हरियाणा में 'दीन दयाल लाडो लक्ष्मी' योजना से महिलाओं का सशक्तिकरण, सीएम सैनी ने जारी की 109 करोड़ से ज्यादा की राशि
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने 'दीन दयाल लाडो लक्ष्मी योजना' के तहत 5,22,162 पात्र महिलाओं को 2100-2100 रुपये की वित्तीय सहायता जारी की, कुल 109.65 करोड़ रुपये वितरित किए गए। यह योजना महिलाओं को आत्मनिर्भर और आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के उद्देश्य से शुरू की गई है। 23 वर्ष या उससे अधिक आयु की वे महिलाएं पात्र हैं जिनकी वार्षिक पारिवारिक आय एक लाख रुपये से कम है। आवेदन 'लाडो लक्ष्मी मोबाइल ऐप' के माध्यम से ऑनलाइन किया जा सकता है।

हरियाणा दिवस पर प्रदेश की महिलाओं को मिली बड़ी सौगात
डिजिटल डेस्क, चंडीगढ़। हरियाणा दिवस के विशेष अवसर पर आज प्रदेश की महिलाओं को आत्मनिर्भरता और आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में एक और बड़ी सौगात मिली है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने आज ‘दीन दयाल लाडो लक्ष्मी योजना’ के तहत पात्र 5,22,162 महिला लाभार्थियों को 2100- 2100 रुपये की राशि जारी की। इन महिलाओं को 109 करोड़ 65 लाख 40 हजार 200 रुपए का लाभ मिला। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की 'गारंटी’ और मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के संकल्प' प्रदेश में परिवर्तन की नई गाथा लिख रहे हैं। इसी कड़ी में महिला सशक्तिकरण की दिशा में यह पहल सिर्फ एक योजना नहीं, बल्कि डबल इंजन सरकार की स्पष्ट नीति और साफ नीयत की एक अनुपम झलक है।
मुख्यमंत्री आज यहां हरियाणा दिवस के अवसर पर आयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर विरासत एवं पर्यटन मंत्री डॉ अरविंद शर्मा और स्वास्थ्य मंत्री कुमारी आरती सिंह राव भी उपस्थित रहे। इस मौके पर मुख्यमंत्री एवं अन्य अतिथियों ने दीन दयाल लाडो लक्ष्मी योजना के तहत 21 महिला लाभार्थियों को प्रतिकात्मक रूप से चैक वितरित किए।
नायब सिंह सैनी ने कहा कि पंडित दीन दयाल उपाध्याय जी के 109वें जन्मदिवस के अवसर पर 25 सितंबर को ‘दीन दयाल लाडो लक्ष्मी’ ऐप का शुभारंभ किया गया था। इस ऐप पर 31 अक्तूबर, 2025 की मध्यरात्रि तक कुल 6,97,697 महिलाओं ने सफलतापूर्वक आवेदन किया, जिनमें से 6,51,529 विवाहित तथा 46, 168 अविवाहित हैं। 30 अक्तूबर की मध्यरात्रि से 31 अक्तूबर की मध्यरात्रि तक की 24 घंटे की अवधि में ही लगभग 37,735 नए आवेदन प्राप्त हुए थे, जो इस योजना की लगातार बढ़ती लोकप्रियता और जन-स्वीकृति का स्पष्ट प्रमाण है।
उन्होंने कहा कि इस योजना का लाभ 23 वर्ष या इससे अधिक आयु की वे सभी महिलाएं ले सकती हैं, जिनके परिवार की वार्षिक आय एक लाख रुपये से कम है। इस योजना का विशेष पहलू यह है कि परिवार की सभी पात्र महिलाएं इस योजना का लाभ ले सकती हैं। इस योजना का लाभ पाने के लिए आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी और ऑनलाइन है। आवेदन ‘लाडो लक्ष्मी मोबाइल ऐप’ के माध्यम से किसी भी स्थान से किसी भी समय सरलता से किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि आवेदन पूरा होते ही 24 से 48 घंटे के समय में सारी सत्यापन प्रक्रिया पूरी कर ली जाती हैं और पात्र पाई गई महिलाओं को एसएमएस द्वारा सूचित कर दिया जाता है। इस एसएमएस में उनसे निवेदन किया जाता है कि आप आवेदन के अंतिम चरण में इसी ऐप पर दोबारा जाकर अपना लाइव फोटो खींचकर अपलोड करें। इससे अगले ही क्षण आधार डेटाबेस के माध्यम से इ केवाईसी हो जाती है और ऐसा होते ही सेवा विभाग इस योजना की आईडी जारी कर देता है।
उन्होंने कहा कि गत रात्रि 12 बजे तक सफलतापूर्वक आवेदन करने वाली महिलाओं की जो संख्या 6,97,697 में से 5,22,162 महिलाएं तब तक जांच उपरांत पात्र पाई गई थीं और उन्हें बधाई एसएमएस भेज दिया गया था। उनमें से उस समय तक 3,96,983 पात्र महिलाओं ने आधार केवाईसी का अंतिम चरण भी पूरा कर लिया था और शेष 1,75,179 महिलाओं के आवेदनों में यह उस समय तक लंबित था। इस प्रकार, आज इस योजना के तहत 5,22,162 पात्र बहन-बेटियों को 2100-2100 रुपये की आर्थिक सहायता सीधे ही उनके बैंक खातों में जारी की।
मुख्यमंत्री ने अपील करते हुए कहा कि जिन महिलाओं का आधार केवाईसी का अंतिम चरण अभी भी बकाया है, वे शीघ्रातिशीघ्र पूरा कर लें। इस चरण के पूरा होते ही उनके खाते में धनराशि तुरंत पहुंच जाएगी।
इस अवसर पर मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी, मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव राजेश खुल्लर, राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव तथा वित्तायुक्त डॉ सुमिता मिश्रा, सामाजिक न्याय, अधिकारिता अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं अंत्योदय (सेवा) विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव मती जी अनुपमा, सूचना जनसंपर्क भाषा एवं संस्कृति विभाग के महानिदेशक के मकरंद पांडुरंग, मुख्यमंत्री के उप प्रधान सचिव और राजस्व एवं आपदा विभाग के विशेष सचिव यश पाल, सेवा विभाग के निदेशक प्रशांत पंवार, मुख्यमंत्री के मीडिया सचिव प्रवीण आत्रेय सहित अन्य गणमान्य उपस्थित रहे।

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