12 एकड़ बेशकीमती जमीन को लेकर बड़ा खेल, 10 लोग बने फर्जी 'मदनमोहन'; अब ऐसे खुला करोड़ों का राज
सोनीपत में दिल्ली रोड पर 12 एकड़ जमीन हड़पने के मामले में एंटी करप्शन ब्यूरो ने 10 फर्जी मदनमोहन को गिरफ्तार किया है। राजेश जैन नामक आरोपी ने खुलासा किया कि उसे पानीपत और करनाल के दो लोगों ने फर्जी दस्तावेज बनवाने में मदद की। एसीबी उनकी तलाश कर रही है। जमीन अमृतसर के मदनमोहन की थी जिसके बेटे को इसकी जानकारी नहीं थी।

नंदकिशोर भारद्वाज, सोनीपत। दिल्ली रोड पर फिम्स अस्पताल के पास 12 एकड़ बेशकीमती जमीन को हड़पने के खेल में लालच अपनी चरम सीमा पर पहुंच गया था। इस मामले में एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम अब तक 10 फर्जी मदनमोहन को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।
वहीं, दो दिन के रिमांड के बाद 10वें मदनमोहन बनने वाले राजेश जैन से पूछताछ में सामने आया है कि गोहाना के सिवानका के राजेश ने उसे पानीपत और करनाल के दो लोगों से मिलवाया था, इन्हीं दोनों ने राजेश जैन के फर्जी आधार कार्ड व पैनकार्ड और अन्य दस्तावेज बनवाए थे। राजेश जैन ने एसीबी को दोनों के नाम व पते बताए हैं। अब एसीबी की टीम दोनों की गिरफ्तारी के लिए छापामारी कर रही है।
दिल्ली रोड पर गांव सुल्तानपुर के रकबे में स्थित 12 एकड़ जमीन पंजाब के अमृतसर के रहने वाले मदनमोहन की थी, जिसकी मृत्यु हो चुकी है। उनके बेटे नरेंद्र अग्रवाल को इस बात का पता नहीं था कि सोनीपत में उनकी कोई जमीन सोनीपत में है।
इस जमीन को हड़पने व आगे बेचने के लिए बड़े स्तर पर साजिश रची गई। जमीन के फर्जी इंतकाल करवाकर कई लोग इसके मालिक बन गए और जमीन को कई लोगों को आगे बेच दिया गया। एसीबी ने जनवरी, 2021 में इस मामले में कई आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज किया था। तब से एसीबी मदनमोहन बने 10 फर्जी आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।
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अब एसीबी ने दिल्ली के राजेश जैन पुत्र ताराचंद जैन को 19 अगस्त को गिरफ्तार किया है। इस 12 एकड़ जमीन पर अब खेती की जा रही है। अमृतसर के रहने वाले जमीन के मालिक मदनमोहन के बेटे नरेंद्र अग्रवाल ने जमीन गांव चौहान जोशी के दीपक को पट्टे दे रखी है।
फर्जी दस्तावेज बनवाने वालों की तलाश
रिमांड के दौरान राजेश जैन ने एसीबी के अधिकारियों को बताया कि सिवानका के राजेश ने उसे करनाल और पानीपत के दो व्यक्तियों से मिलवाया था। दोनों ने उसके फर्जी दस्तावेज बनवाए थे। इन्हीं फर्जी आधार व पैनकार्ड और अन्य दस्तावेजों के आधार पर राजेश जैन ने मदनमोहन बनकर जमीन को अपने नाम करवा लिया। इस बड़ी जालसाजी में अब तक चार इंतकाल दर्ज करवाए गए। इसके बाद इस जमीन मदनमोहन बनकर कई अन्य लोगों को बेच दिया।
इन लोगों ने मदनमोहन बनकर किया फर्जीवाड़ा
1. प्रवेश कुमार पुत्र राजेंद्र सिंह, गली नंबर-1, शंकर गार्डन, बहादुरगढ़, जिला झज्जर
2. होशियार सिंह पुत्र मकतूल सिंह, बाबा सावन सिंह नगर, ब्यास, जिला अमृतसर, पंजाब
3. गुरदयाल सिंह उर्फ भाले पुत्र हरभजन सिंह, बाबा सावन सिंह नगर, जिला अमृतसर, पंजाब
4. सुरेंद्र उर्फ छिन्दा पुत्र कर्मजीत सिंह, गांव कोडीवाड़ा, तहसील सरदूलगढ़, जिला मानसा, पंजाब
5. प्रीतम पुत्र सुरेन सिंह, गांव सिंघौला, थाना अलीपुर, दिल्ली
6. नरेश कुमार पुत्र बलबीर सिंह, गांव दुभेटा, गन्नौर, सोनीपत
7. ज्याना देवी पत्नी ओमप्रकाश, गांव अरहड़की, जिला हनुमानगढ़, राजस्थान
8. विजय कुमार पुत्र बलबीर सिंह, वार्ड नंबर-6, जौहरी नगर लाइनपार, बहादुरगढ़, जिला झज्जर
9. ताराचंद पुत्र चंदगीराम, गली नंबर-1, नेताजी नगर, लाइनपार, बहादुरगढ़, जिला झज्जर
10. राजेश जैन उर्फ पप्पू पुत्र ताराचंद, मकान नंबर डीडीएनयू-15, प्रीतमपुरा, थाना मौर्या एन्क्लेव, दिल्ली
11. राजेश उर्फ राजा पुत्र रामेहर, सिवानका, थाना बरोदा, तहसील गोहाना, सोनीपत
लालच की पराकाष्ठा के इस मामले में हर बिंदु पर गहनता से जांच की जा रही है। कई लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। पूछताछ में नए लोगों के नाम सामने आए हैं, उनकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है। - विपिन कादियान, डीएसपी, एंटी करप्शन ब्यूरो, सोनीपत
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