Haryana News:सिरसा घग्गर ड्रेन टूटने से खेतों में बाढ़, किसान मुआवजे की मांग
नाथूसरी चौपटा के गांव गुडिया खेड़ा और मोडिया खेड़ा में हिसार घग्गर ड्रेन में कटाव होने से भारी नुकसान हुआ है। सेमनाला टूटने से लगभग एक हजार एकड़ फसल डूब गई है। जिला प्रशासन और सिंचाई विभाग मौके पर पहुंचे हैं लेकिन अभी तक कटाव को बंद नहीं किया जा सका है। ग्रामीणों ने सरकार से मुआवजे की मांग की है ताकि किसानों को राहत मिल सके।

संवाद सहयोगी, नाथूसरी चौपटा। गांव गुडिया खेड़ा व मोडिया खेड़ा में हिसार घग्गर ड्रेन में हुए कटाव को रविवार को भी बंद नहीं कर पाए हैं। सेमनाला टूटे 24 घंटे बीत चुके हैं, अभी भी ग्रामीण व डेरा सच्चा सौदा के सेवादार टूटे हुए हिस्से को दुरुस्त करने में लगे हुए हैं। ग्रामीणों के अनुसार सेमनाला टूटने से अभी तक एक हजार एकड़ में खड़ी धान व नरमा की फसल डूब चुकी है।
शनिवार तड़के करीबन चार बजे अचानक हिसार घग्गर ड्रेन टूट गई। ड्रेन में कई फीट चौड़ा कटाव होने से पानी तेजी से खेतों की तरफ बढ़ रहा है। सेमनाला के टूटने की सूचना ग्रामीणों ने जिला प्रशासन को दी। सूचना मिलते ही सिंचाई विभाग व जिला प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे।
हिसार घग्गर ड्रेन में पिछले दो दिन से लगातार जलस्तर बढ़ रहा है। इससे गांव नाथूसरी कलां में दो दिन पहले घग्गर ड्रेन ओवरफ्लो हो गई। इसी के साथ गुडिया खेड़ा में भी दो बार लीकेज हो चुकी है। सेमनाला में जलस्तर बढ़ने से ही गांव मोडिया खेड़ा के पास टूट गई।
इसी के साथ ही कई किसानों के ट्यूबवेल डूब गये। ग्रामीणों ने बताया कि सेमनाला के टूटने से फसलों को काफी नुकसान हुआ है। प्रदेश सरकार किसानों को प्रति एकड़ कम से कम 60 हजार रुपये प्रति एकड़ मुआवजा दे।
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