मृतक कर्मचारियों की विधवाओं ने खून से लिखा राष्ट्रपति को पत्र, मांगी इच्छा मृत्यु
कुरुक्षेत्र में मृतक कर्मचारियों के विधवाओं का धरना 164 दिन से जारी है। अनिश्चितकालीन धरने पर बैठी महिलाओं ने अपने खून से राष्ट्रपति को पत्र लिखा। सभी ने इच्छा मृत्यु की मांग की है। मामला शाहाबाद सहकारी चीनी मिल का है।

शाहाबाद (कुरुक्षेत्र), संवाद सहयोगी। कुरुक्षेत्र के शाहाबाद सहकारी चीनी मिल में एक्सग्रेसिया पालिसी के तहत मृतक कर्मचारी के आश्रितों के लिए जारी धरना 164वें दिन में प्रवेश कर गया है। मिल के सामने शुरू किए गए धरने प्रदर्शन को 164 दिन होने पर मृतक कर्मचारियों की विधवाओं की ओर से राष्ट्रपति को खून से पत्र लिखकर इच्छा मृत्यु की मांग की गई है।
इससे पहले भी आश्रितों ने 27 जुलाई को राष्ट्रपति के नाम पत्र लिखकर इच्छा मृत्यु की मांग की थी। इस पत्र को कोई जवाब न मिलने पर अब दोबारा खून से पत्र लिखा गया है।
यह है मामला
मिल में मृतक कर्मचारियों के आश्रितों के लिए एक्सग्रेशिया पालिसी 2005 लागू है और उस पालिसी के अनुसार मिल में नौकरी या पांच लाख रुपये देने का प्रविधान है। इस पालिसी के तहत पांच प्रतिशत कोटा मृतक कर्मचारियों के आश्रितों के लिए आरक्षित रखा गया है और मिल की ओर से सूचना के अधिकारी के अनुसार गई जानकारी के अनुसार इस कोटे के तहत लगभग 13 पद वर्ष 2012 से ही खाली पड़े हैं और नौकरी के योग्य लंबित केस सात हैं।
अनदेखी के चलते उठाया कदम
अनिश्चित कालीन धरने पर बैठे मृतक कर्मचारियों के आश्रित ज्ञयांती देवी, राज रानी, बबली रानी ने कहा कि मिल प्रशासन की ओर से उनकी कोई सुनवाई नहीं की जा रही है। इसी अनदेखी के चलते उन्हें खून से पत्र लिखना पड़ा है।
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