सोनीपत में 2,201 रुपये के भाव से हो रही बाजरे की खरीद, 625 रुपये सरकार देगी
गोहाना मंडी में निजी व्यापारी किसानों से 2201 रुपये प्रति क्विंटल पर बाजरा खरीद रहे हैं। भावांतर भरपाई योजना के तहत सरकार 625 रुपये अतिरिक्त देगी जिससे किसानों को 2826 रुपये प्रति क्विंटल मिलेंगे जो एमएसपी से अधिक है। यह लाभ केवल पंजीकृत किसानों को मिलेगा और मंडी में अब तक 4479 क्विंटल बाजरे की आवक हो चुकी है।

जागरण संवाददाता, गोहाना। शहर में जींद रोड स्थित अनाज मंडी में बाजरे की अधिकतर खरीद निजी व्यापारी रहे हैं। व्यापारी बाजरा 2,201 रुपये प्रति क्विंटल के भाव पर खरीद रहे हैं और भावांतर भरपाई योजना के तहत किसानों को सरकार 625 रुपये देगी। निजी व्यापारियों की खरीद और भावांतर भरपाई योजना का लाभ मिलने किसानों को प्रति क्विंटल 2,826 रुपये का भाव मिलेगा, जो एमएसपी से अधिक होगा।
राज्य सरकार द्वारा बाजरे का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) 2,775 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है। सरकारी खरीद एजेंसियां अगर किसानों को बाजरे पर 2,150 रुपये क्विंटल के हिसाब से भुगतान करेंगी तब राज्य सरकार द्वारा नुकसान की भरपाई के लिए उनके खातों में 625 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से डाले जाएंगे।
सरकार ने यह भी व्यवस्था की है कि यदि कोई निजी व्यापारी 2,150 रुपये प्रति क्विंटल से अधिक भाव पर बाजरा खरीदता है तब भी किसान को भावांतर भरपाई योजना के तहत प्रति क्विंटल 625 रुपये दिए जाएंगे।
उदाहरण के तौर पर अगर कोई निजी व्यापारी किसान से बाजरा 2,180 रुपये रुपये प्रति क्विंटल खरीदता है तब भी भावांतर भरपाई योजना के तहत उसे सरकार 625 रुपये ही देगी। उस हिसाब से किसान का बाजरा 2,805 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से बिकेगा।
गोहाना की अनाज मंडी में निजी व्यापारी अधिकतर बाजरे की खरीद कर रहे हैं। व्यापारी बाजरे की खरीद 2,201 रुपये प्रति क्विंटल पर खरीद रहे हैं और 625 रुपये क्विंटल सरकार देगी। यहां पर किसानों का बाजरा 2,826 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से बिक रहा है जो एमएसपी से 51 रुपये अधिक है।
केवल पंजीकृत किसानों को मिलेगा योजना का लाभ
जिन किसानों ने मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर बाजरे का पंजीकरण कराया था केवल उनको ही भावांतर भरपाई योजना का लाभ मिलेगा। जिन किसानों ने पंजीकरण नहीं कराया था, उनको लाभ नहीं मिल पाएगा। सरकार द्वारा अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि किसान अगर मंडी में निजी व्यापारी को भी बाजरा बेचते हैं तो उनके खातों में 625 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से ट्रांसफर किए जाएं।
मंडी में अधिकतर बाजरे की खरीद निजी व्यापारी कर रहे हैं। पंजीकृत किसानों को सरकार भावांतर भरपाई योजना के तहत लाभ देगी। मंडी में अब तक 4,479 क्विंटल बाजरे की आवक हो चुकी है।
सुरेश कुमार, सचिव, गोहाना, हरियाणा राज्य कृषि विपणन बोर्ड
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