सिरसा: हनीट्रैप गिरोह की सरगना कंचन गिरफ्तार, आढ़ती से 3 लाख लूटे; मौसेरे भाई पर लगाया झूठा दुष्कर्म का केस
सिरसा पुलिस ने हनीट्रैप गिरोह की सरगना कंचन को गिरफ्तार किया है, जिसने एक आढ़ती से तीन लाख रुपये लूटे थे। कंचन पर अपने मौसेरे भाई पर झूठा दुष्कर्म का ...और पढ़ें

हनीट्रैप गिरोह की सरगना कंचन ने अपनी शादी में बिचौला बने मौसेरे भाई पर भी करा दिया था दुष्कर्म का केस (प्रतीकात्मक फोटो)
जागरण संवाददाता, सिरसा। धानमंडी के एक आढ़ती को हनीट्रैप में फंसाकर तीन लाख रुपये हड़पने के मामले में पुलिस ने गिरोह की सदस्य सीमा उर्फ सिमरन की गिरफ्तारी के बाद मुख्य सरगना प्रेमनगर निवासी कंचन को भी दबोच लिया है।
आरोपिता अग्रिम जमानत करवाने की फिराक में थी, लेकिन पुलिस ने उसे उसी दौरान गिरफ्तार कर लिया। सोमवार को अदालत में पेश करने के बाद पुलिस ने कंचन के दो दिन के रिमांड पर मंजूरी हासिल कर ली।
पुलिस के अनुसार रिमांड अवधि में गिरोह से जुड़े अन्य लोगों व कई मामलों में महत्वपूर्ण खुलासे हो सकते हैं।
पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपिता कंचन रानी का वास्तविक नाम वीरपाल है, जो मूल रूप से नेजाडेला कलां की रहने वाली है। वह तलाकशुदा है और एक बच्चे की मां है।
पुलिस के अनुसार कंचन धनाढ्य लोगों को ब्लैकमेल कर धन ऐंठने के धंधे में लंबे समय से सक्रिय है। जानकारी के अनुसार विवाह के समय बिचौलिया बने उसके मौसेरे भाई अशोक कुमार से रुपयों को लेकर विवाद होने पर कंचन ने उसके खिलाफ सिविल लाइन थाना में दुष्कर्म का झूठा मामला दर्ज करवा दिया था।
हालांकि बाद में दोनों के बीच समझौता हो गया। पहले पति के खिलाफ की गई शिकायत के बाद कंचन की पहचान कुछ महिलाओं और पुलिसकर्मियों से हुई, जिसके बाद उसने संगठित गिरोह बनाकर हनीट्रैप के जरिए लोगों को फांसने का खेल शुरू कर दिया।
बता दें कि इसी मामले में सदर थाना के एसआइ जगदीश चंद और नायब रीडर विजय भी आरोपित पाए गए थे। मामला पुलिस अधीक्षक के संज्ञान में आने पर दोनों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की गई थी।
पुलिस गैंग के एक अन्य सदस्य रमन की गिरफ्तारी के प्रयास में लगातार छापेमारी कर रही है। आरोपित रमन ही गिरोह के लिए लड़कियों की सप्लाई करता था, जिन्हें कंचन हनीट्रैप की योजनाओं में इस्तेमाल करती थी।
आढ़ती को फंसाने के मामले में पंजाब निवासी युवती को भी रमन ने ही कंचन से मिलवाया था जो कि काम की तलाश में सिरसा आई थी। पता चला है कि आरोपित रमन कंचन के पड़ोस में रहता था। यहीं उसकी पहचान कंचन से हुई थी।
रविवार को आरोपिता कंचन का भाई रोहताश भी पुलिस से मिला और उसने कई बड़े खुलासे किए। रोहताश के अनुसार कंचन के गिरोह में 10 से 12 लड़कियां सक्रिय हैं।
वह इंस्टाग्राम पर फर्जी अकाउंट बनाकर युवतियों के माध्यम से लोगों को फांसती है। भाई ने यह भी बताया कि लगभग छह माह पहले कंचन का अपने पति से तलाक हुआ है और उसकी मां भी उसके साथ इस अवैध काम में शामिल है। रोहताश ने आरोप लगाया कि कंचन शादी करवाने के नाम पर भी लोगों को ठगती है।
उसने बताया कि वर्ष 2018 में भट्टू से ट्रक लेकर लौटने पर उसके दो लाख रुपये भी कंचन ने चुरा लिए थे। जब उसने शिकायत की तो पुलिसकर्मियों से मिलीभगत कर कंचन ने उसके खिलाफ ही केस दर्ज करवा दिया।
उसका कहना है कि कंचन लगातार नाम बदलकर कई लोगों को ठग चुकी है। पुलिस ने बताया कि भाई द्वारा दी गई जानकारी को भी जांच का हिस्सा बनाया गया है। रिमांड अवधि में और भी बड़े खुलासों की उम्मीद है।

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