पानीपत में पिता को चाय देने जा रहे छात्र को सांप ने डसा, इलाज के दौरान मौत
पानीपत में एक दुखद घटना घटी जहाँ एक पाँचवीं कक्षा के छात्र रक्षित को खेत में अपने पिता को चाय देते समय सांप ने डस लिया। अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों ने उसे वेंटिलेटर पर रखा लेकिन उसकी जान नहीं बचाई जा सकी। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।

जागरण संवाददाता, पानीपत। गांव हड़ताड़ी में पिता की खेत में चाय देने जा रहे पांचवीं कक्षा के छात्र को सांप ने पैर पर डस लिया। छात्र ने पिता को इस बारे में बताया। स्वजन उसे नागरिक अस्पताल में लेकर गए। यहां डाक्टरों ने उसे वेंटिलेटर पर डाला, लेकिन साढ़े आठ बजे दम तोड़ दिया। पुलिस ने स्वजन के बयान दर्ज कर पोस्टमार्टम करा शव स्वजन को सौंप दिया है।
गांव हड़ताड़ी निवासी प्रवीण कुमार ने बताया कि वह चार बच्चों का पिता था। छोटा बेटा रक्षित (09) कक्षा पांचवीं का छात्र था। वह पेशे से किसान है। वह सोमवार सुबह खेत में पानी देने के लिए गया था। सुबह करीब सात बजे बेटा रक्षित चाय देने के लिए खेत में आ रहा था।
रास्ते में उसके पैर पर सांप ने डस लिया। रक्षित ने उसे इस बारे में बताया। वह रक्षित को नागरिक अस्पताल में लेकर आया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। दीवार में छुपा था सांप, युवक को डसा : गांव कोहंड निवासी रिंकू ने बताया कि सोमवार सुबह वह कमरे में काम कर रहा था। वह दीवार के पास से गिलास उठाने गया था। यहां दीवार में सांप छुपा था। सांप ने अंगुली पर डस लिया। वह इलाज के लिए अस्पताल में आया है।
आसन कलां गांव में सोते हुए युवक को डसा
आसन कलां गांव निवासी सचिन ने बताया कि वह अपने दोस्त प्रदीप के साथ गांव में किराए पर रहता है। रविवार रात को वह दोनों एक ही कमरे में सो रहे थे। रात करीब साढ़े 11 बजे काले रंग के सांप ने प्रदीप की चारपाई पर चढ़कर उसके दाएं पैर पर डस लिया।
प्रदीप की आंख खुल गई। प्रदीप ने उसे बताया वह उसे नागरिक अस्पताल में लेकर आया। उसकी हालत काफी खराब है। ढाई माह में नागरिक अस्पताल में सर्पदंश के 102 केस आ चुके हैं। वहीं सर्पदंश से तीन की मौत हो चुकी है।
ददलाना में सोते हुए कर्मचारी को सांप ने डसा
गांव ददलाना निवासी संतोष ने बताया कि उसका चाचा हीरालाल बेगमपुर गांव में एलएंडटी कंपनी में काम करता है। वह रविवार रात को कमरे में सो रहा था। रात करीब दो बजे काले रंग के सांप ने चारपाई पर चढ़कर चाचा के हाथ पर डस लिया। चाचा ने उसे काल कर इस बारे में बताया। वह सुबह करीब चार बजे उसे लेकर नागरिक अस्पताल में लेकर आया, जहां उसका इलाज चल रहा है।
बच्चे को अस्पताल में लाने में देरी की
इमरजेंसी वार्ड प्रभारी सुखदीप कौर ने बताया कि स्वजन ने बच्चे को अस्पताल में लाने में देरी की थी। जब बच्चे को यहां लाया तो उसकी हालत गंभीर हो चुकी थी। उन्होंने उसे वेंटिलेटर पर डालकर उसकी हालत सामान्य करने का प्रयास किया, लेकिन उसका बीपी बेहद लो हो चुका था।
इलाज के दौरान मौत हो गई। वह लोगों से लगातार अपील कर रहे हैं सांप के डसने पर देरी न करें। झाड़ फूंक के चक्कर में पड़े। मरीज को जल्द अस्पताल में लेकर आए। अस्पताल में एंटी वेनम इंजेक्शन उपलब्ध हैं।
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