सिरसा में पराली जलाने के दो नए मामले सामने आए, पांच किसानों पर पहले ही दर्ज हो चुकी है FIR
सिरसा जिले में पराली जलाने के दो नए मामले सामने आए हैं, जिनमें देसूमलकाना और ऐलनाबाद शामिल हैं। कृषि विभाग की टीमें जांच कर रही हैं। पहले ही पांच किसानों पर एफआईआर दर्ज की गई है और जुर्माना लगाया गया है। दोषी किसानों को सरकारी सुविधाओं से वंचित किया गया है। विभाग किसानों से पराली न जलाने की अपील कर रहा है और मशीनरी उपलब्ध करा रहा है।

जागरण संवाददाता सिरसा। जिले में पराली जलाने के मामलों पर रोक के लिए प्रशासन और कृषि विभाग के लगातार प्रयासों के बावजूद किसान नियमों की अनदेखी से बाज नहीं आ रहे। रविवार को हरसेक से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार गांव देसूमलकाना और ऐलनाबाद क्षेत्र में पराली जलाने के दो नए मामले सामने आए हैं। विभाग की टीमें सोमवार को दोनों लोकेशनों की जांच करेंगी और सत्यापन के बाद संबंधित किसानों के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
कृषि विभाग के अनुसार अब तक जिले में कुल पांच स्थानों पर पराली जलाने के मामले सही पाए गए हैं, जिनमें शामिल किसानों पर एफआइआर दर्ज कर 25 हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया है। इसके साथ ही नियमानुसार सभी दोषी किसानों की फर्द और इंतकाल पर दो वर्ष के लिए लाल लाइन दर्ज की गई है, जिससे वे इस अवधि में किसी प्रकार की सरकारी सुविधा का लाभ नहीं ले सकेंगे।
लोकेशन के आधार पर की जा रही है जांच: डीडीए
कृषि उप निदेशक डा. सुखदेव कंबोज ने बताया कि हरसेक से दो लोकेशन प्राप्त हुई हैं। एक ऐलनाबाद क्षेत्र की और दूसरी देसूमलकाना की। दोनों स्थानों की जांच की जा रही है और रिपोर्ट सही मिलने पर आगामी कार्रवाई की जाएगी। किसानों से अपील है कि वे पराली न जलाएं। विभाग द्वारा उन्हें निःशुल्क या सब्सिडी दरों पर मशीनरी उपलब्ध करवाई जा रही है।
यदि किसी किसान को कोई कठिनाई आती है, तो वह नजदीकी कृषि अधिकारी से संपर्क करें। विभाग का कहना है कि आगामी दिनों में ड्रोन निगरानी और सैटेलाइट ट्रैकिंग के माध्यम से फसल अवशेष जलाने पर नजर रखी जाएगी, ताकि दोषी किसानों के विरुद्ध तुरंत कार्रवाई की जा सके।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।