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    आत्महत्या के बाद ASI संदीप कुमार के घर पहुंचे CM सैनी, न्याय की गुहार लगाकर क्या बोला परिवार?

    Updated: Wed, 15 Oct 2025 03:33 PM (IST)

    हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने रोहतक में एएसआई संदीप कुमार के परिवार से मुलाकात कर संवेदना व्यक्त की, जिन्होंने आत्महत्या कर ली थी। एएसआई ने अपने सुसाइड नोट में आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे। परिवार ने मुख्यमंत्री से मामले की गहन जांच की मांग की है। घटना के बाद डीजीपी शत्रुजीत कपूर को छुट्टी पर भेज दिया गया है।

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    मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने रोहतक में एएसआई संदीप कुमार के परिवार से मुलाकात कर संवेदना व्यक्त की (फोटो: सोशल मीडिया)

    डिजिटल डेस्क, रोहतक। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने बुधवार को कथित तौर पर आत्महत्या करने वाले सहायक उप-निरीक्षक संदीप कुमार के परिवार से मुलाकात की और अपनी संवेदना व्यक्त की। सैनी ने उनके परिवार को आश्वासन दिया कि उचित कार्रवाई की जाएगी। रोहतक में साइबर सेल में तैनात एएसआई संदीप कुमार ने मंगलवार को कथित तौर पर खुद को गोली मार ली।

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    सुसाइड नोट में उन्होंने दिवंगत आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए थे, जिन्होंने उसी जिले में सेवा की थी। 52 वर्षीय पूरन कुमार, जो हाल ही में रोहतक के सुनारिया में पुलिस प्रशिक्षण केंद्र में महानिरीक्षक के रूप में तैनात थे, ने 7 अक्टूबर को अपने चंडीगढ़ आवास में खुद को गोली मार ली थी।

    एएसआई का शव मंगलवार को रोहतक में लाधोत-धामर रोड के किनारे एक खेत में एक रिश्तेदार के अस्थायी कमरे से बरामद किया गया था। बुधवार को मुख्यमंत्री सैनी, मंत्री महिपाल ढांडा और कृष्ण लाल पंवार और वरिष्ठ भाजपा नेता मनीष ग्रोवर के साथ लाढोत गांव पहुंचे और शोकाकुल परिवार को सांत्वना दी।

    खेत में बने कमरे में मिला था ASI का शव

    एक आधिकारिक बयान में कहा गय कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने रोहतक के लाढोत गांव का दौरा किया और संवेदना व्यक्त की। उन्होंने परिवार को उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। एक अधिकारी ने लाढोत गांव में संवाददाताओं को बताया कि एएसआई के परिवार ने न्याय की मांग की है।

    एक रिश्तेदार ने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया है कि एएसआई की कथित 'आत्महत्या' की गहन जांच होनी चाहिए क्योंकि उन्होंने एक वीडियो और एक नोट में गंभीर आरोप लगाए हैं। छह मिनट के कथित वीडियो और सुसाइड नोट, जिसे एएसआई ने अपना "अंतिम नोट" कहा, में पूरन कुमार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए थे और कहा गया था कि वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी ने "पारिवारिक अपमान से बचने" के लिए आत्महत्या कर ली।

    शत्रुजीत कपूर को छुट्टी पर भेजे जाने के बाद हुई ASI की मौत

    एएसआई की मौत हरियाणा सरकार द्वारा सोमवार देर रात राज्य के डीजीपी शत्रुजीत कपूर को छुट्टी पर भेजे जाने और कपूर की छुट्टी के दौरान 1992 बैच के अधिकारी ओ.पी. सिंह को हरियाणा के डीजीपी का अतिरिक्त प्रभार सौंपे जाने के कुछ ही घंटों बाद हुई।

    इससे पहले, सरकार ने रोहतक के पुलिस अधीक्षक नरेंद्र बिजारनिया का तबादला कर दिया था। कपूर और बिजारनिया उन आठ अधिकारियों में शामिल थे जिनका नाम पूरन कुमार ने अपने अंतिम नोट में लिया था, जिसमें "घोर जाति-आधारित भेदभाव, लक्षित मानसिक उत्पीड़न, सार्वजनिक अपमान और अत्याचार" की ओर इशारा किया गया था।

    ASI ने IPS पूरन कुमार पर लगाए थे गंभीर आरोप

    पुलिस सूत्रों के अनुसार, एएसआई संदीप कुमार ने हेड कोन्स्टेबल सुशील कुमार की गिरफ्तारी में भूमिका निभाई थी, जो कथित तौर पर पूरन कुमार का सहयोगी था। मंगलवार को घटनास्थल पर पत्रकारों से बात करते हुए, रोहतक के पुलिस अधीक्षक एसएस भोरिया ने कहा, "एएसआई संदीप हमारे विभाग में बहुत मेहनती और ईमानदार व्यक्ति थे।" एएसआई के वीडियो और अंतिम नोट के बारे में पूछे जाने पर, भोरिया ने कहा, "इस समय कुछ भी कहना मुश्किल है। फोरेंसिक टीम जाँच कर रही है।"

    पूरन कुमार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए, एएसआई ने वीडियो में कहा कि भगत सिंह ने भी बलिदान दिया और कठिन रास्ता अपनाया, जिसके बाद देश जागा। उन्हें यह कहते हुए सुना जा सकता है, "और आज, यह देश तब जागेगा जब हम सत्य के मार्ग पर अपना बलिदान देंगे।" उन्होंने दावा किया कि "ईमानदार अधिकारी" बिजारनिया ने पूरन कुमार का सामना किया था।

    मृतक आईजी का नाम हाल ही में एक रिश्वत कांड में सामने आया था। यह मामला एक शराब ठेकेदार द्वारा हेड कोन्स्टेबल सुशील कुमार के खिलाफ दर्ज कराई गई रिश्वतखोरी की शिकायत से संबंधित था। ठेकेदार ने आरोप लगाया कि सुशील कुमार ने रोहतक में तैनाती के दौरान पूरन कुमार के नाम पर 2.5 लाख रुपये मांगे थे।

    2001 बैच के 52 वर्षीय अधिकारी कुमार, अधिकारियों के अधिकारों, वरिष्ठता और अन्य मुद्दों से जुड़े मामलों में अपने हस्तक्षेप के लिए जाने जाते थे। चंडीगढ़ पुलिस ने पूरन कुमार मामले की जाँच के लिए छह सदस्यीय विशेष जाँच दल का गठन किया है