नगर निगम को मिली बंदर पकड़ने की अनुमति, दो दिन में लगेगा टेंडर
शहर से बंदरों के उत्पात से जल्द ही मुक्ति मिलने वाली है। इसके लिए मेयर अवनीत कौर ने वन विभाग से तीन हजार बंदर पकड़ने की अनुमति लेकर आई है। इससे शहर के ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, पानीपत : शहर से बंदरों के उत्पात से जल्द ही मुक्ति मिलने वाली है। इसके लिए मेयर अवनीत कौर ने वन विभाग से तीन हजार बंदर पकड़ने की अनुमति लेकर आई है। इससे शहर के पाश क्षेत्रों में लगातार बंदरों के आतंक फैला हुआ था, जिसके कारण लोगों ने घरों में जाल भी लगवा दिए थे। अब नगर निगम दो दिन के अंदर-अंदर टेंडर लगाने जा रहा है। इसके बाद आगरा से नसरूदीन की टीम को बंदर पकड़ने का ठेका दिया जाएगा।
शहर से बंदरों को पकड़ने के अभियान दो बार चल चुके हैं, लेकिन अभी तक प्रोजेक्ट सिरे नहीं चढ़ सका। ठेकेदार बीच में ही टेंडर को छोड़कर चले जाते हैं जिसके कारण नगर निगम को बीच में ही अभियान को बंद करना पड़ता है। इस बार नगर निगम ने बंदर पकड़ने के लिए आगरा से टीम को बुलाएंगे। उन्हीं से शहर से सभी बंदरों को पकड़वाया जाएगा। बंदर पकड़ने के लिए अनुमति मिलने से अब शहर के लोग राहत की सास ले सकेंगे। 2020 व 21 में दो चल चुका अभियान
नगर निगम द्वारा 2020 व 21 में दो बार बंदर पकड़ने का अभियान चल चुका है। 2020 में कोविड के समय भी प्रदेश के मथुरा निवासी रईस खान टेंडर दिया था जिसने 20 दिन काम कर बीच में ही छोड़ दिया। इसके बाद 2021 में फिर से रूके हुए अभियान को दोबारा शुरू किया गया। इसमें भी 20 से 25 दिन काम कर बीच में ही छोड़ दिया। ठेकेदार को उस समय एक बंदर पकड़ने के लिए 1300 रुपये के करीब दिए जाते थे। 2021 में 450 ही बंदर पकड़े जा सके। शहर में यहां सबसे ज्यादा दिक्कत
सेक्टर 11-12 : शहर का सबसे पाश क्षेत्र में आता है। यहां लोगों ने बंदरों के आतंक से बचने के लिए घरों पर जाल बनवा दिए। जिससे लोग घरों में ही कैद होकर रह गए।
माडल टाउन : यह क्षेत्र भी सबसे पाश क्षेत्र में आता है। यहां अधिकारियों के निवास स्थान भी है। यहां बंदरों का आतंक सुबह शुरू हो जाता है और शाम तक रहता है।
सुखदेव नगर : यहां भी सबसे ज्यादा बंदरों का आतंक रहता है। यहां स्थानीय लोग कई बार शिकायत भी कर चुके है।
शांति नगर : यहां तो लगभग हर घर पर लोहे के जाल देखने को मिल जाएंगे।
वार्ड नौ : इस वार्ड में भी बंदरों का आतंक रहता है। इस वार्ड में अधिकतर एरिया बाजार का भी आता है। इससे दुकानदार भी परेशान रहता है। जारी होगा हेल्पलाइन नंबर
बंदरों को पकड़ने के लिए नगर निगम अगले दो दिन में टेंडर लगा देगा। इसके बाद एक हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया जाएगा। एक हेल्पडेस्क भी बनाया जाएगा। इनके जरिए शहरवासी अपनी कालोनी में बंदरों के होने की जानकारी दे सकेंगे। लोगों की सूचना पर टीम भेजकर कालोनी से बंदरों को पकड़ा जाएगा। वन विभाग से मिल गई बंदरों को पकड़ने अनुमति : मेयर
नगर निगम मेयर अवनीत कौर ने जागरण से बातचीत में बताया कि चंडीगढ़ गई हुई थी। वह वन विभाग के अधिकारियों से बंदर पकड़ने की अनुमति मांगी गई। उन्होंने अनुमति दे दी है। अब अगले दो दिन में टेंडर लगा दिया जाएगा।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।