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    शराब के नशे में युवती के साथ पहुंचे आइपीएस हेमंत कलसन ने फिर किया हंगामा, पंचकूला पुलिस ने किया गिरफ्तार

    By Kamlesh BhattEdited By:
    Updated: Fri, 13 May 2022 06:06 PM (IST)

    हरियाणा के आइपीएस अफसर हेमंत कलसन को पंचकूला पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। हेमंत कलसन हमेशा विवादों में रहे हैं। अब उन पर आरोप है कि वह पिंजौर में एक दुकान में घुसे और वहां जमकर हंगामा किया।

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    सीसीटीवी में कैद आइपीएस हेमंत कलसन। वीडियो ग्रैब

    राजेश मलकानियां, पंचकूला। लगातार विवादों में रहने वाले हरियाणा के आईपीएस हेमंत कलसन को पंचकूला पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। हेमंत कलसन की गिरफ्तारी पिंजौर के एक निवासी की शिकायत पर हुई है, जिसकी दुकान में घुसकर हेमंत कलसन ने मारपीट की हंगामा किया और धमकाया।

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    पिंजौर पुलिस को दी शिकायत में रथपुर कालोनी निवासी तलविंदर सिंह ने बताया कि वह 75 प्रतिशत विकलांग है। वह और उसके पिता अपना कारोबार पानी टैंकर व करियाणा का करते हैं। वह बतौर केयरटेकर काम करते हैं। असल मालिक स्व. जीत सिंह पूर्व सरंपच थे और वह नगर पालिका के प्रथम प्रधान भी रहे। 

    तलविंदर ने बताया कि जीत सिंह के निधन के बाद वह पानी व करियाणा दुकान को बतौर केयरटेकर संभाल रहे हैं। 12 मई रात 8 बजे एक व्यक्ति उनके पास आया। उसने खुद को आइजी होमगार्ड हेमंत कलसन बताया। कलसन अपनी गाडी में एक लड़की व चालक के साथ आए।

    तलविंदर ने कहा कि वह हेमंत कलसन को नहीं पहचानते थे। हेमंत कलसन शराब के नशे में थे। उन्होंने दुकान मे घुसकर तलविंदर सिंह के साथ दुर्व्यवहार किया, गाली गलौच व मारपीट की। दुकान में तोड़फोड़ भी की गई। इसकी वीडियो भी है। तलविंदर सिंह विकलांग होने के कारण लड़ने में असमर्थ था।

    तलविंदर ने अपने बचाव के लिए पूर्व पार्षद सतविंदर सिंह टोनी को फोन किया। सतविंदर सिंह टोनी ने संबंधित थाना प्रभारी को फोन करके मामले की सूचना दी। इसके बाद पता चला कि हेमंत कलसन थाने में एसएचओ की कुर्सी पर बैठा हुआ था।

    तलविंदर सिंह सतविंदर टोनी के साथ थाने पहुंचा तो देखा कि आइजी हेमंत कल की गाड़ी थाने में खड़ी थी। इस पर लोगों ने विरोध किया। थाना प्रभारी ने कहा कि वह हेमंत कलसन और लड़की का मेडिकल करवाने के लिए जा रहे हैं। पुलिस ने हेमंत कलसन के खिलाफ केस दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है।

    हेमंत कलसन ने हाल ही में सेक्टर-6 पंचकूला स्थित सिविल अस्पताल में हंगामा किया था। कलसन पर नर्स व बाकी स्टाफ के साथ दुर्व्यवहार करने के आरोप थे। आरोपों के मुताबिक वह नशा किए हुए थे। पंचकूला पुलिस ने मामले में कार्रवाई भी की थी। इससे पहले भी कलसन इसी प्रकार के आरोपों में फंस चुके हैं। कलसन अपने व्यवहार के चलते कई बार निलंबित भी हो चुके हैं ।

    पहले भी गिरफ्तार हो चुका है यह आईपीएस

    हेमंत कलसन को पंचकूला में अगस्त 2019 में एक महिला के घर में जबरन घुसकर दुर्व्यवहार के मामले में गिरफ्तार भी किया गया था। उनकी पिंजौर में एक घर में घुसकर महिला और उसकी बेटी से छेड़छाड़ और मारपीट करने की वीडियो भी वायरल हुई थी। एक बार चुनावी ड्यूटी पर तमिलनाडु पहुंचे कलसन ने वहां रेस्ट हाउस में एक सुरक्षा गार्ड का हथियार छीनकर फायरिंग में की थी। उस मामले में भी निलंबित हुए थे।

    पंचकूला सेक्टर 6 के अस्पताल में कलसन ने यहां कथित रुप से हंगामा किया था। पैरामेडिकल स्टाफ ने उनकी वीडियो बना ली। कलसन नशा मुक्ति वार्ड में भर्ती एक महिला के पास शराब की बोतल, तंबाकू, गुटखा लेकर पहुंचे थे। उन्होंने इस दौरान महिला को जबरन साथ में ले जाने की कोशिश की थी। स्टाफ ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो उनके साथ में गाली गलौज शुरू कर दी। इस दौरान स्टाफ के बाकी युवाओं ने वीडियो बना ली। कलसन ने उन्हें धमकाया व डराया, जिसके बाद में पंचकूला पुलिस ने कलसन के खिलाफ केस दर्ज किया।

    सिपाही की शिकायत पर हेमंत कलसन पर एक और केस दर्ज

    सिपाही अजय की शिकायत पर आइजी होमगार्ड हेमंत कलसन के खिलाफ एक और मामला दर्ज किया गया है। सिपाही अजय ने बताया कि वह पिंजौर थाने में अपना कार्य कर रहा था। हेमंत कलसन  को पूछताछ के लिये थाना परिसर में मान सम्मान सहित बैठाया हुआ था। इसी दौरान हेमंत कलसन ने उससे दुर्व्यवहार किया। 

    कलसन ने सिपाही को थाना प्रभारी के कार्यालय तक जाने नहीं दिया। थाने में उपस्थित कर्मचारियों ने हेमंत  कलसन को ऐसा न करने के बारे में बहुत समझाया, लेकिन वह नहीं माने। हेमंत कलसन ने कोई नशा किया हुआ था। 

    हेमंत कलसन निलंबित

    इस बीच, हरियाणा सरकार ने होमगार्ड में सेवारत आइजी हेमंत कलसन को निलंबित कर दिया है। निलंबन आदेशों में कहा गया है कि उन्होंने अपने कार्यालय की शक्तियों का दुरुपयोग किया और विभाग की गरिमा को भी ठेस पंहुचाई है। निलंबन के दौरान उनका हेडक्वार्टर हरियाणा के डीजीपी का कार्यालय होगा और संबंधित प्राधिकारी की अनुमति के बिना स्टेशन को नहीं छोड़ेंगे।