Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    ठगों ने जज साहब को ही लगा दिया चूना, इंदौर में बैठे-बैठे लगाई हजारों की चपत

    Updated: Sat, 01 Nov 2025 10:28 AM (IST)

     हरियाणा के अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश (एडीजी) को बेटे की शादी के लिए वधू ढूंढना महंगा पड़ गया। इंदौर में बैठे ठगों ने मैट्रिमोनियल साइट के नाम पर उनसे हजारों रुपये ठग लिए। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया और चार आरोपियों को गिरफ्तार किया। उनके पास से कई मोबाइल फोन और लैपटॉप बरामद हुए हैं।

    Hero Image

    File Photo

    जागरण न्यूज नेटवर्क, पंचकूला। हरियाणा के अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश (एडीजी) के साथ ठगी का मामला सामने आया है। इस बाबत शिकायत के आधार पर मध्य प्रदेश के इंदौर में एरोड्रम थाना और साइबर थाना जींद की संयुक्त टीम की कार्रवाई में इंदौर में चल रही एक फर्जी मैट्रिमोनियल कॉल सेंटर का राजफाश किया है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    पुलिस ने कार्रवाई के दौरान मौके से चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। उनके पास से 90 मोबाइल फोन, पांच लैपटॉप और एक लाख 40 हजार रुपये बरामद हुआ हैं। मिली जानकारी के अनुसार, ये लोग वर-वधू को दिखाने और बातचीत करवाने के नाम पर लोगों से रुपये ठगते थे।

    शिकायत के बाद हरकत में आई पुलिस

    हरियाणा के अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश जयबीर सिंह ने 16 फरवरी को साइबर थाना जींद में शिकायत दर्ज कराई थी। इस बाबत उन्होंने बताया कि वे अपने बेटे के लिए वधू की तलाश कर रहे थे।

    10 फरवरी को उन्हें एक अज्ञात नंबर से कॉल आया, जिसमें बेटे की जानकारी मांगी गई। इसके बाद अलग-अलग लोगों के कॉल आने लगे जो अलग-अलग लड़कियों के परिवारों से मुलाकात करवाने की बात करते थे।

    आरोपियों ने मैट्रिमोनियल साइट की फीस के नाम पर दो बार पैसे ठगे। पहले 12 फरवरी को 3500 रुपये और फिर 14 फरवरी को दोबारा 3500 रुपये। इस तरह से कुल सात हजार रुपये आरोपियों ने ट्रांसफर करवाए।

    इसके बाद उन्हें एक लड़की का फोटो और प्रोफाइल भेजा गया, जिसमें अंजलि नाम की लड़की और उसकी मां बनकर महिला ने फोन पर बात की। इसके बाद कॉल सेंटर की एक महिला रिया ने बताया कि अंजलि शिकायतकर्ता के बेटे से बात करना चाहती है, लेकिन दो दिन तक कोई संपर्क नहीं हुआ। शक होने पर एडीजे ने थाने में शिकायत दर्ज कराई।

    ये आरोपी हुए गिरफ्तार

    शुरुआती जांच में पता चला कि मोबाइल नंबरों के आधार पर कॉल सेंटर इंदौर में मौजूद है। जिसके बाद साइबर थाना जींद ने इंदौर पुलिस से कॉन्टैक्ट किया। पुलिस आयुक्त संतोष सिंह के निर्देश पर टीम गठित की गई और कालानी नगर स्थित आरती अपार्टमेंट में छापा मारा गया।

    यहां से फर्जी मैट्रिमोनियल सेंटर चलाने वाले चार आरोपी रितु (पिता हरीशचंद्र नामदेव), प्रमिला रोकड़े (पत्नी सूरज धार्मिक), प्रिया (पत्नी छत्रपति रोकड़े) और सूरज धार्मिक (पिता भगवानदास धार्मिक) को गिरफ्तार किया गया।