मचारी को उपलब्ध कराता था। इसके बाद क्राइम ब्रांच ने 30 सिंतबर को पाकिस्तान को खुफिया सूचनाएं देने के आरोप में यूट्यूबर वसीम अकरम को गिरफ्तार किया था। वसीम का यूट्यूब पर चैनल था और वह नूंह के इतिहास से संबंधित जानकारी अपने यूट्यूब चैनल पर डालता था।
पिछले चार वर्षों से वसीम लगातार वाट्सअप से पाकिस्तान दूतावास में तैनात दानिश और एक कर्मचारी के संपर्क में था। वसीम ने दिल्ली जाकर भी दोनों से मुलाकात की थी। इस दौरान वसीम ने दानिश और उक्त कर्मी को एक सिम भी मुहैया कराई थी।
क्राइम ब्रांच की टीम को वसीम के फोन से कुछ वॉट्सएप चैट भी मिली थीं। 2021 में अपनी रिश्तेदारी में पाकिस्तान जाने के लिए वह वीजा बनवाने के दौरान पाकिस्तान दूतावास में तैनात दानिश और एक कर्मचारी के संपर्क में आया था। वसीम को जेल भेज दिया गया है।

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