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    पानीपत में मंत्री की धौंस दिखा पेट्रोल पंप पर नहीं खोला शौचालय, ड्राइवर और कंडक्टर को लात-घूंसों से पीटा

    Updated: Fri, 21 Nov 2025 10:37 AM (IST)

    पानीपत में एक पेट्रोल पंप पर मंत्री की धौंस दिखाने का मामला सामने आया है। आरोप है कि कर्मचारियों ने शौचालय खोलने से मना कर दिया और ड्राइवर-कंडक्टर के साथ मारपीट की। पीड़ितों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है, और पुलिस मामले की जांच कर रही है। घटना के बाद इलाके में तनाव है।

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    पेट्रोल पंप पर शौचालय न खोलने को लेकर था विवाद (फाइल फोटो)

    प्रदीप शर्मा, पानीपत। पानीपत-रोहतक हाईवे पर डाहर गांव के समीप एक पेट्रोल पंप पर विश्व शौचालय दिवस से ठीक दो दिन पहले 17 नवंबर को ऐसा विवाद हुआ, जिसने व्यवस्था को कटघरे में खड़ा कर दिया।

    मामले में मंत्री की धौंस दिखा बस में सवार चार साल के बच्चे के लिए पेट्रोल पंप का शौचालय नहीं खोला गया। खुले में बच्चे के शौच करने पर रोडवेज बस के कंडक्टर की नौकरी खतरे में पड़ गई।

    निलंबन से बचने के लिए समझौता करने पंप पर गया तो जमकर धुनाई कर डाली। अब मामला इसराना थाने में है। चंडीगढ़ से रोहतक जा रही गोहाना सब डिपो की रोडवेज बस में सवार एक महिला यात्री ने परिचालक से अपने चार साल के बच्चे को पेशाब कराने का आग्रह किया। हाईवे पर कहीं शौचालय नहीं मिला तो उसने डाहर के पास इंडियन आयल के पेट्रोल पंप पर बस को रोक दिया और महिला को बच्चे के साथ भेज दिया।

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    महिला से शौचालय का गेट नहीं खुला, तो महिला ने बच्चे को अमरूद के पेड़ के पास पेशाब कर दिया। सेल्समैन ने यह देखा तो उनके बीच विवाद हो गया। आरोप है कि वहां पर चौकीदार, सेल्समैन व पंप संचालक महिला ने अभद्र भाषा का प्रयोग किया। यहां तक कि मंत्री का पेट्रोल पंप होने की धौंस और परिचालक को कार्रवाई की धमकी तक दे डाली। इससे परिचालक और पेट्रोल पंप स्टाफ के बीच विवाद गहरा गया।

    यह मामला मेरे संज्ञान में आया है। मैंने पुलिस से भी बात की है और जीएम रोडवेज से भी। इस मामले को सुलझा लिया जाएगा। -कृष्णलाल पंवार, कैबिनेट मंत्री, हरियाणा सरकार।

    वहीं, आइओसीएल के डिवीजनल हेड मार्केटिंग के अनिल सिंह कहते हैं कि यह इंडियन ऑयल की गाइडलाइन है कि पंप के शौचालय को केवल उपभोक्ता ही नहीं, कोई भी इस्तेमाल करना चाहे तो कर सकता है। जो स्थिति आप बता रहे हैं तो इमरजेंसी थी, ऐसे में उसे नहीं रोका जाना चाहिए।

    माफी मांगने गया तो बंधक बना डंडे, लात-घूंसों से पीटा

    परिचालक राजेश ने बताया कि अधिकारियों के दबाव में आकर वह 18 नवंबर को दोपहर में माफी मांगने पेट्रोल पंप पर गया था। उसके साथ चालक भी था। वहां उनके फोन ले लिए गए। पंप संचालिका ने अंदर बुलाया और दरवाजा बंद कर दिया। उसने माफी भी मांगी और यह तक कहा कि वह आगे से पंप पर गाड़ी नहीं रोकेगा। फिर भी उन्हें दो घंटे बंधक बनाया और डंडों, लात-घूसों से पिटाई की। मेडिकल करवाकर इसकी शिकायत इसराना थाने में दी है।

    परिचालक ने उल्टा बोलना शुरू किया पंप संचालक

    पंप संचालक सुमित्रा जागलान ने कहा कि 17 नवंबर की घटना है। महिला बच्चे को अमरूद के पौधे में पेशाब करवा रही थी। उसको यही कहा था कि वह नाली में करवा सकती थी।

    महिला ने कुछ नहीं कहा, परिचालक ने इस बात पर उनसे उल्टा बोलना शुरू कर दिया। 18 नवंबर को मुझ पर मारपीट का आरोप लगाया । मैं उस दिन कोर्ट में थी, फिर देहरादून चली गई। पुलिस को सीसीटीवी फुटेज भी दे दी है। परिचालक व उसका साथी आया था, उसको चाय-पानी भी पिलाया है। ऐसा कैसे हो सकता है कि हम उसे चाय भी पिलाएंगे और पीटेंगे भी।

    आधे घंटे में बज उठे रोडवेज अधिकारियों के फोन, माफी का दबाव बनाया

    पेट्रोल पंप पर हुई कहासुनी के महज आधे घंटे के अंदर ही परिचालक पर रोडवेज अधिकारियों के फोन बजना शुरू हो गए। परिचालक राजेश ने बताया कि अधिकारियों ने कहा कि वह क्या पंगा करके आया है? किससे झगड़ा किया है? ये सुनकर परिचालक ने किसी भी झगड़े की बात नहीं होने की बात की, उन्होंने केवल शौच को लेकर विवाद की बात कही।

    राजेश ने इसराना थाना में दी शिकायत में बताया कि अधिकारियों ने उस पर कई बार फोन कर माफी मांगने का दबाव बनाया और कहा कि माफी मांग ले, नहीं तो नौकरी चली जाएगी।

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