Back Image

Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    पराली को जलाने के बजाय वैज्ञानिक ढंग से हो निपटान, सिरसा में शुरू हुआ जागरूकता अभियान

    Updated: Tue, 21 Oct 2025 02:26 PM (IST)

    बड़ागुढ़ा के राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, बप्पा में पराली न जलाने के लिए जागरूकता कार्यक्रम हुआ। राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई ने छात्रों को पराली न जलाने और इसका वैज्ञानिक निपटान करने का संकल्प दिलाया। कार्यक्रम में छात्रों को पर्यावरण बचाने और दूसरों को जागरूक करने के लिए प्रेरित किया गया। प्रधानाचार्य ने पर्यावरण रक्षा को हर नागरिक का कर्तव्य बताया।

    Hero Image

    संवाद सहयोगी,बड़ागुढ़ा। राजकीय माडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, बप्पा में पर्यावरण संरक्षण के लिए पराली ना जलाए पर्यावरण बचाएं अभियान के तहत जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया।

    राष्ट्रीय सेवा योजना की इकाई द्वारा विद्यार्थियों को संकल्प दिलाया गया कि वे स्वयं भी पराली नहीं जलाएंगे और गांव के प्रत्येक घर तक यह संदेश पहुंचाएंगे कि पराली जलाना पर्यावरण के लिए अत्यंत हानिकारक है। उन्होंने प्रतिज्ञा ली कि पराली को जलाने की बजाय उसका वैज्ञानिक व पर्यावरण-अनुकूल निपटान करेंगे, जिससे वायु प्रदूषण को रोका जा सके और मिट्टी की उर्वरता बनी रहे।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    कार्यक्रम के मुख्य वक्ता राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के कार्यक्रम अधिकारी नरेश कुमार ग्रोवर ने विद्यार्थियों को कहा कि हम सबने यह ठाना है, पर्यावरण को बचाना है। पराली जलाकर हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य धुएं में न झोंकें। उन्होंने बच्चों से आह्वान किया कि वे अपने माता-पिता, पड़ोसियों और गांववासियों को जागरूक करें तथा उन्हें यह समझाएं कि पराली जलाने से न केवल पर्यावरण दूषित होता है, बल्कि मानव स्वास्थ्य पर भी गंभीर प्रभाव पड़ता है।

    प्रधानाचार्य शुभकरण शर्मा ने कहा कि यह हर नागरिक का कर्तव्य है कि वह पर्यावरण की रक्षा में अपनी भूमिका निभाए। उन्होंने विद्यार्थियों को प्रेरित किया कि वे अपने माता-पिता को इस नेक कार्य के लिए प्रेरित करें और गांव को पराली मुक्त ग्राम बनाने में सहयोग दें। इस अवसर पर स्टाफ सदस्य प्रकाश सिंह, प्रवीण कुमार, मनीष मेहता, प्रिंस छाबड़ा, अवतार सिंह, सिकंदर सिंह, संदीप कुमार, प्रदीप कुमार, सुखविंदर सिंह, गौरव, टीना, सरोज उपस्थित रहे।