पानीपत अस्पताल में ऑपरेशन करने आया डॉक्टर 30 मिनट लिफ्ट में फंसा रहा, और फिर...
पानीपत के नागरिक अस्पताल में डॉ. पीपी गोयल बुधवार सुबह लिफ्ट में फंस गए। वे एक मरीज को बेहोश करके लौट रहे थे। लिफ्ट में उनके साथ एक तीमारदार भी था। आधा घंटे तक फंसे रहने के बाद इंजीनियरों ने उन्हें बाहर निकाला। डॉ. गोयल का बीपी कम हो गया था और उन्होंने सिविल सर्जन से शिकायत की जिन्होंने जांच के आदेश दिए हैं।

जागरण संवाददाता, पानीपत। नागरिक अस्पताल की ऑफिसर लिफ्ट में बुधवार सुबह आठ बजे एक बेहाशी के डॉ. पीपी गोयल फंस गए। उनके साथ लिफ्ट में एक तमीरदार भी था। डॉक्टर अस्पताल के पांचवें तल पर सर्जरी से पहले मरीज को बेहोश करके वापस जा रहे थे।
उन्होंने लिफ्ट से एमएस डॉ. श्यामलाल महाजन को काल की। एमएस ने दूसरे डाक्टरों, इंजीनियरों को मौके पर भेजा। आधा घंटा तक डाक्टर व तीमारदार लिफ्ट में फंसे रहे। इंजीनियर ने लिफ्ट को खोला, तब तक डाक्टर की हालत खराब हो चुकी थी। उनका बीपी भी ला हो चुका था।
इसकी शिकायत सिविल सर्जन को दी। उन्होंने डाक्टर का हाल जाना और मामले की जांच के निर्देश दिए। डाक्टर ने कहा कि वह एक बार लिफ्ट में बेहोश भी हो गए थे। जब होश आया तो लिफ्ट के बाहर से आवाज आ रही थी। फिर उन्हें निकाला गया।
बुधवार सुबह ऑपरेशन थियेटर में महिला की सिजेरियन डिलीवरी होनी थी। सर्जरी से पहले मरीज को बेहोश करने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने निजी अस्पताल के डॉक्टरों से एमओयू साइन किया है। एमओयू के अनुसार सुबह सात बजे डा. पीपी गोयल अस्पताल आए थे। जब वह इंजेक्शन लगा लिफ्ट से नीचे उतर रहे थे।
कंपनी के इंजीनियर को निर्देश दिए हैं कि वह अस्पताल के डॉक्टरों व कर्मचारियों को लिफ्ट में फंसने पर बाहर आने की ट्रेनिंग देंगे। लिफ्ट में इंजीनियर के मोबाइल नंबर चमकीले अक्षर में लिखवाएंगे। डाक्टर आधा घंटा तक लिफ्ट में फंसे रहे थे। इंजीनियर से जांच करवा रहे हैं। शायद लाइट चले जाने पर लिफ्ट में बैटरी में तकनीकी दिक्कत आई थी।- डॉ. श्यामलाल महाजन, एमएस जिला नागरिक अस्पताल।
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