मानसून सत्र में नायब सरकार को घेरने के लिए विपक्ष तैयार, कानून व्यवस्था के मुद्दे पर दिखेगा टकराव
हरियाणा विधानसभा का मानसून सत्र 22 अगस्त से शुरू होगा। विपक्ष कानून व्यवस्था पर सरकार को घेरने की तैयारी में है वहीं मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने अपराधियों को सख्त चेतावनी दी है। सत्र 26 अगस्त तक चलने की संभावना है जिसमें विपक्ष जल भराव और खाद की कमी जैसे मुद्दे उठाएगा। सरकार विपक्ष के हर सवाल का जवाब देने के लिए तैयार है।

राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। हरियाणा विधानसभा के 22 अगस्त से आरंभ हो रहे मानसून सत्र की तैयारियों में प्रदेश सरकार और विपक्ष पूरे जी-जान से जुटा है। विपक्ष जहां राज्य की कानून व्यवस्था के मुद्दे पर सरकार को घेरने की तैयारी में जुटा है, वहीं मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने राज्य में सक्रिय अपराधियों को सख्त भाषा में ठीक उसी तरह से कार्रवाई की कड़ी चेतावनी दी है।
जिस तरह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का अपराधियों के प्रति रवैया रहता है। पुलिस महानिदेशक कार्यालय की ओर से कांग्रेस और भाजपा सरकार के कार्यकाल में अपराधों के ग्राफ, दर्ज एफआईआर और कार्रवाई का पूरा ब्योरा तैयार किया जा रहा है।
राज्य के नव नियुक्त राज्यपाल प्रो. अशीम घोष 22 अगस्त को दोपहर दो बजे से विधानसभा के मानसून सत्र की शुरुआत करेंगे। पहले सत्र 11 बजे से आरंभ होना था। विधानसभा की कार्यशाला में आए सुझाव के आधार पर स्पीकर हरविन्द्र कल्याण एक दिन में एक ही सत्र आयोजित करने की संभावना तलाश रहे हैं।
अभी तक विधानसभा के एक दिन में लंबे-लंबे सत्र चलते हैं, जिससे बाद वाले सत्रों की उपयोगिता पर इसलिए सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि उस समय विधायकों व अधिकारियों की कम उपलब्धता रह जाती है।
विधानसभा का मानसून सत्र 26 अगस्त तक चलने की संभावना है, लेकिन इसकी वास्तविक अवधि 22 अगस्त को सत्र से पहले होने वाली बिजनेस एडवाइजरी कमेटी की बैठक में तय होगी। 23 व 24 अगस्त को शनिवार व रविवार का अवकाश है।
विपक्ष ने अगर दबाव बनाया तो सत्र की अवधि 27 अगस्त तक निर्धारित की जा सकती है। विधानसभा सचिवालय की ओर से विधायकों से पूछे जाने वाले सवाल मांग लिए गए हैं। सत्र में किस विधायक का सवाल पूछा जाएगा, इसके लिए लाटरी सिस्टम से नाम तय किए जाने बाकी हैं।
विधानसभा में कांग्रेस ने कानून व्यवस्था, राज्य में जल भराव, गुरुग्राम व जींद जैसे शहरों से कई-कई घंटों के बाद भी पानी की निकासी नहीं होना तथा खाद, बिजली और बीज की कमी के मुद्दे पर सरकार को घेरने की तैयारी है।
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने ऐसे संकेत दिए हैं। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी अपनी कैबिनेट के मंत्रियों और विभागीय अधिकारियों के साथ विपक्ष के हर वार को निरुत्तर करने के लिए योजना बना रहे हैं।
हाल ही में उन्होंने पुलिस महानिदेशक व गृह सचिव के साथ वार्ता कर राज्य में कानून व्यवस्था की मजबूत स्थिति बनाने के आदेश दिए हैं। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी का दो दिन पहले का बयान काफी चर्चा में है, जिसमें उन्होंने अपराधियों को मिट्टी में मिला देने की बात कही है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी इसी तरह के चर्चित बयानों तथा अपराधियों के प्रति सख्त कार्रवाई से चर्चा में आए थे। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के निर्देश के बाद राज्य में अपराधियों की धरपकड़ के साथ मुठभेड़ की घटनाओं में बढ़ोतरी हो रही है।
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