हरियाणा सिविल सेवा परीक्षा के बदले नियम, अब देने होंगे इतने पेपर
हरियाणा सिविल सेवा (एचसीएस) की मुख्य परीक्षा के पैटर्न में बदलाव किया गया है, जिसमें अब चार की बजाय छह पेपर होंगे। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की अध्यक ...और पढ़ें

एचसीएस बनने के लिए देने होंगे छह पेपर, प्रारंभिक परीक्षा में बदलाव नहीं।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। हरियाणा सिविल सेवा (एचसीएस) की मुख्य परीक्षा के पैटर्न में बदलाव किया गया है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की अध्यक्षता में हुई राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में निर्णय लिया गया कि एचसीएस मुख्य परीक्षा में अब पेपरों की संख्या चार की बजाय छह होगी। यह परीक्षा कुल 600 अंकों की होगी। प्रारंभिक में किसी तरह का बदलाव नहीं किया गया है।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने हरियाणा राज्य लोक सेवा आयोग द्वारा अंग्रेजी विषय के सहायक प्रोफेसर की भर्ती में कम पास हुए अभ्यर्थियों से जुड़े प्रश्न पर कहा कि परीक्षा का परिणाम कट-ऑफ लिस्ट के अनुसार ही जारी किया गया है। यदि किसी अभ्यर्थी को किसी प्रकार की शंका है तो वह राज्य लोक सेवा आयोग से जानकारी लेकर अपने परिणाम की जांच करा सकता है।
मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडल की बैठक में हरियाणा सिविल सेवा (एग्जीक्यूटिव ब्रांच) नियम 2008 में संशोधन को मंजूरी दी गई। इन नियमों को हरियाणा सिविल सेवा (एग्जीक्यूटिव ब्रांच) संशोधन नियम 2025 कहा जाएगा। संशोधन के अनुसार अब अंग्रेजी का पेपर और हिंदी का पेपर प्रत्येक 100-100 अंकों का होगा।
इसके अलावा अब चार जनरल स्टडीज के पेपर होंगे और प्रत्येक पेपर 100-100 अंकों का होगा। प्रारंभिक परीक्षा में कोई बदलाव नहीं होगा, जो केवल स्क्रीनिंग के लिए होगी और 200 अंकों की होगी। पर्सनल्टी टेस्ट भी पहले जैसा ही रहेगा और 75 अंकों का होगा।
मंत्रिमंडल की बैठक के बाद मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने तृतीय श्रेणी की नौकरियों के लिए सामान्य पात्रता परीक्षा पास करने वाले युवाओं को बधाई दी। उन्होंने कहा कि हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग एक स्वतंत्र संस्था है, जो अपना भर्ती कैलेंडर स्वयं जारी करता है। हरियाणा राज्य लोक सेवा आयोग के दबाव में होने से जुड़े सवाल पर नायब सैनी ने कहा कि किसी भी अभ्यर्थी के साथ कुछ गलत नहीं हुआ है। हरियाणा राज्य लोक सेवा आयोग बिना किसी दबाव के कार्य करता है।
मुख्यमंत्री ने पिछली सरकारों पर हमला बोलते हुए कहा कि पहले की सरकारों में तरह-तरह के दबाव बनाए जाते थे, लेकिन वर्तमान में आयोग पूरी तरह दबावमुक्त है। उन्होंने स्पष्ट किया कि सरकार का एजेंडा जीरो टालरेंस का है, न पहले किसी प्रकार की गड़बड़ी मिली है, न आगे मिलेगी। उन्होंने बताया कि इस वर्ष यूपीएससी में हरियाणा के 58 बच्चे चयनित हुए हैं। आज हरियाणा के होनहार बच्चे उत्तर प्रदेश, राजस्थान और पंजाब में भी चयनित हो रहे हैं, क्योंकि कोई भी अभ्यर्थी कहीं से भी आवेदन कर सकता है।
लेखा निदेशालय में बदले गए भर्ती के नियम
हरियाणा मंत्रिमंडल ने नवगठित राज्य लेखा निदेशालय हरियाणा के ग्रुप ए, बी और सी पदों के लिए मसौदा सेवा नियमों को मंजूरी प्रदान की है। राज्य लेखा निदेशालय हरियाणा में विभिन्न स्तरों पर कुल 535 पद स्वीकृत हैं, जिनमें ग्रुप ‘ए’ के चार पद, ग्रुप ‘बी’ के 107 पद, ग्रुप ‘सी’ के 395 पद और ग्रुप ‘डी’ के 29 पद शामिल हैं। इन सेवा नियमों को बनाना आवश्यक था, ताकि ग्रुप ‘ए’ और ‘बी’ के पदों पर नियुक्ति हरियाणा लोक सेवा आयोग के माध्यम से तथा ग्रुप ‘सी’ के पदों पर नियुक्ति हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के माध्यम से की जा सके।

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