Dengue in Rewari: रेवाड़ी में डेंगू का कहर, फॉगिंग में लापरवाही से मरीजों की संख्या बढ़कर पहुंची 170
बारिश के बाद रेवाड़ी जिले में डेंगू के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं मरीजों की संख्या 170 तक पहुंच गई है। सबसे अधिक 61 मामले शहर में मिले हैं और 11 मरीज अस्पताल में भर्ती हैं। नगर परिषद की ओर से फॉगिंग में लापरवाही बरती जा रही है। स्वास्थ्य विभाग जांच और जागरूकता कार्यक्रम चला रहा है हॉटस्पॉट क्षेत्रों में फॉगिंग की जा रही है।

जागरण संवाददाता, रेवाड़ी। बारिश का मौसम थमने के बाद रेवाड़ी जिले में डेंगू के मामलों में तेजी से इजाफा हो रहा है। सोमवार को पांच नए मामलों के साथ डेंगू मरीजों की संख्या 170 हो गई। अभी तक शहर में सर्वाधिक 61 डेंगू संक्रमित मिले हैं।
वर्तमान में विभिन्न अस्पतालों में 11 डेंगू संक्रमित भर्ती हैं। हालांकि लगातार बढ़ते डेंगू संक्रमण के मामलों को बावजूद अभी तक नगर परिषद की तरफ से फोगिंग को लेकर गंभीरता नहीं दिखाई गई है। यही वजह है कि जगह-जगह डेंगू मच्छर का लार्वा भी मिल रहा है।
दरअसल, स्वास्थ्य विभाग नगर परिषद के अधिकारियों को फागिंग कराने और आवश्यकता अनुसार दवाई प्राप्त करने के लिए अवगत करा चुका है। उप सिविल सर्जन एवं मलेरिया उन्मूलन नोडल अधिकारी डॉ. अमित यादव का कहना है कि सिविल सर्जन के निर्देश अनुसार लगातार जांच और जागरूकता कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं।
डेंगू और मलेरिया के मामले मिलने वाले और हाटस्पाट क्षेत्रों में फागिंग करा रहे हैं। वहीं जहां जलभराव है वहां मच्छर नाशक दवाई का छिड़काव भी कर रहे हैं।
सबसे ज्यादा रेवाड़ी शहर में फिर खोल क्षेत्र में संक्रमित
जिले में इस साल अभी तक रेवाड़ी शहर में सर्वाधिक डेंगू संक्रमण के मामले आए हैं। कहीं जलभराव तो कहीं सीवर का पानी और गंदगी होने के कारण मच्छर ज्यादा हो रहे हैं। इसके बाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) खोल में 38, सीएचसी बावल में 37, सीएचसी मीरपुर में 16, सीएचसी नाहड़ में 10, सीएचसी गुरावड़ा में आठ डेंगू संक्रमण के मामले आ चुके हैं। वहीं इस सीजन में मलेरिया के भी 14 मरीज आ चुके हैं। पिछले दस साल में यह संख्या सर्वाधिक है।
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