सोनीपत में लिंगानुपात 901 से घटकर पहुंचा 893 पर, सभी पीएचसी और सीएचसी अलर्ट
सोनीपत में बेटियों को बचाने की मुहिम के बावजूद लिंगानुपात में गिरावट आई है जो स्वास्थ्य विभाग के लिए चिंता का विषय है। जिले का लिंगानुपात 901 से घटकर 893 हो गया है। कन्या भ्रूण हत्या रोकने के प्रयासों पर सवाल उठ रहे हैं। विभाग जागरूकता अभियान चला रहा है और पीएनडीटी टीम लिंग जांच करने वालों पर नजर रख रही है।

संदीप कुमार, सोनीपत। बेटियों को बचाने और समान अधिकार देने की मुहिम के बावजूद सोनीपत में लिंगानुपात में फिर से गिरावट दर्ज की गई है। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार जिले का लिंगानुपात 901 से घटकर 893 पर पहुंच गया है।
यह गिरावट स्वास्थ्य विभाग के लिए चिंता का विषय बन गई है। प्रदेश स्तर पर सोनीपत अब लिंगानुपात में गिरावट के मामलों में दूसरे स्थान पर पहुंच गया है। जिले का घटता लिंगानुपात कन्या भ्रुण हत्या रोकने के प्रयासों पर सवाल उठा रहा है।
स्वास्थ्य विभाग की तरफ से लिंगानुपात को सुधारने के लिए गांव-गांव जाकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। साथ ही पीएनडीटी की टीम लिंग जांच करने वालों पर शिकंजा कस रही है। बावजूद इसके जिले का लिंगानुपात कम होना विभाग के लिए चिंता का विषय है।
विभाग ने घट रहे लिंगानुपात के मंथन के लिए सभी पीएचसी व सीएचसी से रिकार्ड लेने की योजना बनाई है, साथ ही आशा वर्कर्स व आगनबाड़ी वर्कर्स की ड्यूटी लगाई है कि वे गांव में विशेष रूप से ध्यान रखें और कोई भी संदिग्ध गतिविधि होने पर विभाग को सूचना दें।
सभी ब्लाक के चिकित्सकों से मांगी रिपोर्ट
लिंगानुपात में आई यह गिरावट से विभाग अलर्ट हो गया है। विभाग ने सभी ब्लाकों से रिपोर्ट मांगी है और समीक्षा बैठकों का दौर शुरू हो चुका है। विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में यह गिरावट ज्यादा देखने को मिली है। विभाग अब नई रणनीति पर काम कर रहा है, ताकि कन्या भ्रूण हत्या पर प्रभावी अंकुश लगाया जा सके।
पीसीपीएनडीटी एक्ट के तहत सख्त निगरानी
स्वास्थ्य विभाग के पीसीपीएनडीटी एक्ट के तहत निगरानी सख्त की जाएगी और संदिग्ध अल्ट्रासाउंड केंद्रों पर लगातार छापेमारी की जाएगी। इसके साथ ही बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान को और मजबूत करने की दिशा में भी कदम उठाए जाएंगे। समाज की सोच बदले बिना यह अभियान सफल नहीं हो सकता, इसलिए अब जागरूकता कार्यक्रमों को गांव-गांव तक पहुंचाने की तैयारी की जाएगी।
दो सालों के आकड़े
महीना | 2023 | 2024 |
---|---|---|
जनवरी | 905 | 971 |
फरवरी | 902 | 952 |
मार्च | 885 | 913 |
अप्रैल | 879 | 914 |
मई | 879 | 911 |
जून | 885 | 905 |
जुलाई | 878 | 902 |
अगस्त | 882 | 902 |
सितंबर | 889 | 905 |
अक्तूबर | 889 | 900 |
नवंबर | 891 | 898 |
दिसंबर | 894 | 901 |
किस महीने कितना रहा लिंगानुपात
माह | मूल्य |
---|---|
जनवरी | 893 |
फरवरी | 917 |
मार्च | 918 |
अप्रैल | 905 |
मई | 903 |
जून | 909 |
2024 में जन्म के समय लिंगानुपात के आधार पर टॉप 10 गांव
गांव | जनसंख्या | बेटा जन्म | बेटी जन्म | लिंगानुपात |
---|---|---|---|---|
बढ़खालसा | 5295 | 20 | 34 | 1700 |
भिगान | 5010 | 35 | 52 | 1486 |
जौली | 5996 | 46 | 60 | 1304 |
मलिकपुर | 6011 | 39 | 50 | 1282 |
कटलुपुर | 7060 | 22 | 27 | 1227 |
राठधना | 9190 | 44 | 54 | 1295 |
गोहाना शहर | 7000 | 60 | 73 | 1217 |
खेरी गुर्जर | 6763 | 58 | 68 | 1172 |
जांटी कलां | 5792 | 36 | 42 | 1164 |
खांडा | 7899 | 67 | 78 | 1164 |
वर्ष 2024 में बच्चों ने लिया जन्म
माह | बेटियां | बेटे | लिंगानुपात |
---|---|---|---|
जनवरी | 1064 | 1096 | 971 |
फरवरी | 948 | 1017 | 952 |
मार्च | 843 | 1014 | 913 |
अप्रैल | 831 | 908 | 914 |
मई | 769 | 857 | 911 |
जून | 755 | 868 | 905 |
जुलाई | 985 | 1109 | 902 |
अगस्त | 1104 | 1222 | 902 |
सितंबर | 1097 | 1185 | 905 |
अक्तूबर | 1120 | 1297 | 900 |
नवंबर | 1048 | 1189 | 898 |
दिसंबर | 1257 | 1353 | 929 |
10 वर्षों का लिंगानुपात
वर्ष | लिंगानुपात |
---|---|
2014 | 830 |
2015 | 867 |
2016 | 902 |
2017 | 937 |
2018 | 950 |
2019 | 909 |
2020 | 917 |
2021 | 888 |
2022 | 898 |
2023 | 894 |
2024 | 901 |
2025 | 893 |
जिले में घट रहा लिंगानुपात चिंता का विषय है। इस पर मंथन किया जा रहा है। गांव व शहर से रिपोर्ट मंगाई गई है। लिंग जांच करने वालों पर निगरानी रखी जाएगी। वहीं लोगों को जागरूक भी किया जाएगा।
-डॉ. ज्योत्सना, सिविल सर्जन, सोनीपत
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