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    सोनीपत में 10 हजार से ज्यादा किसानों ने कराया पंजीकरण, मुआवजे की प्रक्रिया शुरू

    Updated: Wed, 17 Sep 2025 12:20 PM (IST)

    सोनीपत जिले में वर्षा से प्रभावित 10047 किसानों ने क्षतिपूर्ति पोर्टल पर पंजीकरण कराया है जिसमें 70546 एकड़ भूमि पर फसल का नुकसान बताया गया है। कृषि विभाग ने मुआवजे की प्रक्रिया शुरू कर दी है गिरदावरी के बाद मुख्यालय को रिपोर्ट भेजी जाएगी जिसके आधार पर मुआवजा तय होगा। बाजरा और कपास की फसल पर सबसे ज्यादा असर हुआ है।

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    क्षतिपूर्ति पोर्टल पर 10 हजार किसानों ने कराया पंजीकरण। जागरण

    जागरण संवाददाता, सोनीपत। सोनीपत जिले में वर्षा से प्रभावित 10,047 किसानों ने क्षतिपूर्ति पोर्टल पर अपना पंजीकरण कराया है। इन किसानों की 70,546 एकड़ भूमि पर फसल का नुकसान बताया गया है।

    पोर्टल पर पंजीकरण होने के बाद कृषि विभाग ने मुआवजे की प्रक्रिया शुरू कर दी है। जल्द ही गिरदावरी का काम शुरू कराया जाएगा और इसकी रिपोर्ट मुख्यालय को भेजी जाएगी, जिसके आधार पर मुआवजा तय होगा।

    यमुना किनारे बसे गांव की फसल खराब होने के चलते विभाग ने 15 सितंबर तक पोर्टल खोला गया था। किसानों ने क्षतिग्रस्त पोर्टल पर फसल खराब का पंजीकरण करा दिया गया है।

    वर्षा का सबसे ज्यादा असर बाजरा और कपास की फसल पर पड़ा है। धान भी हजारों एकड़ भूमि में प्रभावित है। कई इलाकों में अब भी पानी भरा हुआ है। किसान लगातार पानी निकासी की मांग कर रहे हैं, ताकि समय पर किसान रबी की फसल की बिजाई कर सकें।

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    वहीं जिले में क्षतिपूर्ति पोर्टल पर 302 गांवों को शामिल किया गया है। सोनीपत ब्लाक के 92 गांवों के किसानों ने क्षतिपूर्ति पोर्टल में अपनी फसलों के नुकसान का पंजीकरण करवाया है।

    यह भी पढ़ें- सोनीपत के लोगों की बल्ले-बल्ले, कुंडली में 10 करोड़ रुपये से होंगे विकास कार्य

    गोहाना के 62 गांव, गन्नौर के 55 गांवों, खरखौदा ब्लाक के 42 गांव और राई ब्लाक के 31 गांवों को शामिल किया गया। इसके अलावा खानपुर कलां ब्लाक के 20 गांव शामिल रहे हैं।

    सबसे ज्यादा शिकायतें सोनीपत ब्लाक में

    ब्लाक किसान नुकसान
    सोनीपत 3268 22,964 एकड़
    गन्नौर 668 5573 एकड़
    गोहाना 1951 16,242 एकड़
    खानपुर कलां 1178 9417 एकड़
    खरखौदा 1168 9150 एकड़
    राई 1393 7197 एकड़

    सरकार का उद्देश्य किसानों को समय पर मुआवजा उपलब्ध कराना है। अब गिरदावरी प्रक्रिया तेजी से करवाई जा रही है और जल्द ही रिपोर्ट मुख्यालय भेजी जाएगी। उसी आधार पर प्रभावित किसानों को राहत राशि दी जाएगी। - सुशील कुमार, डीआरओ