पानीपत में अगले महीने चलेंगी इलेक्ट्रिक बसें, हाईटेक डिपो बनकर तैयार; यात्रियों का सफर होगा आसान
पानीपत में पुराने बस स्टैंड को ई-बस डिपो में बदला गया है जहां 40 नई इलेक्ट्रिक बसें आने वाली हैं। शहर और आसपास के क्षेत्रों में बस सेवा का विस्तार होगा जिसके लिए 14 नए बस स्टॉप बनाए जा रहे हैं। पहले से चल रही इलेक्ट्रिक बसों को अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है जिससे सरकार को काफी राजस्व प्राप्त हुआ है।

जागरण संवाददाता, पानीपत। पुराने बस स्टैंड को ई-बस डिपो में तब्दील कर दिया गया है। डिपो में 40 इलेक्ट्रिक बसें आनी हैं, उनकी उपलब्धता को लेकर हरियाणा सिटी बस सर्विस लिमिटेड से बातचीत की जा रही है।
यदि बसें इसी सप्ताह मिल जाती हैं तो संभव है कि 23 सितंबर को ही नई इलेक्ट्रिक बस स्टैंड का फीता कट जाए, यदि बसें आने में देरी हुई तो अक्टूबर के पहले सप्ताह में ई-बस डिपो का उद्घाटन मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी करेंगे।
पानीपत ई-बसों के बेड़े में 40 नई बसें शामिल होने जा रही हैं। यह बसें किन-किन क्षेत्रों में चलेंगी इसकी रूपरेखा तैयार कर ली गई है। शहर के अलावा अन्य आस-पास के कस्बों या शहरों तक इस बस सेवा को संचालित किया जाएगा।
शहर में 14 बस स्टाप बनाए जाएंगे
इलेक्ट्रिक बसों के लिए डीआइएमटीएस कंपनी का सर्वे पूरा हो चुका है। शहर में 14 बस स्टाप बनाए जाएंगे, जबकि शहर के बाहर भी समालखा, शाहरपुर, असंध व घरौंडा क्षेत्र को कवर करने के लिए अलग से आउटर में बस स्टाप होंगे। वहीं, सिटी बस सर्विस का संचालन शामली तक करने की योजना है। बसों के आने से पहले सभी बेसिक सुविधाओं व जरूरतों को पूरा करने का काम किया जा रहा है।
इन बसों के स्टापेज से लेकर उनके ठहराव तक की व्यवस्था कैसी होगी, सारी प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। वर्तमान में शहर में केवल पांच इलेक्ट्रिक सिटी बस सर्विस चल रही हैं। उनके अच्छे रिस्पोंस को देखते हुए 40 नई बसें खरीद ली गई हैं। अप्रैल में उनका संचालन शुरू होगा।
एक साल में 2.46 करोड़ से अधिक का रेवेन्यू
फिलहाल जो बसें अब चल रही हैं वह पानीपत के नए बस अड्डे से लेकर टोल प्लाजा तक का सफर तय करती हैं। इन बसों की शुरूआत 28 जनवरी 2024 से शुरू की गई थी। ज्यादा से ज्यादा यात्री इस बस में सफर करना पसंद कर रहे हैं। फरवरी 2025 तक इन पांच बसों से सरकार को 2 करोड़ 46 लाख 8 हजार 590 का रेवेन्यू प्राप्त हुआ है। रिस्पांस अच्छा मिलने के कारण इन बसों की संख्या बढ़ाई जा रही है। प्रति माह औसत 30 हजार किलोमीटर यह बसें सफर तय कर रही हैं।
50 किलोमीटर प्रतिघंटा लिमिट तय
इलेक्ट्रिक बसों की स्पीड लिमिट तय की गई है। 50 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से ज्यादा दौड़ाई तो इसका मैसेज कंट्रोल रूम में आ जाता है, तेज दौड़ाई तो चालक को जवाब देना होगा। इसलिए इस बस सर्विस का सफर सुरक्षित माना जाता है।
2450 करोड़ रुपये की सिटी बस परियोजना
सिटी बस सर्विस के लिए प्रदेश में 450 अत्याधुनिक और वातानुकूलित इलेक्ट्रिक बसों की खरीद के लिए समझौता हुआ था। 2450 करोड़ रुपये की सिटी बस परियोजना यात्रियों को सुगम यात्रा के साथ ही प्रदूषण रहित पर्यावरण की दिशा में बड़ा कदम है। दो अक्टूबर को कुरुक्षेत्र में मुख्यमंत्री ई-बस डिपो का संचालन शुरू करेंगे। पानीपत में भी यह सौगात मिलने वाली है। पानीपत में 45 बसें चलेंगी।
ई-बस डिपो के निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है। अब फिनिशिंग की जा रही है। अभी आधिकारिक तौर पर विभाग की ओर से डिपो के उद्घाटन को लेकर कोई पत्र नहीं आया है। उम्मीद है कि अक्टूबर के पहले सप्ताह में ई-डिपो की शुरूआत हो जाएगी। बसों की उपलब्धता पर भी यह निर्भर करेगा। उद्घाटन को लेकर जो आदेश आएंगे, अवगत करवा दिया जाएगा। -विक्रम कांबोज, जीएम रोडवेज पानीपत।
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