हरियाणा: बासमती निर्यात बढ़ाने की तैयारी, करनाल में बनेगी टेस्टिंग लैब
हरियाणा सरकार बासमती चावल के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए करनाल में एक आधुनिक टेस्टिंग लैब स्थापित करेगी। इस लैब का उद्देश्य चावल की गुणवत्ता जांचना और अंतरराष्ट्रीय मानकों को सुनिश्चित करना है। इस पहल से किसानों को बेहतर मूल्य मिलेगा और राज्य की अर्थव्यवस्था को लाभ होगा। गुणवत्ता नियंत्रण पर सरकार का जोर है।

हरियाणा: बासमती निर्यात बढ़ाने की तैयारी, करनाल में बनेगी टेस्टिंग लैब (फाइल फोटो)
जागरण संवाददाता, करनाल। विदेशों में बासमती चावल का निर्यात बढ़ाने को लेकर करनाल में मंथन किया गया। यहां होटल नूर महल में कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपेडा) की ओर से आयोजित कार्यक्रम में चावल निर्यातकों ने हिस्सा लिया। बैठक में आयोजित एक बैठक में नए नए देशों में बासमती चावल निर्यात करने को लेकर सुझाव लिए गए और चुनौतियों पर मंथन किया गया।
बैठक में यह भी फैसला लिया गया कि जहां जहां बासमती चावल की बैल्ट वहां पर टेस्टिंग लैब स्थापित की जाएंगी। इनमें एक लैब करनाल और दूसरी पंजाब के अमृतसर में स्थापित करने का फैसला लिया गया है।
इससे चावल निर्यातक सस्ते दामों में अपने चावल की टेस्टिंग करा सकेंगे। बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण के चेयरमैन अभिषेक वेग और डॉ. तरूण बजाज ने शिरकत की। वहीं आल इंडिया राइस एक्सोपर्टस एसोसिएशन के प्रधान सतीश गोयल समेत अन्य निर्यातकों ने हिस्सा लिया। चेयरमैन अभिषेक वेग ने कहा कि हमारा लक्ष्य है कि बासमती चावल का निर्यात बढ़े।
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